पानीपत की ड्रग कंट्रोलर विजय राजे ने सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को ये निर्देश जारी कर दिए हैं कि वो कोल बेस्ट सिरप की न तो खरीद करें और न ही बेचें। इस सिरप पर फिलहाल प्रतिबंध लग चुका है। इस संबंध में नोटिस भी जारी कर दिया गया है। ड्रग कंट्रोलिंग विभाग इसको लेकर लगातार सतर्क है। विदित है कि शनिवार को गोहाना रोड पर पद्मा मेडिकल स्टोर से बच्चों की खांसी और बुखार में इस्तेमाल होने वाली कोल बेस्ट पीसी सिरप की 162 शीशी बरामद की है। इस दवा से जम्मू कश्मीर में बच्चों की मौत हो चुकी है। स्टेट ड्रग कंट्रोलर नरेंद्र आहुजा ने सभी ड्रग कंट्रोलर को निर्देश जारी करते हुए इसकी बिक्री पर रोक लगाने और मेडिकल स्टोर से इसको बरामद करने के निर्देश जारी किए थे। इन्हीं निर्देशों पर पद्मा मेडिकल स्टोर से ये शीशी बरामद की गई है। गनीमत रही कि इनमें से किसी शीशी की बिक्री नहीं हुई है।
डीसीओ विजय राजे ने बताया कि हिमाचल के काला अब स्थित डिजिटल विजन नामक कंपनी ने बच्चों की खांसी व बुखार के लिए पीसी सिरप 60 एमएल बनाई थी। इसको पीने से जम्मू कश्मीर के उधमपुर में कई बच्चों की मौत हुई और मौत भी हुई है। जांच में ये पाया गया है कि इस सिरप में डाई इथलिन ग्लाइको है। उन्हें सूचना मिली थी कि पानीपत में भी अंबाला के शिवा फार्मा मेडिकल स्टोर से पानीपत के पद्मा मेडिकल स्टोर पर ये दवा आई है। उन्होंने सूचना मिलते ही स्टोर से 162 शीशी बरामद कर ली थी। सभी मेडिकल स्टोर संचालक को निर्देश दिए गए हैं कि वो इसे ना खरीदें। उन्होंने फिलहाल इस दवा के सैंपल लैब में भेज दिए हैं।
पानीपत की ड्रग कंट्रोलर विजय राजे ने सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को ये निर्देश जारी कर दिए हैं कि वो कोल बेस्ट सिरप की न तो खरीद करें और न ही बेचें। इस सिरप पर फिलहाल प्रतिबंध लग चुका है। इस संबंध में नोटिस भी जारी कर दिया गया है। ड्रग कंट्रोलिंग विभाग इसको लेकर लगातार सतर्क है। विदित है कि शनिवार को गोहाना रोड पर पद्मा मेडिकल स्टोर से बच्चों की खांसी और बुखार में इस्तेमाल होने वाली कोल बेस्ट पीसी सिरप की 162 शीशी बरामद की है। इस दवा से जम्मू कश्मीर में बच्चों की मौत हो चुकी है। स्टेट ड्रग कंट्रोलर नरेंद्र आहुजा ने सभी ड्रग कंट्रोलर को निर्देश जारी करते हुए इसकी बिक्री पर रोक लगाने और मेडिकल स्टोर से इसको बरामद करने के निर्देश जारी किए थे। इन्हीं निर्देशों पर पद्मा मेडिकल स्टोर से ये शीशी बरामद की गई है। गनीमत रही कि इनमें से किसी शीशी की बिक्री नहीं हुई है।
डीसीओ विजय राजे ने बताया कि हिमाचल के काला अब स्थित डिजिटल विजन नामक कंपनी ने बच्चों की खांसी व बुखार के लिए पीसी सिरप 60 एमएल बनाई थी। इसको पीने से जम्मू कश्मीर के उधमपुर में कई बच्चों की मौत हुई और मौत भी हुई है। जांच में ये पाया गया है कि इस सिरप में डाई इथलिन ग्लाइको है। उन्हें सूचना मिली थी कि पानीपत में भी अंबाला के शिवा फार्मा मेडिकल स्टोर से पानीपत के पद्मा मेडिकल स्टोर पर ये दवा आई है। उन्होंने सूचना मिलते ही स्टोर से 162 शीशी बरामद कर ली थी। सभी मेडिकल स्टोर संचालक को निर्देश दिए गए हैं कि वो इसे ना खरीदें। उन्होंने फिलहाल इस दवा के सैंपल लैब में भेज दिए हैं।