पंजाब में दसवीं के बच्चे प्री बोर्ड की परफॉर्मेंस पर ही प्रमोट किए जाएंगे। इसके लिए पंजाब एजुकेशन बोर्ड के दसवीं के छात्रों को कोई लिखित परीक्षा नहीं देनी पड़ेगी। प्री-बोर्ड परीक्षाओं की परफॉर्मेंस के आधार पर उन्हें प्रमोट कर दिए जाएगा। यह घोषणा पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने की है।
सरकार की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि राज्य सरकार ने पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड के तहत आठवीं से लेकर 10वीं तक सभी बच्चों को अगली कक्षा में प्रमोट करने की तैयारी कर ली है। इन बच्चों को इसके लिए लिखित परीक्षा नहीं देनी पड़ेगी। सरकार ने यह निर्णय राज्य में पनप रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि सीबीएसई के अंतर्गत कक्षा 11वीं और 12वीं के विद्यार्थियों को लेकर सरकार वही निर्णय करेगी, जो केंद्र कहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोरोना के संक्रमण को देखते हुए एहतियातन उपाय बरते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में छूट देने के साथ ही सरकार अर्थव्यवस्था को भी पटरी पर लाने का प्रयास कर रही है।
उनका प्रयास है कि पंजाब में कोई भी भूखे पेट ना सोए। इसके लिए सरकार सभी श्रमिकों को पाक खाने के पैकेट पहुंचाने का भी प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से भी समय-समय पर चेक किया जाता है कि राशन की पहुंच समय रहते हो रही है। उन्होंने कहा कि अभी तक सरकार करीब 2 करोड़ लोगों तक राशन पहुंचा चुकी है।
उन्होंने स्वीकार किया कि अभी तक पंजाब में लैब कम होने के कारण टेस्टिंग में दिक्कत आ रही है। लेकिन वे इसका भी हल निकालने का प्रयास कर रहे हैं।