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पुलिस ने पांच नवंबर को अवैध पिस्तौल के साथ पकड़े गए पांच आरोपियों की निशानदेही पर पांच और पिस्तौल बरामद किए हैं। मामले में ए कैटेगिरी के गैंगस्टर तेजिंदर सिंह उर्फ तेजा को प्रोडक्शन वारंट पर पटियाला जेल से लाकर पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं जानकारी मिली है कि हथियारों की इस तस्करी के तार अब ऑस्ट्रेलिया में बैठे एक आरोपी से जुड़ रहे हैं।
जिले के एसएसपी अखिल चौधरी ने बताया कि पांच नवंबर को सात पिस्तौल और 21 कारतूसों के साथ नीरज कुमार उर्फ गग्गू और रामपाल उर्फ बंटी लुबाणा सहित पांच आरोपी पकड़े गए थे। इनकी निशानदेही पर रोपड़ पुलिस ने पांच और पिस्तौल बरामद किए हैं। ये पिस्तौल श्री आनंदपुर साहिब के गांव मजारी की खड्ड में छुपाकर रखे गए थे।
एसएसपी ने बताया कि ये हथियार पटियाला जेल में बंद ए कैटेगरी के गैंगस्टर तेजिंदर सिंह उर्फ तेजा ने मंगवाए थे और इस संबंध में सारी डील ऑस्ट्रेलिया में रह रहे हरजीत सिंह उर्फ हनी ने की थी। हनी ने गग्गू और बंटी लुबाणा का व्हाट्सएप के जरिये गैंगस्टर तेजिंदर उर्फ तेजा से संपर्क करवाया था और हथियारों के लिए पैसे का प्रबंध भी उसी ने किया था।
गग्गू और बंटी लुबाणा ये हथियार मध्य प्रदेश से आगरा और दिल्ली के रास्ते पंजाब में सप्लाई करते थे। एसएसपी ने बताया कि तेजिंदर उर्फ तेजा पर हत्या, हत्या के प्रयास और लूट समेत 24 आपराधिक मामले दर्ज हैं। जबकि जनवरी में तेजा ने अपने साथियों के साथ लुधियाना में दो किलो सोने की लूट को अंजाम दिया था।
पुलिस के अनुसार तेजा के भाई पर पिछले दिनों किसी ने फायरिंग की थी। उसका बदला लेने के लिए तेजा पटियाला जेल से हथियार मंगवा रहा था। पुलिस को यह भी शक है कि इन हथियारों से किसी को धमकाने या फिरौती मांगने की वारदात भी हो सकती थी।
पुलिस ने मामले में पकड़े गए सभी आरोपियों को श्री आनंदपुर साहिब की अदालत में पेश कर 15 नवंबर तक रिमांड लिया है। जानकारी के अनुसार तेजिंदर सिंह उर्फ तेजा नाभा जेल ब्रेक कांड के मुख्य आरोपी गुरप्रीत सेखों के गैंग से संबंधित है और गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया इसका विरोधी है।
पुलिस ने पांच नवंबर को अवैध पिस्तौल के साथ पकड़े गए पांच आरोपियों की निशानदेही पर पांच और पिस्तौल बरामद किए हैं। मामले में ए कैटेगिरी के गैंगस्टर तेजिंदर सिंह उर्फ तेजा को प्रोडक्शन वारंट पर पटियाला जेल से लाकर पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं जानकारी मिली है कि हथियारों की इस तस्करी के तार अब ऑस्ट्रेलिया में बैठे एक आरोपी से जुड़ रहे हैं।
जिले के एसएसपी अखिल चौधरी ने बताया कि पांच नवंबर को सात पिस्तौल और 21 कारतूसों के साथ नीरज कुमार उर्फ गग्गू और रामपाल उर्फ बंटी लुबाणा सहित पांच आरोपी पकड़े गए थे। इनकी निशानदेही पर रोपड़ पुलिस ने पांच और पिस्तौल बरामद किए हैं। ये पिस्तौल श्री आनंदपुर साहिब के गांव मजारी की खड्ड में छुपाकर रखे गए थे।
एसएसपी ने बताया कि ये हथियार पटियाला जेल में बंद ए कैटेगरी के गैंगस्टर तेजिंदर सिंह उर्फ तेजा ने मंगवाए थे और इस संबंध में सारी डील ऑस्ट्रेलिया में रह रहे हरजीत सिंह उर्फ हनी ने की थी। हनी ने गग्गू और बंटी लुबाणा का व्हाट्सएप के जरिये गैंगस्टर तेजिंदर उर्फ तेजा से संपर्क करवाया था और हथियारों के लिए पैसे का प्रबंध भी उसी ने किया था।
गग्गू और बंटी लुबाणा ये हथियार मध्य प्रदेश से आगरा और दिल्ली के रास्ते पंजाब में सप्लाई करते थे। एसएसपी ने बताया कि तेजिंदर उर्फ तेजा पर हत्या, हत्या के प्रयास और लूट समेत 24 आपराधिक मामले दर्ज हैं। जबकि जनवरी में तेजा ने अपने साथियों के साथ लुधियाना में दो किलो सोने की लूट को अंजाम दिया था।
पुलिस के अनुसार तेजा के भाई पर पिछले दिनों किसी ने फायरिंग की थी। उसका बदला लेने के लिए तेजा पटियाला जेल से हथियार मंगवा रहा था। पुलिस को यह भी शक है कि इन हथियारों से किसी को धमकाने या फिरौती मांगने की वारदात भी हो सकती थी।
पुलिस ने मामले में पकड़े गए सभी आरोपियों को श्री आनंदपुर साहिब की अदालत में पेश कर 15 नवंबर तक रिमांड लिया है। जानकारी के अनुसार तेजिंदर सिंह उर्फ तेजा नाभा जेल ब्रेक कांड के मुख्य आरोपी गुरप्रीत सेखों के गैंग से संबंधित है और गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया इसका विरोधी है।