कोरोना से महिला की मौत, चिकित्सक और फार्मासिस्ट संक्रमित
गाजियाबाद। जिले में कोरोना संक्रमण फिर से तेजी से पांव पसार रहा है। कोरोना की चपेट में आने के बाद संतोष अस्पताल में भर्ती बुजुर्ग महिला की बुधवार रात मौत हो गई। जिले में करीब 100 दिन बाद कोरोना से मौत का मामला फाइल में दर्ज किया गया है। इसके अलावा जिला एमएमजी अस्पताल के एक चिकित्सक और फार्मासिस्ट को भी कोरोना की पुष्टि की गई है। स्वास्थ्य विभाग ने नौ क्वारंटाइन सेंटर शुरू कर दिए हैं, जहां संदिग्ध मरीजों को रखा जाएगा।
वैशाली सेक्टर-5 निवासी 82 वर्षीय महिला को 28 अप्रैल को कोरोना की पुष्टि हुई थी। उन्हें 29 अप्रैल को इलाज के लिए संतोष अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला को ब्लड प्रेशर और शुगर की भी शिकायत थी। बुधवार को कोरोना से उनकी मौत होने की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने की है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि कोरोना से मौत के सही आंकड़े स्वास्थ्य विभाग द्वारा दर्ज नहीं किए जा रहे हैं। एमएमजी अस्पताल में तैनात नेत्र सर्जन और फार्मासिस्ट को बृहस्पतिवार को कोरोना संक्रमित पाए जाने की पुष्टि की गई। इनके संपर्क में रहने वाले लोगों की जांच कराई जा रही है। खासकर ओपीडी में आने वाले मरीजों को चिन्हित कर उनकी जांच कराए जाने की प्रक्रिया चल रही है। चिकित्सक के आवास और कार्यालय को सैनिटाइज्ड कराया गया है।
17 निजी अस्पतालों में भर्ती कराए जाएंगे संक्रमित
सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने बताया कि कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए 17 निजी अस्पतालों में 20 फीसदी बेड आरक्षित करने के निर्देश जारी किए गए हैं। करीब दो हजार बेड की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में की है। इन अस्पतालों को शुरू कर दिया गया है। कंट्रोल रूम से प्रतिदिन होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों का डाटा लिया जा रहा है। कंट्रोल रूम के माध्यम से इन मरीजों का हाल पूछा जा रहा है। बस अड्डा, मेट्रो स्टेशन और रेलवे स्टेशन पर जांच को बढ़ाया गया है। संयुक्त जिला अस्पताल में एल-2 के तहत 118 आईसीयू बेड, 20 आईसीयू और वेंटिलेटर और चार हाई फ्रिक्वेंसी नोजल कैन्युला (एचएफएनसी) की व्यवस्था की गई है। इसी तरह से संतोष अस्पताल में एल-2 और 3 के तहत 800 बेड की व्यवस्था की गई है। इनमें से करीब 211 आईसीयू, 20 वेंटिलेटर और तीन एचएफएनसी की व्यवस्था की गई है। निजी अस्पतालों में 970 बेड, 970 ऑक्सीजन युक्त बेड, 183 आईसीयू में बेड, 78 वेंटिलेटर, 14 एचएनएफसी की व्यवस्था शुरू कर दी गई है।
सार्वजनिक स्थानों पर जारी है लापरवाही
बिना मास्क के घूमने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वालों पर कार्रवाई हो रही है। फिर भी लोग बिना मास्क और सामाजिक दूरी के घूम रहे हैं। बृहस्पतिवार को घंटाघर सब्जी मंडी से सटे बाजार में लोगों की भीड़ रही और कई लोग बिना मास्क के घूमते दिखे।
कंटेंनमेंट जोन ओर सीलिंग की प्रक्रिया पड़ी ठंडी :
कोरोना के 400 से अधिक मामले होने के बावजूद जिले में कंटेंनमेंट जोन और सीलिंग की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है। इसको लेकर जिला प्रशासन स्वास्थ्य विभाग के प्रति नाराजगी भी जाहिर कर चुका है। प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग से उन क्षेत्रों की डिटेल मांगी गई है, जहां से कोरोना के अधिक मामले सामने आ रहे हैं।
नौ क्वारंटाइन केंद्र किए गए शुरू :
संदिग्ध मरीजों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिले में नौ क्वारंटाइन सेंटर शुरू कर दिए हैं। सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने बताया कि कोरोना के संदिग्ध मरीजों को इन सेंटर में रखा जाएगा। इनमें सूर्या अस्पताल मुरादनगर, एबीईएस इंजीनियरिंग कॉलेज, आरकेजीआईटी मेरठ रोड, आवास विकास अतिथि गृह ट्रोनिका सिटी, जनहित इंस्टीट्यूट, हाईटेक इंस्टीट्यूट, ग्लोबल लॉ कॉलेज, आरडी इंजीनियरिंग कॉलेज, आईडियल इंस्टीट्यूट शामिल हैं।
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