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भिवानी में बवानीखेड़ा थाने के पास दो कारों की टक्कर में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि आठ अन्य घायल हो गए हैं। हादसे के बाद एक क्षतिग्रस्त गाड़ी थाने के पास खड़ी एक अन्य कार से भी टकरा गई। घायलों को उपचार के लिए इमरजेंसी लाया गया, जहां दो की हालत गंभीर होने के कारण पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया। मगर परिजन उन्हें पीजीआई के बजाय हिसार के एक निजी अस्पताल ले गए। जहां एक घायल ने दम तोड़ दिया।
बवानीखेड़ा थाने के पास हुए हादसे के कारण कुछ घायलों को तो पुलिस पीसीआर से आपातकालीन विभाग लाया ,जबकि कुछ को निजी वाहन से लाया गया। पुलिस देर रात तक कार्रवाई में जुटी थी।
हादसा बुधवार शाम करीब साढ़े चार बजे हुआ। गांव खरक से ग्रामीण जयबीर का परिवार टाटा जस्ट कार से हिसार गया था। जयबीर ट्रांसपोर्ट में कार्य करता है और उसके पिता बजरंग का हिसार के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनके एक पांव में दिक्कत है। जयबीर के साथ उनकी पत्नी कविता, दो छोटे बच्चे बेटा दिशांत और बेटी दिशा थी। गाड़ी को गांव खरक का ही रामकुमार चला रहा था।
वहीं हिसार के गांव कालीरमण से विकास नामक व्यक्ति का परिवार बवानीखेड़ा आया था। वे आई-20 कार से बवानीखेड़ा आए थे। विकास के नाना का निधन हो गया, जिसके चलते विकास अपने परिवार सहित यहां आया था। उसके साथ माता सावित्री, एक अन्य महिला रूकमा, जयबीर थे। बताया जा रहा है कि इसी गाड़ी में मय्यड़ निवासी धर्मेंद्र और कैंट निवासी मोहित भी थे।
दोनों गाड़ियां भिवानी की ओर आ रहीं थी। जब गाड़ियां बवानीखेड़ा थाने के नजदीक पहुंची तो अचानक ही दोनों गाड़ियों की टक्कर हो गई। बताया जाता है कि एक गाड़ी चालक ने अचानक ब्रेक लगाया। जिस कारण गाड़ी घूम गई और यह हादसा हुआ। ब्रेक लगाने की वजह स्पष्ट नहीं हो गई है। दोनों कारों में भीषण टक्कर हो गई। एक गाड़ी हादसे के बाद सड़क किनारे खड़ी एक अन्य कार से भी टकरा गई। मगर तीसरी कार में नुकसान कम है।
हादसे के बाद वहां हड़कंप मच गया और पुलिस पीसीआर, प्राइवेट वाहन और एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सक ने दो को मृत घोषित कर दिया। मृतकों में एक की जेब से आधार कार्ड मिला, जिसके आधार पर उसकी पहचान मय्यड़ निवासी धर्मेंद्र के रूप में हुई है। जबकि दूसरे की पहचान कैंट निवासी मोहित के रूप में हुई है, जो कि फौजी है।
हादसे में कालीरमण निवासी विकास और जयबीर की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद पीजीआई रोहतक रेफर किया गया। मगर परिजन उन्हें पीजीआई के बजाय हिसार के एक निजी अस्पताल ले गए। इन्हीं के साथ सावित्री और रूकमा भी गई। हिसार के अस्पताल में विकास ने भी दम तोड़ दिया।
वहीं खरक निवासी जयबीर के चेहरे और हाथ, उसकी पत्नी कविता के सिर और पांव, बेटी दिशा के सिर में चोट आई है। जयबीर के पिता बजरंग और चालक राम कुमार को भी चोट आई है। मामले में जांच अधिकारी लालजीत सिंह और सुरेश कुमार ने बताया कि युवक मोहित, धर्मेंद्र और विकास की मौत हुई है और बाकी अन्य घायल हैं। अभी परिजन नहीं मिले हैं। परिजनों के बयान के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
खरक निवासी जयबीर सुबह अपने पिता बजरंग को दवा दिलाने हिसार लेकर गया था। जयबीर की पत्नी बवानीखेड़ा की रहने वाली है तो अपने दोनों बच्चों बेटी दिशा (8) और बेटे दिशांत (6) को उनके नाना-नानी के घर बवानीखेड़ा छोड़ा। हिसार से वापसी में दोनों बच्चों को साथ लिया। गनीमत रही कि दोनों बच्चे सुरक्षित हैं।
भिवानी में बवानीखेड़ा थाने के पास दो कारों की टक्कर में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि आठ अन्य घायल हो गए हैं। हादसे के बाद एक क्षतिग्रस्त गाड़ी थाने के पास खड़ी एक अन्य कार से भी टकरा गई। घायलों को उपचार के लिए इमरजेंसी लाया गया, जहां दो की हालत गंभीर होने के कारण पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया। मगर परिजन उन्हें पीजीआई के बजाय हिसार के एक निजी अस्पताल ले गए। जहां एक घायल ने दम तोड़ दिया।
बवानीखेड़ा थाने के पास हुए हादसे के कारण कुछ घायलों को तो पुलिस पीसीआर से आपातकालीन विभाग लाया ,जबकि कुछ को निजी वाहन से लाया गया। पुलिस देर रात तक कार्रवाई में जुटी थी।
हादसा बुधवार शाम करीब साढ़े चार बजे हुआ। गांव खरक से ग्रामीण जयबीर का परिवार टाटा जस्ट कार से हिसार गया था। जयबीर ट्रांसपोर्ट में कार्य करता है और उसके पिता बजरंग का हिसार के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनके एक पांव में दिक्कत है। जयबीर के साथ उनकी पत्नी कविता, दो छोटे बच्चे बेटा दिशांत और बेटी दिशा थी। गाड़ी को गांव खरक का ही रामकुमार चला रहा था।
वहीं हिसार के गांव कालीरमण से विकास नामक व्यक्ति का परिवार बवानीखेड़ा आया था। वे आई-20 कार से बवानीखेड़ा आए थे। विकास के नाना का निधन हो गया, जिसके चलते विकास अपने परिवार सहित यहां आया था। उसके साथ माता सावित्री, एक अन्य महिला रूकमा, जयबीर थे। बताया जा रहा है कि इसी गाड़ी में मय्यड़ निवासी धर्मेंद्र और कैंट निवासी मोहित भी थे।
दोनों गाड़ियां भिवानी की ओर आ रहीं थी। जब गाड़ियां बवानीखेड़ा थाने के नजदीक पहुंची तो अचानक ही दोनों गाड़ियों की टक्कर हो गई। बताया जाता है कि एक गाड़ी चालक ने अचानक ब्रेक लगाया। जिस कारण गाड़ी घूम गई और यह हादसा हुआ। ब्रेक लगाने की वजह स्पष्ट नहीं हो गई है। दोनों कारों में भीषण टक्कर हो गई। एक गाड़ी हादसे के बाद सड़क किनारे खड़ी एक अन्य कार से भी टकरा गई। मगर तीसरी कार में नुकसान कम है।
हादसे के बाद वहां हड़कंप मच गया और पुलिस पीसीआर, प्राइवेट वाहन और एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सक ने दो को मृत घोषित कर दिया। मृतकों में एक की जेब से आधार कार्ड मिला, जिसके आधार पर उसकी पहचान मय्यड़ निवासी धर्मेंद्र के रूप में हुई है। जबकि दूसरे की पहचान कैंट निवासी मोहित के रूप में हुई है, जो कि फौजी है।
हादसे में कालीरमण निवासी विकास और जयबीर की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद पीजीआई रोहतक रेफर किया गया। मगर परिजन उन्हें पीजीआई के बजाय हिसार के एक निजी अस्पताल ले गए। इन्हीं के साथ सावित्री और रूकमा भी गई। हिसार के अस्पताल में विकास ने भी दम तोड़ दिया।
वहीं खरक निवासी जयबीर के चेहरे और हाथ, उसकी पत्नी कविता के सिर और पांव, बेटी दिशा के सिर में चोट आई है। जयबीर के पिता बजरंग और चालक राम कुमार को भी चोट आई है। मामले में जांच अधिकारी लालजीत सिंह और सुरेश कुमार ने बताया कि युवक मोहित, धर्मेंद्र और विकास की मौत हुई है और बाकी अन्य घायल हैं। अभी परिजन नहीं मिले हैं। परिजनों के बयान के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
खरक निवासी जयबीर सुबह अपने पिता बजरंग को दवा दिलाने हिसार लेकर गया था। जयबीर की पत्नी बवानीखेड़ा की रहने वाली है तो अपने दोनों बच्चों बेटी दिशा (8) और बेटे दिशांत (6) को उनके नाना-नानी के घर बवानीखेड़ा छोड़ा। हिसार से वापसी में दोनों बच्चों को साथ लिया। गनीमत रही कि दोनों बच्चे सुरक्षित हैं।
थाने के पास हादसा हुआ है। हादसे में अब तक तीन की मौत की सूचना है और आठ घायल हैं। हमारी टीम भिवानी अस्पताल गई है। जांच के आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी। - रवींद्र कुमार, एसएचओ बवानीखेड़ा थाना।