बहादुरगढ़ के बाईपास पर गांव कसार के निकट आंदोलनकारी किसानों के पड़ाव में गए गांव कसार के एक व्यक्ति के शरीर पर तेल उड़ेलकर आग लगा दी गई। गंभीर रूप से झुलसे व्यक्ति की कुछ घंटों बाद उपचार के दौरान मौत हो गई। जींद जिले के एक आंदोलनकारी पर तेल छिड़ककर आग लगाने का आरोप है। घटनास्थल पर आरोपी का एक वीडियो भी वायरल हुआ है। फिलहाल पुलिस ने दो आंदोलनकारी किसानों सहित दो अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने एक आरोपी कृष्ण को गिरफ्तार किया है।
ग्रामीणों ने रोष स्वरूप नागरिक अस्पताल के बाहर शव रखकर शहर में दिल्ली-रोहतक रोड पर जाम लगा दिया। उन्होंने आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलाने, मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने, एकमात्र पुत्र की पढ़ाई का इंतजाम करवाने और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की। साथ ही कहा कि गांव के पास से आंदोलनकारियों को स्थानांतरित किया जाए। हत्या के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल पाया है।
पुलिस को दी शिकायत में गांव कसार निवासी मदन लाल ने बताया कि उसका भाई मुकेश बुधवार शाम घर से घूमने निकला था और गांव के साथ ही पड़ाव डाले बैठे किसान आंदोलनकारियों के पास पहुंच गया। मदन ने बताया कि रात करीब नौ बजे घटनास्थल के निकट स्थित पेट्रोल पंप के एक कर्मचारी ने उसको बताया कि उसके भाई पर तेल उड़ेलकर आंदोलनकारियों ने जान से मारने की नीयत से आग लगा दी।
वह तुरंत अपने गांव के पूर्व सरपंच टोनी को साथ लेकर मौके पर पहुंचा तो मुकेश गंभीर रूप से झुलसा हुआ था। उसे तत्काल नागरिक अस्पताल ले जाया गया। मुकेश 90 फीसदी झुलसा हुआ था। यहां उपचार के दौरान मुकेश ने बताया कि आंदोलन में सफेद कपड़े पहने हुए कृष्ण नामक व्यक्ति ने पहले उसे शराब पिलाई और फिर तेल डालकर आग लगा दी। इससे वह बुरी तरह झुलस गया। गंभीर रूप से झुलसे मुकेश को सिविल अस्पताल के चिकित्सकों ने रेफर कर दिया, परिजन उसे ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल लेकर गए जहां दो-तीन घंटे बाद ही उसकी मौत हो गई। आरोपी कृष्ण जींद जिले के गांव रायचंदवाला का रहने वाला है।
सूचना मिलने पर डीएसपी पवन कुमार, सेक्टर-6 थाना प्रभारी और अन्य पुलिस अधिकारी अस्पताल पहुंचे। शव को नागरिक अस्पताल के शव गृह में रखवा दिया गया। गुरुवार सुबह काफी संख्या में ग्रामीण अस्पताल में इकट्ठे हो गए। पुलिस ने कानूनी कार्रवाई कर तीन डॉक्टरों के बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाया। डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि इस संबंध में पहले संदीप और कृष्ण के खिलाफ जान से मारने के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। मगर ग्रामीण मुकेश की मौत होने के बाद हत्या की धारा भी जोड़ दी गई है।
अस्पताल में जुटी ग्रामीणों की भीड़, दिल्ली-रोहतक रोड पर जाम लगाया
उधर, पोस्टमार्टम होने तक नागरिक अस्पताल में ग्रामीणों की भीड़ जुटी रही। पोस्टमार्टम होने के बाद शव मिला तो ग्रामीणों ने शव को नागरिक अस्पताल के बाहर रख दिल्ली-रोहतक रोड पर जाम लगा दिया। गांव के पूर्व सरपंच टोनी ने आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलाने, मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने, एकमात्र पुत्र की पढ़ाई का इंतजाम करवाने और पीड़ित परिवार को गुजारे के लिए पर्याप्त आर्थिक सहायता देने की मांग की। साथ ही कहा कि गांव के पास आंदोलनकारियों की भीड़ रहने से ग्रामीणों को कई प्रकार की कठिनाई हो रही है। आंदोलन में शामिल कई व्यक्ति शराब पीकर हुड़दंग मचाते हैं। बहुत ऊंची आवाज में डीजे बजाते हैं इसलिए आंदोलनकारियों को यहां से हटाया जाए।
करीब 42 साल का मुकेश वाहन चालक था। वह 10 साल की एक बेटी का पिता था। मुकेश के भाई मदन ने बताया कि आरोपियों ने मुकेश को बार-बार ये कहा कि तू शहीद हो जा। मृत्यु से पहले मुकेश ने दो लोगों पर आग लगाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने दो आंदोलनकारियों को नामजद और दो अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। गांव वालों का कहना है कि आंदोलन में शहीद होने का नाम लेकर मुकेश पर तेल छिड़का गया और फिर आग लगाई गई। हत्यारोपी अभी फरार हैं। पुलिस का दावा है कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हत्या के कारणों का सही खुलासा नहीं हो पाया।
डीसी और एसपी मौके पर पहुंचे
दिल्ली-रोहतक रोड पर जाम लगाए बैठे ग्रामीण अपनी मांगों के लिए अड़े रहे तो झज्जर से उपायुक्त श्यामलाल पूनिया और पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाया। गांव वालों की मांगों पर उन्होंने कहा कि प्रशासन इन मांगों पर गंभीरता से विचार करेगा। आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी और पीड़ित परिवार की हर संभव मदद की जाएगी। प्रशासन के इस आश्वासन पर ग्रामीणों ने शव को उठाकर जाम खोला और गांव ले जाकर मृतक की अंत्येष्टि की।
ग्रामीण को जिंदा जलाने के मामले में आरोपी गिरफ्तार
किसान आंदोलनकारी कृष्ण को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि कृष्ण को गुरुवार दोपहर से पहले ही हिरासत में ले लिया गया था। देर शाम को जिला पुलिस प्रवक्ता चमनलाल ने कृष्ण को गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि कर दी। उन्होंने बताया कि कृष्ण जींद जिले के गांव रायचंद वाला का निवासी है। कृष्ण को शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
विस्तार
बहादुरगढ़ के बाईपास पर गांव कसार के निकट आंदोलनकारी किसानों के पड़ाव में गए गांव कसार के एक व्यक्ति के शरीर पर तेल उड़ेलकर आग लगा दी गई। गंभीर रूप से झुलसे व्यक्ति की कुछ घंटों बाद उपचार के दौरान मौत हो गई। जींद जिले के एक आंदोलनकारी पर तेल छिड़ककर आग लगाने का आरोप है। घटनास्थल पर आरोपी का एक वीडियो भी वायरल हुआ है। फिलहाल पुलिस ने दो आंदोलनकारी किसानों सहित दो अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने एक आरोपी कृष्ण को गिरफ्तार किया है।
ग्रामीणों ने रोष स्वरूप नागरिक अस्पताल के बाहर शव रखकर शहर में दिल्ली-रोहतक रोड पर जाम लगा दिया। उन्होंने आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलाने, मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने, एकमात्र पुत्र की पढ़ाई का इंतजाम करवाने और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की। साथ ही कहा कि गांव के पास से आंदोलनकारियों को स्थानांतरित किया जाए। हत्या के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल पाया है।
पुलिस को दी शिकायत में गांव कसार निवासी मदन लाल ने बताया कि उसका भाई मुकेश बुधवार शाम घर से घूमने निकला था और गांव के साथ ही पड़ाव डाले बैठे किसान आंदोलनकारियों के पास पहुंच गया। मदन ने बताया कि रात करीब नौ बजे घटनास्थल के निकट स्थित पेट्रोल पंप के एक कर्मचारी ने उसको बताया कि उसके भाई पर तेल उड़ेलकर आंदोलनकारियों ने जान से मारने की नीयत से आग लगा दी।