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नाभा जेल में डेराप्रेमी महिंदरपाल बिट्टू की हत्या को लेकर एक बड़ा सच सामने आया है। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि कत्ल की साजिश किसने रची थी। नाभा की मैक्सिमम सिक्योरिटी जेल में बंद जसप्रीत सिंह उर्फ निहाला बिट्टू की हत्या का मुख्य साजिशकर्ता है। यह खुलासा मामले में पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में हुआ है।
अभी तक बिट्टू की हत्या का मुख्य आरोपी गुरसेवक सिंह उर्फ भूत निवासी गांव झिओरहेड़ी थाना सुहाना और मनिंदर सिह निवासी भगडाना (फतेहगढ़ साहिब) को माना जा रहा था। लेकिन पुलिस जांच में यह सामने आया है कि जसप्रीत सिंह उर्फ निहाला निवासी रणजीत नगर त्रिपड़ी करीब 9 महीने पहले नाभा की नई जिला जेल में था, उसी वक्त जसप्रीत ने डेरा प्रेमी महिंदरपाल बिट्टू की हत्या की साजिश रची थी। इन दिनों वह मैक्सिमम सिक्योरिटी जेल में हत्या, आर्म्स एक्ट और अनलॉफुल एक्ट के तहत बंद है।
जसप्रीत सिंह नाभा की नई जेल के गुरुद्वारा साहिब में दूसरे आरोपी गुरसेवक सिंह के साथ सेवा करता था। उसी दौरान जसप्रीत ने गुरसेवक सिंह के साथ मीटिंग करके हत्या की योजना बनाई थी। बाद में जब जसप्रीत को मैक्सिमम सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट कर दिया गया, तब दोनों मोबाइल के जरिये संपर्क में रहने लगे कि किस तरह से बिट्टू की हत्या की योजना को सिरे चढ़ाना है। उल्लेखनीय है कि जसप्रीत सिंह को पुलिस पहले ही प्रोडक्शन वारंट पर नाभा हाई सिक्योरिटी जेल से ले आई थी और अब वह पुलिस रिमांड पर है।
पुलिस की जांच में यह भी पता चला है कि नाभा की नई जेल में रहने के दौरान जसप्रीत के पास एक मोबाइल फोन भी था, जिसके जरिये वह बाहर के किसी व्यक्ति से बात भी करता था। ऐसे में पुलिस को आशंका है कि कोई बाहरी एजेंसी या व्यक्ति इस कत्ल में शामिल हो सकता है। पुलिस को यह भी अंदेशा है कि जसप्रीत को विदेशों से फंडिंग हो रही थी और इसने अन्य डेराप्रेमियों की हत्या की साजिश भी रची हो। इसके बारे में जसप्रीत से पूछताछ की जा रही है।
हत्या के लिए लखवीर व हरप्रीत ने लाकर दी थीं रॉड
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि डेराप्रेमी को लोहे की रॉर्ड केवल गुरसेवक सिंह व मनिंदर सिंह ने नहीं मारी थी, बल्कि उस वक्त उनके साथ दो अन्य कैदी भी थे। उनकी पहचान एनडीपीएस एक्ट में बंद लखवीर सिंह उर्फ लखा बाबा उर्फ दीप निवासी सलाना (अमलोह) और चोरी व किडनेपिंग के केस में बंद हरप्रीत सिंह उर्फ बानिया निवासी गांव नागरा (संगरूर) के रूप में हुई। लखवीर व हरप्रीत ने ही डेराप्रेमी की हत्या के लिए लोहे की रॉड लाकर दी थीं।
मामले के सभी पांच आरोपियों को वीरवार को रिमांड खत्म होने पर कोर्ट में पेश किया गया। ड्यूटी मजिस्ट्रेट जीएस जौहल ने पांचों को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। अब सभी आरोपियों को 29 जून को कोर्ट में दोबारा पेश किया जाएगा।
डेराप्रेमी की हत्या के केस में अब तक पुलिस ने गुरसेवक सिंह उर्फ भूत निवासी गांव झिओरहेड़ी थाना सुहाना, मनिंदर सिंह निवासी भगडाना (फतेहगढ़ साहिब), जसप्रीत सिंह उर्फ निहाला निवासी रणजीत नगर त्रिपड़ी पटियाला, लखवीर सिंह उर्फ लखा बाबा उर्फ दीप निवासी सलाना (अमलोह) और हरप्रीत सिंह उर्फ बानिया निवासी गांव नागरा (संगरूर) को गिरफ्तार किया है।
नाभा जेल में डेराप्रेमी महिंदरपाल बिट्टू की हत्या को लेकर एक बड़ा सच सामने आया है। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि कत्ल की साजिश किसने रची थी। नाभा की मैक्सिमम सिक्योरिटी जेल में बंद जसप्रीत सिंह उर्फ निहाला बिट्टू की हत्या का मुख्य साजिशकर्ता है। यह खुलासा मामले में पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में हुआ है।
अभी तक बिट्टू की हत्या का मुख्य आरोपी गुरसेवक सिंह उर्फ भूत निवासी गांव झिओरहेड़ी थाना सुहाना और मनिंदर सिह निवासी भगडाना (फतेहगढ़ साहिब) को माना जा रहा था। लेकिन पुलिस जांच में यह सामने आया है कि जसप्रीत सिंह उर्फ निहाला निवासी रणजीत नगर त्रिपड़ी करीब 9 महीने पहले नाभा की नई जिला जेल में था, उसी वक्त जसप्रीत ने डेरा प्रेमी महिंदरपाल बिट्टू की हत्या की साजिश रची थी। इन दिनों वह मैक्सिमम सिक्योरिटी जेल में हत्या, आर्म्स एक्ट और अनलॉफुल एक्ट के तहत बंद है।
जसप्रीत सिंह नाभा की नई जेल के गुरुद्वारा साहिब में दूसरे आरोपी गुरसेवक सिंह के साथ सेवा करता था। उसी दौरान जसप्रीत ने गुरसेवक सिंह के साथ मीटिंग करके हत्या की योजना बनाई थी। बाद में जब जसप्रीत को मैक्सिमम सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट कर दिया गया, तब दोनों मोबाइल के जरिये संपर्क में रहने लगे कि किस तरह से बिट्टू की हत्या की योजना को सिरे चढ़ाना है। उल्लेखनीय है कि जसप्रीत सिंह को पुलिस पहले ही प्रोडक्शन वारंट पर नाभा हाई सिक्योरिटी जेल से ले आई थी और अब वह पुलिस रिमांड पर है।
हत्या में बाहरी व्यक्ति के शामिल होने का भी अंदेशा
पुलिस की जांच में यह भी पता चला है कि नाभा की नई जेल में रहने के दौरान जसप्रीत के पास एक मोबाइल फोन भी था, जिसके जरिये वह बाहर के किसी व्यक्ति से बात भी करता था। ऐसे में पुलिस को आशंका है कि कोई बाहरी एजेंसी या व्यक्ति इस कत्ल में शामिल हो सकता है। पुलिस को यह भी अंदेशा है कि जसप्रीत को विदेशों से फंडिंग हो रही थी और इसने अन्य डेराप्रेमियों की हत्या की साजिश भी रची हो। इसके बारे में जसप्रीत से पूछताछ की जा रही है।
हत्या के लिए लखवीर व हरप्रीत ने लाकर दी थीं रॉड
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि डेराप्रेमी को लोहे की रॉर्ड केवल गुरसेवक सिंह व मनिंदर सिंह ने नहीं मारी थी, बल्कि उस वक्त उनके साथ दो अन्य कैदी भी थे। उनकी पहचान एनडीपीएस एक्ट में बंद लखवीर सिंह उर्फ लखा बाबा उर्फ दीप निवासी सलाना (अमलोह) और चोरी व किडनेपिंग के केस में बंद हरप्रीत सिंह उर्फ बानिया निवासी गांव नागरा (संगरूर) के रूप में हुई। लखवीर व हरप्रीत ने ही डेराप्रेमी की हत्या के लिए लोहे की रॉड लाकर दी थीं।
डेराप्रेमी की हत्या के आरोपी दो दिन की रिमांड पर
मामले के सभी पांच आरोपियों को वीरवार को रिमांड खत्म होने पर कोर्ट में पेश किया गया। ड्यूटी मजिस्ट्रेट जीएस जौहल ने पांचों को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। अब सभी आरोपियों को 29 जून को कोर्ट में दोबारा पेश किया जाएगा।
डेराप्रेमी की हत्या के केस में अब तक पुलिस ने गुरसेवक सिंह उर्फ भूत निवासी गांव झिओरहेड़ी थाना सुहाना, मनिंदर सिंह निवासी भगडाना (फतेहगढ़ साहिब), जसप्रीत सिंह उर्फ निहाला निवासी रणजीत नगर त्रिपड़ी पटियाला, लखवीर सिंह उर्फ लखा बाबा उर्फ दीप निवासी सलाना (अमलोह) और हरप्रीत सिंह उर्फ बानिया निवासी गांव नागरा (संगरूर) को गिरफ्तार किया है।