न्यूज डेस्क, अमर उजाला, दिल्ली
Updated Tue, 12 Feb 2019 07:17 AM IST
सुप्रीम कोर्ट ने आम्रपाली के एक पांच सितारा होटल समेत दो मुख्य संपत्तियों की नीलामी में कोई खरीदार नहीं मिलने पर सख्त टिप्पणी की है। कोर्ट ने सोमवार को कहा कि प्रथमदृष्टया यह साठगांठ का काम नजर आता है। कोर्ट ने जानना चाहा कि क्या इस खेल में बैंक भी शामिल हैं।
जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस यूयू ललित की पीठ ने कहा कि यह चौंकाने और परेशान करने वाली बात है कि इन संपत्तियों की वित्तीय मदद करने के लिए कोई बैंकर आगे नहीं आ रहा। बैंक नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन (एनबीसीसी) के लिए पैसा देने को तैयार हैं लेकिन वे ऋण वसूली ट्रिब्यूनल (डीआरटी) द्वारा नीलामी में आम्रपाली की संपत्तियों की खरीद के लिए आगे नहीं आ रहे हैं।
च सितारा होटल आम्रपाली हॉलीडे इन टेक पार्क ग्रेटर नोएडा में है और वृंदावन में प्राइम लैंड है। डीआरटी ने इनके लिए 31 जनवरी को नीलामी आयोजित की थी लेकिन इन पर बोली लगाने के लिए कोई बिल्डर सामने नहीं आया। पीठ ने कहा कि पहले वह इन संपत्तियों के कम मूल्यांकन को लेकर चिंतित था लेकिन नीलामी में किसी का सामने नहीं आना चौंकाने वाला है। इससे लगता है कि सोची-समझी रणनीति के तहत कोशिश की जा रही है कि ये संपत्तियां बिके नहीं। इसमें कई लोगों के शामिल होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।
ईडन पार्क और कैसल्स के बिना बिके फ्लैटों का विज्ञापन देने को कहा
पीठ ने एनबीसीसी को आम्रपाली के दो प्रोजेक्टों ईडन पार्क और कैसल्स में तैयार उन फ्लौटों को पहले बेचने को कहा जो बिके नहीं है। इसके लिए विज्ञापन निकालने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि बाकी के फ्लैट चार महीने में तैयार की कीजिए। एनबीसीसी ने पीठ को बताया कि कैसल्स और ईडन पार्क में काम शुरू कर दिया है।
आपने बहुत कुछ हजम कर रखा है...इंद्राय स्वाहा..तक्षकाय स्वाहा
सुनवाई के दौरान जेपी मार्गन ने पीठ को बताया कि 85 करोड़ में से 60 करोड़ रुपये प्राइवेट लिमिटेड कंपनी आम्रपाली जोडिएक के पास ट्रांसफर कराए हैं। फेमा नियमों की वजह से हमने सीधे आम्रपाली को रकम ट्रांसफर नहीं की। इस पर जस्टिस यूयू ललित ने कहा कि मरीज मरने की दहलीज पर हो तो उससे सब कुछ छीनने की कोशिश न करें। मरीज स्वस्थ है और आपको कुछ गिफ्ट करना चाहता है तो वह बात अलग है। आम्रपाली और उसकी सहयोगी कंपनियों में गड़बड़ी की ओर इशारा करते हुए पीठ ने कहा आपने तो बहुत कुछ हजम कर रखा है.. इन्द्राय स्वाहा.. तक्षकाय स्वाहा! आपके हिसाब में 140 करोड़ का ऑन रिकॉर्ड कोई ठोस तौर तरीका नहीं है। सब कुछ काल्पनिक है। आपने रुद्राक्ष और नीलकंठ में निवेश किया। आपने चपरासी तक के नाम पर निवेश किया है। आप अब फंस चुके हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने आम्रपाली के एक पांच सितारा होटल समेत दो मुख्य संपत्तियों की नीलामी में कोई खरीदार नहीं मिलने पर सख्त टिप्पणी की है। कोर्ट ने सोमवार को कहा कि प्रथमदृष्टया यह साठगांठ का काम नजर आता है। कोर्ट ने जानना चाहा कि क्या इस खेल में बैंक भी शामिल हैं।
जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस यूयू ललित की पीठ ने कहा कि यह चौंकाने और परेशान करने वाली बात है कि इन संपत्तियों की वित्तीय मदद करने के लिए कोई बैंकर आगे नहीं आ रहा। बैंक नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन (एनबीसीसी) के लिए पैसा देने को तैयार हैं लेकिन वे ऋण वसूली ट्रिब्यूनल (डीआरटी) द्वारा नीलामी में आम्रपाली की संपत्तियों की खरीद के लिए आगे नहीं आ रहे हैं।
च सितारा होटल आम्रपाली हॉलीडे इन टेक पार्क ग्रेटर नोएडा में है और वृंदावन में प्राइम लैंड है। डीआरटी ने इनके लिए 31 जनवरी को नीलामी आयोजित की थी लेकिन इन पर बोली लगाने के लिए कोई बिल्डर सामने नहीं आया। पीठ ने कहा कि पहले वह इन संपत्तियों के कम मूल्यांकन को लेकर चिंतित था लेकिन नीलामी में किसी का सामने नहीं आना चौंकाने वाला है। इससे लगता है कि सोची-समझी रणनीति के तहत कोशिश की जा रही है कि ये संपत्तियां बिके नहीं। इसमें कई लोगों के शामिल होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।
ईडन पार्क और कैसल्स के बिना बिके फ्लैटों का विज्ञापन देने को कहा
पीठ ने एनबीसीसी को आम्रपाली के दो प्रोजेक्टों ईडन पार्क और कैसल्स में तैयार उन फ्लौटों को पहले बेचने को कहा जो बिके नहीं है। इसके लिए विज्ञापन निकालने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि बाकी के फ्लैट चार महीने में तैयार की कीजिए। एनबीसीसी ने पीठ को बताया कि कैसल्स और ईडन पार्क में काम शुरू कर दिया है।
आपने बहुत कुछ हजम कर रखा है...इंद्राय स्वाहा..तक्षकाय स्वाहा
सुनवाई के दौरान जेपी मार्गन ने पीठ को बताया कि 85 करोड़ में से 60 करोड़ रुपये प्राइवेट लिमिटेड कंपनी आम्रपाली जोडिएक के पास ट्रांसफर कराए हैं। फेमा नियमों की वजह से हमने सीधे आम्रपाली को रकम ट्रांसफर नहीं की। इस पर जस्टिस यूयू ललित ने कहा कि मरीज मरने की दहलीज पर हो तो उससे सब कुछ छीनने की कोशिश न करें। मरीज स्वस्थ है और आपको कुछ गिफ्ट करना चाहता है तो वह बात अलग है। आम्रपाली और उसकी सहयोगी कंपनियों में गड़बड़ी की ओर इशारा करते हुए पीठ ने कहा आपने तो बहुत कुछ हजम कर रखा है.. इन्द्राय स्वाहा.. तक्षकाय स्वाहा! आपके हिसाब में 140 करोड़ का ऑन रिकॉर्ड कोई ठोस तौर तरीका नहीं है। सब कुछ काल्पनिक है। आपने रुद्राक्ष और नीलकंठ में निवेश किया। आपने चपरासी तक के नाम पर निवेश किया है। आप अब फंस चुके हैं।