दस लोकल ट्रेनों के संचालन के बावजूद स्टेशन पर यात्रियों का टोटा है। स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने वालों की भीड़ इस बार नहीं दिख रही है। लॉक डाउन के पहले सुबह से ही स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ जमा हो जाती थी। लेकिन अब रेल से यात्रा करने वालों की संख्या कम हो गई है। रेलवे पांच अप्रैल से दिल्ली गाजियाबाद पलवल रूट पर छह और ट्रेनों का संचालन कर रहा है। लेकिन रेलवे को यात्रियों की कमी खल रही है।
रेल यात्री संघ के नेता योगेश बताते हैं, इस बार रेलवे ने न्यूनतम टिकट का किराया तीन गुना बढ़ा दिया है। इसका प्रभाव दिन-प्रतिदिन यात्रा करने वाले नौकरी पेशा लोग पर पड़ा है। लॉक डाउन के बाद रेलवे ने सभी ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया था। अब कुछ ट्रेनों का संचालन आधी अधूरी तैयारियों के साथ शुरू किया है। यात्रियों की सुविधा के लिए मासिक पास भी नहीं जारी किए जा रहे है।
इसके कारण दिन प्रतिदिन यात्रा करने वाले लोग बस य अन्य सवारी से यात्रा कर रहे है। योगेश ने बताया कि बढ़ा हुआ किराया वापस लेने और मासिक पास तथा अन्य लोकल ट्रेनों के संचालन शुरू करने की मांग को लेकर आगरा के डीआरम को पत्र भेजा है। उन्होंने मांग की है, अधिकांश नौकरी पेशाव धंधा करने वाले लोग सुबह 8 से 8.30 बजे के बीच अपने गंतव्य को जाते है। इसको ध्यान में रखते हुए मथुरा रूट पर सुबह और शाम ट्रेनें चलाई जाए।
दस लोकल ट्रेनों के संचालन के बावजूद स्टेशन पर यात्रियों का टोटा है। स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने वालों की भीड़ इस बार नहीं दिख रही है। लॉक डाउन के पहले सुबह से ही स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ जमा हो जाती थी। लेकिन अब रेल से यात्रा करने वालों की संख्या कम हो गई है। रेलवे पांच अप्रैल से दिल्ली गाजियाबाद पलवल रूट पर छह और ट्रेनों का संचालन कर रहा है। लेकिन रेलवे को यात्रियों की कमी खल रही है।
रेल यात्री संघ के नेता योगेश बताते हैं, इस बार रेलवे ने न्यूनतम टिकट का किराया तीन गुना बढ़ा दिया है। इसका प्रभाव दिन-प्रतिदिन यात्रा करने वाले नौकरी पेशा लोग पर पड़ा है। लॉक डाउन के बाद रेलवे ने सभी ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया था। अब कुछ ट्रेनों का संचालन आधी अधूरी तैयारियों के साथ शुरू किया है। यात्रियों की सुविधा के लिए मासिक पास भी नहीं जारी किए जा रहे है।
इसके कारण दिन प्रतिदिन यात्रा करने वाले लोग बस य अन्य सवारी से यात्रा कर रहे है। योगेश ने बताया कि बढ़ा हुआ किराया वापस लेने और मासिक पास तथा अन्य लोकल ट्रेनों के संचालन शुरू करने की मांग को लेकर आगरा के डीआरम को पत्र भेजा है। उन्होंने मांग की है, अधिकांश नौकरी पेशाव धंधा करने वाले लोग सुबह 8 से 8.30 बजे के बीच अपने गंतव्य को जाते है। इसको ध्यान में रखते हुए मथुरा रूट पर सुबह और शाम ट्रेनें चलाई जाए।