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सैनिकों, पूर्व सैनिकों, शहीद वीरांगनाओं के लिए शुरू किया गया प्रोजेक्ट छह साल बाद भी शुरू नहीं हो सका। इसके लिए 1360 सैनिकों, पूर्व सैनिकों ने आवेदन किया था। ड्रा में सफल सैनिक, पूर्व सैनिक पांच पांच लाख रुपये भी जमा करा चुके हैं। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए तीन साल का समय रखा गया था। अब तक प्रोजेक्ट शुरू भी नहीं हो सका। ऐसे में आशियाना मिलने का सपना कब पूरा होगा।
महेंद्रगढ़ क्षेत्र में बड़ी संख्या में सैनिक, पूर्व सैनिक हैं। सैनिकों, पूर्व सैनिकों को अच्छी आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हाउसिंग बोर्ड में फ्लैट देने की योजना तैयार की गई थी। कांग्रेस की हुड्डा सरकार ने 2014 में सैनिकों एवं भूतपूर्व सैनिकों से आवेदन मांगे थे। जिसके लिए 1360 सैनिकों ने आवेदन किया था। महेंद्रगढ़ में बनाए जाने वाले हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सेक्टर में ही यह फ्लैट देने थे। फ्लैट गांव खायरा के पास बनने थे। ड्रा में सफल हुए करीब 1360 लोगों ने इसके लिए पैसे भी जमा कराए। इसके बाद आज तक इस हाउसिंग बोर्ड पर कोई काम शुरू नहीं हो सका। लाखों रुपये अदा करने के बाद भी पूर्व सैनिकों को आज तक आशियाना नहीं मिल सका। छह साल बाद भी प्रोजेक्ट पर अब तक काम शुरू नहीं हो सका। ऐसे में आशियाने कब मिलेंगे इसको लेकर कुछ नहीं कहा जा सकता।
फरवरी 2014 में निकले थे फॉर्म
पूर्व सैनिक सत्यनारायण एवं हरनाम सिंह ने बताया कि हुड्डा सरकार ने हरियाणा हाउसिंग बोर्ड के माध्यम से महेंद्रगढ़ सहित प्रदेश भर में 11 स्थानों पर सैनिकों के लिए हाउसिंग बोर्ड प्रोजेक्ट शुरू किया था। फॉर्म 17 फरवरी 2014 से 15 मई 2014 तक भरे गए थे। ये फॉर्म केवल सैनिक, भूतपूर्व सैनिक एवं सैनिकों की विधवाएं भर सकती थीं। इसके बाद 31 दिसंबर 2014 को हाउसिंग बोर्ड ने ड्रा निकाला था। जिसमें 1360 सैनिक, भूतपूर्व सैनिक तथा सैनिकों की विधवाओं का नंबर आया था। इसमें पहली किश्त कुल कीमत की दस प्रतिशत तथा दूसरी किश्त 15 प्रतिशत जमा करवानी थी। सभी ने 4.84 लाख रुपये की दोनों किश्त जमा करवा चुके थे । आज भी पूर्व सैनिकों को फ्लैट के लिए इंतजार कर रहे हैं।
आठ एकड़ में बननी है 9 मंजिला दो इमारत
हाउसिंग बोर्ड हरियाणा ने महेंद्रगढ़ के गांव खायरा के पास आठ एकड़ भूमि ने 9 मंजिला बिल्डिंग बनानी है। फ्लैट ए और बी कैटेगरी के 680-680 फ्लैटस होंगे। फ्लैट-ए 720 वर्ग फीट जगह में बनाया जाएगा। जिसमें एक ड्राइंग रूम, दो बेड रूम, किचन, टॉयलेट, बाथरूम, पूजा घर, स्टोर तथा सामने की बालकनी बनाई जाएगी। फ्लैट्स-बी 600 वर्ग फीट जगह में बनाया जाएगा। इसमें भी फ्लैट-ए वाली सुविधाएं होंगी। जिसमें बेडरूम केवल एक रहेगा। फ्लैट ए की कीमत 19.30 लाख रुपये प्रति फ्लैट जबकि बी-कैटेगरी फ्लैट की कीमत 16.10 रुपये थी।
मैं अभी चंडीगढ़ नहीं जा पाया हूं। चंडीगढ़ जाकर अधिकारियों की इसकी रिपोर्ट लूंगा। जल्द इस काम को सिरे चढ़ाने का प्रयास करेंगे। पूर्व सैनिकों के आशियाने के सपने को हर हाल में पूूरा किया जाएगा।
संदीप जोशी, चेयरमैन, हाउसिंग बोर्ड हरियाणा
सैनिकों, पूर्व सैनिकों, शहीद वीरांगनाओं के लिए शुरू किया गया प्रोजेक्ट छह साल बाद भी शुरू नहीं हो सका। इसके लिए 1360 सैनिकों, पूर्व सैनिकों ने आवेदन किया था। ड्रा में सफल सैनिक, पूर्व सैनिक पांच पांच लाख रुपये भी जमा करा चुके हैं। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए तीन साल का समय रखा गया था। अब तक प्रोजेक्ट शुरू भी नहीं हो सका। ऐसे में आशियाना मिलने का सपना कब पूरा होगा।
महेंद्रगढ़ क्षेत्र में बड़ी संख्या में सैनिक, पूर्व सैनिक हैं। सैनिकों, पूर्व सैनिकों को अच्छी आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हाउसिंग बोर्ड में फ्लैट देने की योजना तैयार की गई थी। कांग्रेस की हुड्डा सरकार ने 2014 में सैनिकों एवं भूतपूर्व सैनिकों से आवेदन मांगे थे। जिसके लिए 1360 सैनिकों ने आवेदन किया था। महेंद्रगढ़ में बनाए जाने वाले हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सेक्टर में ही यह फ्लैट देने थे। फ्लैट गांव खायरा के पास बनने थे। ड्रा में सफल हुए करीब 1360 लोगों ने इसके लिए पैसे भी जमा कराए। इसके बाद आज तक इस हाउसिंग बोर्ड पर कोई काम शुरू नहीं हो सका। लाखों रुपये अदा करने के बाद भी पूर्व सैनिकों को आज तक आशियाना नहीं मिल सका। छह साल बाद भी प्रोजेक्ट पर अब तक काम शुरू नहीं हो सका। ऐसे में आशियाने कब मिलेंगे इसको लेकर कुछ नहीं कहा जा सकता।
फरवरी 2014 में निकले थे फॉर्म
पूर्व सैनिक सत्यनारायण एवं हरनाम सिंह ने बताया कि हुड्डा सरकार ने हरियाणा हाउसिंग बोर्ड के माध्यम से महेंद्रगढ़ सहित प्रदेश भर में 11 स्थानों पर सैनिकों के लिए हाउसिंग बोर्ड प्रोजेक्ट शुरू किया था। फॉर्म 17 फरवरी 2014 से 15 मई 2014 तक भरे गए थे। ये फॉर्म केवल सैनिक, भूतपूर्व सैनिक एवं सैनिकों की विधवाएं भर सकती थीं। इसके बाद 31 दिसंबर 2014 को हाउसिंग बोर्ड ने ड्रा निकाला था। जिसमें 1360 सैनिक, भूतपूर्व सैनिक तथा सैनिकों की विधवाओं का नंबर आया था। इसमें पहली किश्त कुल कीमत की दस प्रतिशत तथा दूसरी किश्त 15 प्रतिशत जमा करवानी थी। सभी ने 4.84 लाख रुपये की दोनों किश्त जमा करवा चुके थे । आज भी पूर्व सैनिकों को फ्लैट के लिए इंतजार कर रहे हैं।
आठ एकड़ में बननी है 9 मंजिला दो इमारत
हाउसिंग बोर्ड हरियाणा ने महेंद्रगढ़ के गांव खायरा के पास आठ एकड़ भूमि ने 9 मंजिला बिल्डिंग बनानी है। फ्लैट ए और बी कैटेगरी के 680-680 फ्लैटस होंगे। फ्लैट-ए 720 वर्ग फीट जगह में बनाया जाएगा। जिसमें एक ड्राइंग रूम, दो बेड रूम, किचन, टॉयलेट, बाथरूम, पूजा घर, स्टोर तथा सामने की बालकनी बनाई जाएगी। फ्लैट्स-बी 600 वर्ग फीट जगह में बनाया जाएगा। इसमें भी फ्लैट-ए वाली सुविधाएं होंगी। जिसमें बेडरूम केवल एक रहेगा। फ्लैट ए की कीमत 19.30 लाख रुपये प्रति फ्लैट जबकि बी-कैटेगरी फ्लैट की कीमत 16.10 रुपये थी।
मैं अभी चंडीगढ़ नहीं जा पाया हूं। चंडीगढ़ जाकर अधिकारियों की इसकी रिपोर्ट लूंगा। जल्द इस काम को सिरे चढ़ाने का प्रयास करेंगे। पूर्व सैनिकों के आशियाने के सपने को हर हाल में पूूरा किया जाएगा।
संदीप जोशी, चेयरमैन, हाउसिंग बोर्ड हरियाणा