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गोहाना रोड से कोर्ट मोड़ की सड़क पर बुधवार सुबह दो वकीलों और एक पुलिसकर्मी के बीच विवाद हो गया। वकीलों ने इसके चलते हड़ताल शुरू कर दी। इसके चलते अदालतों में सुनवाई के लिए पहुंचे लोगों को आगे की तारीख दे दी गई।
वकीलों का आरोप है कि पुलिसकर्मी ने वकील को थप्पड़ मारा है। इसकी शिकायत पुलिस को दी गई है। फिलहाल वकील एफआईआर पर अड़े हैं। पुलिस मामले को आपस में सुलझाने का प्रयास कर रही है। इसके चलते डीएसपी कप्तान सिंह वकीलों के बीच बार में भी गए, लेकिन बार प्रधान राजेश गोयत ने वीरवार सुबह दस बजे वकीलों की मीटिंग कर आगे फैसला लेने की बात कही है। हालांकि दोनों पक्ष एक दूसरे पर विवाद शुरू करने का आरोप लगा रहे हैं।
वकीलों का कहना है कि दो वकील सुबह साढ़े नौ बजे गोहाना रोड से कोर्ट परिसर की ओर जा रहे थे। इसी दौरान पीछे से एक कार आई। कार चालक लापरवाही से गाड़ी चला रहा था। उनके बहुत ही पास आकर एकदम से कार को रोका। इस पर जब उसे टोका गया तो उसने खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए झगड़ा शुरू कर दिया। इतना ही नहीं एक वकील को थप्पड़ तक जड़ दिया। आरोप है कि कार में सवार पुलिसकर्मी की पत्नी ने भी भद्दी गालियां दीं। वहीं दूसरे पक्ष का आरोप है कि वकील ईयर फोन लगाकर जा रहे थे। बार-बार हॉर्न देने के बावजूद वे सड़क से नहीं हटे। इस पर टोका गया तो उन्होंने विवाद शुरू कर दया।
अस्पताल में नहीं हुआ मेडिकल
घटना के बाद पीड़ित वकील अपने साथियों के साथ नागरिक अस्पताल पहुंचा, लेकिन नागरिक अस्पताल में कान और गले का चिकित्सक नहीं होने के कारण मेडिकल के लिए पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया। वहीं दिनभर सरकारी कार्यालयों में भी इस घटना की चर्चा रही।
डीएसपी पहुंचे अस्पताल
मामला भड़कता देख पुलिस ने भी डैमेज कंट्रोल में जुटी रही। इसके लिए डीएसपी कप्तान सिंह ने मोर्चा संभाला। डीएसपी कप्तान सिंह नागरिक अस्पताल में मेडिकल परीक्षण करवाने पहुंचे वकीलों के पास गए और मान मनोबल किया। वहीं उन्होंने बार में जाकर प्रधान राजेश गोयत से बात कर मामला सुलझाने को कहा। इस पर उन्होंने वीरवार सुबह दस बजे वकीलों की बैठक बुलाकर राय जानने के बाद अगली कार्रवाई की बात कही है।
सुबह करीब साढ़े नौ बजे विवाद हुआ है। इत्फाक से मैं भी उसी समय कोर्ट जा रहा था। मैंने देखा तो कार चालक पुलिसकर्मी व उसकी पत्नी वकीलों को गालियां दे रहे थी। उनके कपड़े खींचे जा रहे थे। वकील का कहना है कि उसे थप्पड़ भी मारा गया है। साथ ही पुलिसकर्मी ने कहा कि वे एसएसपी ऑफिस में कार्यरत हैं और जो बने वह कर लेना। यह सीधा-सीधा वकीलों पर हमला है। इसे सहन नहीं किया जा सकता। डीएसपी कप्तान सिंह बार में आए थे। उन्होंने मामला सुलझाने का प्रस्ताव रख, लेकिन यह फैसला बार करेगी। इसके लिए सुबह दस बजे मीटिंग बुलाई गई है।
राजेश गोयत, प्रधान जिला बार एसोसिएशन।
दोनों पक्षों की आई है शिकायत
इस मामले में दोनों पक्षों की शिकायत आई है। पुलिस हर प्रकार से मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं हुई है।
राजपाल सिंह, सिविल लाइन थाना प्रभारी
नागरिक अस्पताल में पीड़ित के साथ पहुंचे वकील।- फोटो : Jind
हड़ताल के बाद खाली पड़ी वकीलों की सीटें।- फोटो : Jind
गोहाना रोड से कोर्ट मोड़ की सड़क पर बुधवार सुबह दो वकीलों और एक पुलिसकर्मी के बीच विवाद हो गया। वकीलों ने इसके चलते हड़ताल शुरू कर दी। इसके चलते अदालतों में सुनवाई के लिए पहुंचे लोगों को आगे की तारीख दे दी गई।
वकीलों का आरोप है कि पुलिसकर्मी ने वकील को थप्पड़ मारा है। इसकी शिकायत पुलिस को दी गई है। फिलहाल वकील एफआईआर पर अड़े हैं। पुलिस मामले को आपस में सुलझाने का प्रयास कर रही है। इसके चलते डीएसपी कप्तान सिंह वकीलों के बीच बार में भी गए, लेकिन बार प्रधान राजेश गोयत ने वीरवार सुबह दस बजे वकीलों की मीटिंग कर आगे फैसला लेने की बात कही है। हालांकि दोनों पक्ष एक दूसरे पर विवाद शुरू करने का आरोप लगा रहे हैं।
वकीलों का कहना है कि दो वकील सुबह साढ़े नौ बजे गोहाना रोड से कोर्ट परिसर की ओर जा रहे थे। इसी दौरान पीछे से एक कार आई। कार चालक लापरवाही से गाड़ी चला रहा था। उनके बहुत ही पास आकर एकदम से कार को रोका। इस पर जब उसे टोका गया तो उसने खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए झगड़ा शुरू कर दिया। इतना ही नहीं एक वकील को थप्पड़ तक जड़ दिया। आरोप है कि कार में सवार पुलिसकर्मी की पत्नी ने भी भद्दी गालियां दीं। वहीं दूसरे पक्ष का आरोप है कि वकील ईयर फोन लगाकर जा रहे थे। बार-बार हॉर्न देने के बावजूद वे सड़क से नहीं हटे। इस पर टोका गया तो उन्होंने विवाद शुरू कर दया।
अस्पताल में नहीं हुआ मेडिकल
घटना के बाद पीड़ित वकील अपने साथियों के साथ नागरिक अस्पताल पहुंचा, लेकिन नागरिक अस्पताल में कान और गले का चिकित्सक नहीं होने के कारण मेडिकल के लिए पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया। वहीं दिनभर सरकारी कार्यालयों में भी इस घटना की चर्चा रही।
डीएसपी पहुंचे अस्पताल
मामला भड़कता देख पुलिस ने भी डैमेज कंट्रोल में जुटी रही। इसके लिए डीएसपी कप्तान सिंह ने मोर्चा संभाला। डीएसपी कप्तान सिंह नागरिक अस्पताल में मेडिकल परीक्षण करवाने पहुंचे वकीलों के पास गए और मान मनोबल किया। वहीं उन्होंने बार में जाकर प्रधान राजेश गोयत से बात कर मामला सुलझाने को कहा। इस पर उन्होंने वीरवार सुबह दस बजे वकीलों की बैठक बुलाकर राय जानने के बाद अगली कार्रवाई की बात कही है।
सुबह करीब साढ़े नौ बजे विवाद हुआ है। इत्फाक से मैं भी उसी समय कोर्ट जा रहा था। मैंने देखा तो कार चालक पुलिसकर्मी व उसकी पत्नी वकीलों को गालियां दे रहे थी। उनके कपड़े खींचे जा रहे थे। वकील का कहना है कि उसे थप्पड़ भी मारा गया है। साथ ही पुलिसकर्मी ने कहा कि वे एसएसपी ऑफिस में कार्यरत हैं और जो बने वह कर लेना। यह सीधा-सीधा वकीलों पर हमला है। इसे सहन नहीं किया जा सकता। डीएसपी कप्तान सिंह बार में आए थे। उन्होंने मामला सुलझाने का प्रस्ताव रख, लेकिन यह फैसला बार करेगी। इसके लिए सुबह दस बजे मीटिंग बुलाई गई है।
राजेश गोयत, प्रधान जिला बार एसोसिएशन।
दोनों पक्षों की आई है शिकायत
इस मामले में दोनों पक्षों की शिकायत आई है। पुलिस हर प्रकार से मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं हुई है।
राजपाल सिंह, सिविल लाइन थाना प्रभारी
नागरिक अस्पताल में पीड़ित के साथ पहुंचे वकील।- फोटो : Jind
हड़ताल के बाद खाली पड़ी वकीलों की सीटें।- फोटो : Jind