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7.7 तीव्रता वाले भूकंप को ध्यान में रखकर एक साथ पांच स्थानों पर की गई मॉकड्रिल
राहत कार्य के साथ क्षमताओं को मापते हुए देखा गया टाइम मैनेजमेंट
संवाद न्यूज एजेंसी
गुरुग्राम। साइबर सिटी पर गहराते भूकंप के खतरे के मद्देनजर शुक्रवार को शहर में पांच स्थानों पर मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन करके प्रशासन और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया। प्रशासन की ओर से पांचों स्थानों पर एक साथ सुबह नौ बजे मॉक ड्रिल का समय निर्धारित किया गया था। शुक्रवार को गुरुग्राम के साथ यह मॉक ड्रिल सोनीपत, फरीदाबाद और झज्जर में एक साथ की गई।
सुबह के 9:05 बजे आपदा प्रबंधन से जुड़े पदाधिकारियों ने सायरन बजाकर शहर में भूकंप का अलर्ट जारी किया। इस दौरान रिएक्टर स्केल पर 7.7 तीव्रता वाले भूकंप का परिदृश्य बनाते हुए सभी चिन्हित पांच स्थानों, लघु सचिवालय, सेक्टर-10 स्थित नागरिक अस्पताल, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेक्टर 4-7, हीरो मोटोकॉर्प कंपनी व आरडी सिटी में राहत एवं बचाव के कार्य शुरू किए गए। इस दौरान घायलों को स्वास्थ्य कर्मियों की मदद से अस्पताल पहुंचाने और उनकी फर्स्ट एड करने का डेमो किया गया। सभी स्थानों से लगातार घायलों की सूचना मिलती रही और उन्हें राहत पहुंचाने का कार्य किया जाता रहा।
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बड़े पैमाने पर नुकसान के अनुमान पर पहुंचाई मदद
प्रशासन ने बड़े पैमाने पर नुकसान का अनुमान लगाकर चिन्हित स्थानों पर लगातार फायर ब्रिगेड और स्वयं सेवी भेजे, जिन्होंने प्रभावित लोगों को जरूरी मदद दी। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) की निगरानी में जिला प्रशासन ने ताऊ देवीलाल स्टेडियम में राहत एवं बचाव की आपातकालीन सेवाओं के लिए स्टेजिंग एरिया बनाया था।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सीईओ एवं एडीसी विश्राम कुमार मीणा ने मॉक ड्रिल के दौरान लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल से राहत एवं बचाव के कार्यों की मॉनीटरिंग की। इस दौरान एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं आदि के कर्मियों का उपयोग कथित पीड़ितों की खोज और बचाव अभियान में किया गया था।
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यहां डेढ़ घंटे देरी से शुरू हुई मॉक ड्रिल : सेक्टर-दस के अस्पताल में सुबह 9 बजे मॉक ड्रिल शुरू होनी थी, लेकिन कुछ अनियमितताओं के चलते यहां करीब डेढ़ घंटे देरी से शुरू हो पाई। बताया जा रहा है कि यहां तैयारियां पूरी नहीं होने के कारण राहत एवं बचाव कार्य समय से शुरू नहीं हो पाया। यहां तैनात पुलिस और दूसरे विभागों के कर्मचारी एक घंटे से अधिक यहां-वहां बैठकर इंतजार करते रहे।