कोलकाता हादसे के बाद प्राधिकरण भी सतर्क हो गया है। इसके तहत शनिवार को प्राधिकरण की टीम ने शहर में निर्माणाधीन कंस्ट्रक्शन साइट्स का दौरा किया और सुरक्षा का जायजा लिया।
इसके साथ ही सुरक्षा के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं। हर 15 दिन में प्राधिकरण ने कंस्ट्रक्शन साइट्स से स्टेट्स रिपोर्ट भी मांगी है। धिकरण के डीसीईओ सौम्य श्रीवास्तव ने कोलकाता केहादसे को देखते हुए कालिंदी कुंज यमुना पर बन रहे पुल, एमपी- 2 रोड पर बन रही एलिवेटिड रोड, नोएडा स्टेडियम में बन रहा क्रिकेट स्टेडियम और सेक्टर- 20 थाने में बन रहे पुलिस क्वॉर्टस का दौरा किया।
सभी प्रोजेक्ट की समीक्षा की गई और निर्देश दिए गए हैं कि कंस्ट्रक्शन साइट्स पर 24 घंटे डॉक्टर रहें और फर्स्ट एड देने की सुविधा रहे। इस बात का ध्यान रखा जाए कि काम करते वक्त सभी हेलमेट लगाएं।
कंस्ट्रक्शन काम के दौरान होने वाले रूट के बदलाव की जानकारी रोड पर आने वाले सभी लोगों को दी जाए। इससे लोगों की सुरक्षा के साथ-साथ उनका समय भी बर्बाद होने से बचेगा।
हमारे के लिए लोगों की सेफ्टी सबसे ज्यादा जरूरी है। पहले हर कंस्ट्रक्शन साइट्स से एक महीने में रिपोर्ट आती थी, लेकिन अब हर 15 दिन में स्टेट्स रिपोर्ट मांगी गई है। इस दौरे में चीफ प्रोजेक्ट इंजीनियर ए के गोयल, प्रोजेक्ट इंजीनियर एस सी मिश्रा आदि भी शामिल थे।
कोलकाता हादसे के बाद प्राधिकरण भी सतर्क हो गया है। इसके तहत शनिवार को प्राधिकरण की टीम ने शहर में निर्माणाधीन कंस्ट्रक्शन साइट्स का दौरा किया और सुरक्षा का जायजा लिया।
इसके साथ ही सुरक्षा के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं। हर 15 दिन में प्राधिकरण ने कंस्ट्रक्शन साइट्स से स्टेट्स रिपोर्ट भी मांगी है। धिकरण के डीसीईओ सौम्य श्रीवास्तव ने कोलकाता केहादसे को देखते हुए कालिंदी कुंज यमुना पर बन रहे पुल, एमपी- 2 रोड पर बन रही एलिवेटिड रोड, नोएडा स्टेडियम में बन रहा क्रिकेट स्टेडियम और सेक्टर- 20 थाने में बन रहे पुलिस क्वॉर्टस का दौरा किया।
सभी प्रोजेक्ट की समीक्षा की गई और निर्देश दिए गए हैं कि कंस्ट्रक्शन साइट्स पर 24 घंटे डॉक्टर रहें और फर्स्ट एड देने की सुविधा रहे। इस बात का ध्यान रखा जाए कि काम करते वक्त सभी हेलमेट लगाएं।
कंस्ट्रक्शन काम के दौरान होने वाले रूट के बदलाव की जानकारी रोड पर आने वाले सभी लोगों को दी जाए। इससे लोगों की सुरक्षा के साथ-साथ उनका समय भी बर्बाद होने से बचेगा।
हमारे के लिए लोगों की सेफ्टी सबसे ज्यादा जरूरी है। पहले हर कंस्ट्रक्शन साइट्स से एक महीने में रिपोर्ट आती थी, लेकिन अब हर 15 दिन में स्टेट्स रिपोर्ट मांगी गई है। इस दौरे में चीफ प्रोजेक्ट इंजीनियर ए के गोयल, प्रोजेक्ट इंजीनियर एस सी मिश्रा आदि भी शामिल थे।