बहल। राजस्थान के भालेरी शहर के नजदीक बुचावास गांव के समीप रविवार को हुई सड़क दुर्घटना में सोमवार के बाद मंगलवार को भी सोरड़ा गांव में दुखद समाचार पहुंचा। रविवार को पांच लोगों की मौत के बाद दुर्घटना में घायल हुई महिला ने सोमवार की रात को पीजीआई में दम तोड़ दिया। अब दुर्घटना में मरने वालों की संख्या छह हो गई है जो सभी सोरड़ा गांव के हैं।
समाचार लिखे जाने तक मृतका सुगना देवी (62) का शव पीजीआई से सोरड़ा गांव में नहीं पहुंच सका था। इससे पहले सुगना को गंभीर हालत में चुरू से हिसार रेफर किया गया था। सुगना भी सोरड़ा के उन 15 लोगों में शामिल थी जो रूपलीसर में गांव के ही राजकुमार की ससुराल में मातमपुर्सी के लिए जा रहे थे। रविवार को राजस्थान के रूपलीसर गांव में जाते समय हुए इस हादसे के समय पिकअप में 19 लोग सवार थे। इनमें 15 हरियाणा के जबकि 4 लोग राजस्थान के ददरेवा गांव से थे। जैसे ही पिकअप बुचावास गांव के समीप पहुंची तो सामने से आ रहे एक ट्रक का टायर फट गया और वह अनियंत्रित होकर पिकअप से जा टकराया। टक्कर में पिकअप में सवार सभी लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में बहल क्षेत्र के सोरड़ा गांव की तीन महिलाओं व एक बच्चे सहित पांच लोगों की मौत हो गई थी।
तीन बच्चों के सिर से उठा मां का साया
सुगना दो लड़कियों व एक लड़के की मां थी जिसकी मौत से तीनों बच्चों के सिर से मां का साया उठ गया है। सुगना की मौत का समाचार मिलने से सोरड़ा गांव में एक बार फिर शोक की लहर दौड़ गई।
मदद के लिए आगे आए ग्रामीण
बेहद गरीब हालत से गुजर बसर कर रहे सोरड़ा गांव के राजकुमार पर जब यह विपदा आई तो ग्रामीण भी मदद के लिए आगे आ गए। ग्रामीणों ने मंगलवार को ही पूरे गांव से मदद की अपील की। इसका नतीजा यह हुआ कि जिससे जितना बना उसने उतनी मदद की। गांव के विनोद कुमार ने बताया कि लोगों ने घायलों के इलाज के लिए करीब चार लाख रुपये एकत्रित कर लिए हैं। इसमें से सवा तीन लाख रुपये नकद और करीब 70 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से मिले हैं।
बहल। राजस्थान के भालेरी शहर के नजदीक बुचावास गांव के समीप रविवार को हुई सड़क दुर्घटना में सोमवार के बाद मंगलवार को भी सोरड़ा गांव में दुखद समाचार पहुंचा। रविवार को पांच लोगों की मौत के बाद दुर्घटना में घायल हुई महिला ने सोमवार की रात को पीजीआई में दम तोड़ दिया। अब दुर्घटना में मरने वालों की संख्या छह हो गई है जो सभी सोरड़ा गांव के हैं।
समाचार लिखे जाने तक मृतका सुगना देवी (62) का शव पीजीआई से सोरड़ा गांव में नहीं पहुंच सका था। इससे पहले सुगना को गंभीर हालत में चुरू से हिसार रेफर किया गया था। सुगना भी सोरड़ा के उन 15 लोगों में शामिल थी जो रूपलीसर में गांव के ही राजकुमार की ससुराल में मातमपुर्सी के लिए जा रहे थे। रविवार को राजस्थान के रूपलीसर गांव में जाते समय हुए इस हादसे के समय पिकअप में 19 लोग सवार थे। इनमें 15 हरियाणा के जबकि 4 लोग राजस्थान के ददरेवा गांव से थे। जैसे ही पिकअप बुचावास गांव के समीप पहुंची तो सामने से आ रहे एक ट्रक का टायर फट गया और वह अनियंत्रित होकर पिकअप से जा टकराया। टक्कर में पिकअप में सवार सभी लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में बहल क्षेत्र के सोरड़ा गांव की तीन महिलाओं व एक बच्चे सहित पांच लोगों की मौत हो गई थी।
तीन बच्चों के सिर से उठा मां का साया
सुगना दो लड़कियों व एक लड़के की मां थी जिसकी मौत से तीनों बच्चों के सिर से मां का साया उठ गया है। सुगना की मौत का समाचार मिलने से सोरड़ा गांव में एक बार फिर शोक की लहर दौड़ गई।
मदद के लिए आगे आए ग्रामीण
बेहद गरीब हालत से गुजर बसर कर रहे सोरड़ा गांव के राजकुमार पर जब यह विपदा आई तो ग्रामीण भी मदद के लिए आगे आ गए। ग्रामीणों ने मंगलवार को ही पूरे गांव से मदद की अपील की। इसका नतीजा यह हुआ कि जिससे जितना बना उसने उतनी मदद की। गांव के विनोद कुमार ने बताया कि लोगों ने घायलों के इलाज के लिए करीब चार लाख रुपये एकत्रित कर लिए हैं। इसमें से सवा तीन लाख रुपये नकद और करीब 70 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से मिले हैं।