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अल्मोड़ा

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गोलना की युवती की शादी को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म


भिकियासैंण/अल्मोड़ा। स्याल्दे क्षेत्र निवासी मदन राम की बुधवार संदिग्धावस्था में हुई मौत के मामले को क्षेत्र की एक युवती की शादी से जोड़कर देखा जा रहा है। क्षेत्र में यह चर्चा जोरों पर है कि बिचौलियों ने लेनदेन करके युवती की जबरन मेरठ में एक व्यक्ति से शादी कर दी गई। हालांकि इस मामले में अभी तक किसी पक्ष ने रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है। इधर एसडीएम ने बताया है कि गांव लौटने के बाद शुक्रवार को युवती के बयान लिए गए लेकिन उसने किसी पर आरोप नहीं लगाया है। एसडीएम ने बताया है कि शनिवार को ग्राम प्रधान और गांव के अन्य जिम्मेदार लोगों के समक्ष युवती के बयान लिए जाएंगे। युवती के बयानों के बाद ही मामले में कार्रवाई होगी।
बता दें कि बुधवार को स्याल्दे क्षेत्र निवासी मदन राम का शव क्षेत्र में एक मंदिर के पास पड़ा मिला। बताया गया है कि कुछ लोगों ने मदन राम पर क्षेत्र के एक गांव की एक युवती की शादी को लेकर बिचौलिये की भूमिका अपनाने का आरोप लगाया था। इसके बाद राजस्व पुलिस ने उससे पूछताछ की थी। उसके बाद मदन राम की संदिग्ध मौत हो गई थी। बताया गया है कि युवती के पिता की मौजूदगी में युवती की मेरठ में एक व्यक्ति के साथ शादी करने का प्रयास किया गया लेकिन बताया गया है कि युवती ने शादी से इंकार कर दिया। साथ ही पूर्व में कुछ लोगों पर पैसे लेकर शादी करवाने का जुबानी आरोप भी लगाया था।
इधर एसडीएम अभय प्रताप सिंह ने बताया कि पूर्व में यह सूचना मिली थी कि क्षेत्र किसी नाबालिग लड़की की शादी करवाई जा रही है लेकिन बाद में पता लगा कि लड़की बालिग है। उन्होंने बताया कि युवती मेरठ से अपने गांव लौट चुकी है और शुक्रवार को राजस्व पुलिस कर्मियों को दिए बयानों में उसने किसी पर जबरन शादी कराने के आरोप नहीं लगाए हैं। एसडीएम ने बताया कि इस मामले में अभी तक कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं है। शनिवार को राजस्व पुलिस की टीम ग्राम प्रधान और गांव के जिम्मेदार लोगों के सामने युवती के एक बार फिर बयान लेगी। युवती के बयानों के आधार पर ही आगे कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी मामला अस्पष्ट है और युवती के बयान के बाद ही इस मामले का खुलासा हो सकेगा।
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बलात्कार मामले में मेडिकल को भेजी गई पीड़िता


चौखुटिया (अल्मोड़ा)। तहसील के एक गांव में दिव्यांग किशोरी के साथ एक व्यक्ति ने पांच महीने के दौरान कई बार दुष्कर्म किया। यही नहीं किशोरी के गर्भवती हो जाने पर उसका गर्भपात भी करा दिया। इस काम में आरोपी के भाई ने भी भी आरोपी का साथ दिया। पुलिस ने पीड़िता के पिता की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर पीड़िता को मेडिकल के लिए अल्मोड़ा भेज दिया है।
पीड़िता के पिता ने पुलिस को दी गई तहरीर में आरोप लगाया है कि इंदर कुमार नाम का व्यक्ति अक्तूबर 2018 से फरवरी 2019 तक उसकी दिव्यांग बेटी के साथ दुराचार करता रहा। बेटी के गर्भवती होने पर उनको मामले की जानकारी हुई। आरोपी के भाई ने उन्हें डरा धमकाकर देहरादून ले जाकर किशोरी का गर्भपात करा दिया। आरोपी के परिजनों के भय के चलते प्राथमिकी दर्ज कराने में विलंब हुआ। थानाध्यक्ष रमेश सिंह बोहरा ने बताया कि इस मामले आरोपी इंदर कुमार के खिलाफ 376/2, 452, 506, 342, 313 व 120 बी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि पीड़िता को मेडिकल के लिए अल्मोड़ा भेजा गया है। ब्यूरो
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अस्पताल में उत्पात मचा रहे शराबी को पुलिस ने दबोचा

अल्मोड़ा। जिला अस्पताल में बृहस्पतिवार सुबह एक शराबी ने काफी उत्पात मचाया। अस्पताल परिसर में घूमते हुए शराबी गाली-गलौच और अभद्र भाषा का प्रयोग करता रहा। बाद मेें सूचना मिलने पर अस्पताल पहुंची पुलिस शराबी को पकड़कर ले गई।

ओपीडी में और चिकित्सकों के कमरे में भीड़ के दौरान अस्पताल पहुंचा एक शराबी गाली गलौच और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने लगा। शराबी के उत्पात से अस्पताल पहुंचे रोगियों के अलावा डॉक्टरों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

इस दौरान शराबी एक वरिष्ठ चिकित्सक के कमरे में भी पहुंच गया और गाली गलौच करने लगा। इसी दौरान अस्पताल के गार्डों ने पुलिस को बुला लिया। कुछ देर बाद पहुंची पुलिस शराबी को पकड़कर ले गई। अस्पताल में पहुंचे रोगियों का कहना था कि अस्पताल में कभी मरीजों के पर्स चोरी हो जाते हैं तो कभी शराबी उत्पात मचाने लगते हैं। उन्होंने अस्पताल में पुलिस सुरक्षा की मांग की। इधर चिकित्सकों ने भी अस्पताल में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की है।

चिकित्सकों का कहना है कि शाम के समय भी कई बार शराबी अस्पताल में घुस आते हैं और हंगामा खड़ा कर देते हैं। अस्पताल के पीएमएस डॉ. प्रकाश वर्मा ने बताया कि अस्पताल परसिर में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए तैनात सुरक्षा गार्डों को भी निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी तरह की अराजकता करने वाले को तुरंत पुलिस को सौंप दिया जाए।
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उत्तराखंड: अल्मोड़ा जिला जेल में छापा, तीन माह में तीसरी बार बरामद हुए मोबाइल

पहले रंगदारी फिर नशा कारोबार से पूरे प्रदेश में चर्चा में आया अल्मोड़ा जिला कारागार एक बार सुर्खियों में आया है। एसटीएफ और पुलिस की दो कार्रवाई के बाद अब तीसरी बार जेल प्रशासन की कार्रवाई में भी जेल से मोबाइल फोन, सिम कार्ड, डाटा केबल और मोबाइल कवर बरामद हुए हैं। जेल प्रशासन की तहरीर पर जिला पुलिस ने आजीवन कारावास की सजा काट रहे एक कैदी के साथ ही एक अन्य कैदी के खिलाफ केस दर्ज किया है। फिलहाल जेल प्रशासन इस बात की जांच कर रहा है कि कैदी इस बार किस धंधे के लिए मोबाइलों का इस्तेमाल कर रहे थे।

अल्मोड़ा जिला जेल में बंद कैदियों द्वारा जेल के अंदर से ही रंगदारी मांगे जाने की सूचना पर एसटीएफ और पुलिस ने चार अक्तूबर को जेल में छापा मारा था। इसमें टीम को तीन मोबाइल, चार सिम कार्ड और डेढ़ लाख की नकदी बरामद हुई थी। पूरे मामले में हत्यारोपी कलीम और उसके साथी महिपाल को मुख्य आरोपी बनाया गया था। उस वक्त प्रभारी जेलर और चार बंदी रक्षकों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई हुई थी।

इसके बाद 24 नवंबर को एसटीएफ और पुलिस ने फिर एक बार जेल में छापा मारा। उस वक्त भी यहां से मोबाइल और सिम कार्ड बरामद हुए थे। अब तीसरी बार नौ दिसंबर को जेल प्रशासन ने ही जेल में छापा मारा है। इस कार्रवाई में जेल प्रशासन को दो कैदियों से तीन मोबाइल फोन, 10 सिम कार्ड, 10 डाटा केबल और दो मोबाइल कवर बरामद हुए हैं।  प्रभारी अधीक्षक जिला कारागार जयंत पांगती ने इस संबंध में जिला पुलिस को तहरीर सौंपी है जिसके आधार पर पुलिस ने कैदी महिपाल निवासी बस्ती, ऋषिकेश, उत्तराखंड और सलीम भोजीपुरा, यूपी के खिलाफ कैदी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। 

क्या दो कार्रवाइयों  के बाद भी जेल में आते रहे मोबाइल 
जिला जेल में इससे पहले दो बार एसटीएफ और पुलिस छापा मार चुकी है और दोनों बार मोबाइल व सिम बरामद हुए हैं। अब तीसरी बार फिर मोबाइल और सिम बरामद होने से यह स्पष्ट  है कि दो बड़ी कार्रवाइयों के बाद भी जेल में मोबाइल फोन आए। पहली बार मिले मोबाइल अल्मोड़ा से ही खरीदे जाने की पुष्टि हुई थी। दूसरी बार मिले मोबाइल महिपाल ने बाहर से मंगाए थे। अब तीसरी बार मोबाइल लोकल से खरीदे गए या फिर अभी भी बाहर से जेल में मोबाइलों की सप्लाई हो रही है, यह जांच का विषय है। संवाद

बंदी रक्षकों की नाराजगी से तो नहीं हुआ खुलासा
पहली बार अल्मोड़ा जिला जेल में छापा पड़ने के बाद जेल प्रशासन की पहली कार्रवाई बंदी रक्षकों के खिलाफ की गई। फिर दूसरी बार छापा पड़ा तो बंदी रक्षकों ने एकजुट होकर जेलर का घेराव किया। तब उनका कहना था कि जेल प्रशासन की लापरवाही से सजा उन्हें मिलती है। कहा जा रहा है तीसरा छापा जेल प्रशासन ने मारा लेकिन सूत्रों का कहना है कि बंदी रक्षकों ने इसके लिए पहल की और छानबीन कर मोबाइल, सिम बरामद किये। जिसके बाद जेल प्रशासन ने कार्रवाई की। अगर बंदी रक्षक जेल की व्यवस्था से नाराज नहीं होते तो यह खुलासा होना भी संभव नहीं था। 

क्या जेल में तैयार किया जा रहा है नया गिरोह
जिला जेल में पहली कार्रवाई से खुलासा हुआ था कि कलीम ने रंगदारी के लिए महिपाल की मदद से जेल के कुछ कर्मचारियों के साथ मिलकर गिरोह तैयार किया। कलीम के दूसरी जेल में शिफ्ट होन के बाद महिपाल ने बागेश्वर से एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार हुए अंकित के साथ चरस तस्करी के लिए नया गिरोह खड़ा कर दिया। अब अंकित ने महिपाल और कलीम पर रंगदारी मांगने का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया है, लेकिन इस बार एक नया नाम सलीम, महिपाल के साथ जुड़ गया है। सलीम के साथ मिलकर क्या महिपाल नया गिरोह खड़ा कर रहा था। या सलीम पहले से ही पूरे खेल में शामिल है और अब तक जेल प्रशासन, पुलिस या एसटीएफ को इसकी भनक नहीं लग सकी थी। 

जेल में अभी भी ध्वस्त नहीं हुआ अपराध का नेटवर्क
तीसरी कार्रवाई से यह भी सवाल खड़ा होता है कि क्या जेल में अभी भी अवैध धंधों का नेटवर्क धवस्त नहीं हुआ। हर बार जेल में मंगाए गए मोबाइलों से अलग-अलग अवैध धंधे किये गए। इस बार फिर जेल में मोबाइल मिले। और इनसे भी रंगदारी या चरस कारोबार को अंजाम दिया जा रहा था या फिर कोई नया अवैध कारोबार किया जा रहा था। फिलहाल यह जांच के बाद स्पष्ट होगा। 

अल्मोड़ा जिला कारागार के प्रभारी अधीक्षक जयंत पांगती ने पुलिस को एक तहरीर सौंपी है। इसके आधार पर नौ दिसंबर को जेल प्रशासन ने जेल में छापा मारा। इसमें कैदियों के पास से तीन मोबाइल, 10 सिम कार्ड और 10 डाटा केबल बरामद हुए।  जेल में बंद कैदी महिपाल और सलीम के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। 
- पंकज भट्ट, एसएसपी अल्मोड़ा
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प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर

उत्तराखंड: युवक ने पहले बेरहमी से पत्नी की पीट-पीट कर की हत्या, फिर पेट्रोल से जलाया

एक युवक ने पहले बेरहमी से पीट-पीट कर पत्नी की हत्या कर दी फिर इसे अग्नि दुर्घटना दिखाने के मकसद से पेट्रोल डालकर शव को जला दिया। वह सुबह शव का अंत्येष्टि भी कर लेता, लेकिन उससे पहले ही किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया। ससुर की तहरीर पर हत्या का केस दर्ज कर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

प्रचारित किया कि सिलिंडर फटने से लगी आग में उसकी पत्नी जल गई
पुलिस के अनुसार अल्मोड़ा कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत मटेना गांव निवासी कृष्ण उर्फ किशन (28) पुत्र सुंदर लाल का सोमवार देर रात पत्नी शोभा देवी (25) से विवाद हुआ। कृष्ण ने पत्नी की पिटाई की और पटक-पटक कर उसे मार डाला। पत्नी की मौत के बाद वह शव को किचन में ले गया और वहां पेट्रोल डालकर शव को काफी जला दिया। उसने लोगों में प्रचारित किया कि सिलिंडर फटने से लगी आग में उसकी पत्नी जल गई है।

नई टिहरी: मां, भाई और गर्भवती भाभी के हत्यारे को मृत्युदंड, अदालत ने ‘रेयर ऑफ द रेयरेस्ट’ केस माना

सुबह आठ बजे उसने लमगड़ा ब्लॉक निवासी ससुर किशन राम को फोन पर कथित हादसे की सूचना दी। पुलिस ने बताया कि कृष्ण सुबह पत्नी के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा था, तभी किसी ग्रामीण ने पुलिस को सूचना दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया।
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उत्तराखंड: अल्मोड़ा में हत्या की वारदात से सनसनी, पति ने पत्नी पर कुल्हाड़ी से वार कर मार डाला

उत्तराखंड में अल्मोड़ा के बिंता क्षेत्र में एक व्यक्ति ने कुल्हाड़ी से अपनी पत्नी की हत्या कर दी। राजस्व पुलिस ने देर शाम अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि आरोपी पति ने अपना जुर्म कबूल लिया और मौके से राजस्व पुलिस ने कुल्हाड़ी और डंडे भी बरामद किए हैं। फिलहाल हत्या की वजह साफ नहीं हो सकी है। राजस्व पुलिस के मुताबिक अत्यधिक नशे में पति ने वारदात को अंजाम दिया है। देर रात घटी इस वारदात का सुबह जब स्थानीय लोगों को पता चला तो इलाके में दहशत फैल गई। 

बिंता के (ढाईगड़ा) निवासी दयाकिशन जोशी (46 वर्ष) अपनी पत्नी बीना जोशी (39 वर्ष) तीन बच्चों और मां के साथ लंबे समय से बजेल खत्ते में रह रहे थे। रविवार देर रात किसी बात को लेकर पत्नी से उसका झगड़ा हो गया और तैश में आकर दयाकिशन ने पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी। झगड़े की वजह साफ नहीं हो सकी है। बताया जा रहा है कि इससे पहले उसने मां से भी मारपीट की और बाद में पत्नी से झगड़ा हुआ।


राजस्व पुलिस के मुताबिक झगड़ा काफी देर तक चला। हत्या में कुल्हाड़ी के अलावा डंडे आदि का भी इस्तेमाल हुआ है। वारदात के बाद मां ने घटना की जानकारी अन्य पुत्रों को दी। सुबह पुलिस और राजस्व पुलिस को सूचना दी गई। बग्वालीपोखर चौकी से पुलिस मृतका के घर पहुंची पर राजस्व क्षेत्र होने की वजह से वह वापस लौट आई। बाद में राजस्व टीम से तहसीलदार लीना चंद्रा धामी, क्षेत्र के उपराजस्व निरीक्षक चंद्र प्रकाश पांडेय, आशुतोष लोहनी आदि घटना स्थल पहुंचे। उप राजस्व निरीक्षक चंद्र प्रकाश पांडेय ने बताया कि मृतका के सिर पर चोट के निशान हैं। 
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उत्तराखंड: राजेंद्र हत्याकांड का पर्दाफाश, बीडीसी सदस्य समेत तीन गिरफ्तार, आठ आरोपी अब भी फरार

हत्या
अल्मोड़ा पुलिस ने बाड़ेछीना के निकट पल्यू कांचुला पुल के पास बीते 20 जुलाई को लाठी डंडों से हमला करके हुई राजेंद्र सिंह (30) की हत्या के मामले का खुलासा करते हुए बीडीसी सदस्य सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

एसएसपी पीएन मीणा ने बताया कि राजेंद्र की हत्या पंचायत चुनाव की रंजिश में की गई थी। वारदात में शामिल आठ लोग फरार है, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। एसएसपी के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों ने जुर्म कबूल कर लिया है और निशानदेही पर आलाकत्ल (तीन लाठी डंडे) के साथ राजेंद्र क क्षतिग्रस्त मोबाइल भी बरामद किया है।

बीते 20 जुलाई को बाड़ेछीना के अंतर्गत ग्राम पल्यू काचूली पुल के पास सुपई गांव निवासी राजेंद्र सिंह चम्याल की लाठी, डंडो से पीटकर हत्या कर दी गई थी। राजेंद्र की पत्नी कमला चम्याल ने अज्ञात लोगों के खिलाफ राजस्व पुलिस में हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कई घंटे तक शव भी नहीं उठाया था, बाद में डीएम नितिन सिंह भदौरिया के आश्वासन के बाद उन्होंने शव का अंतिम संस्कार किया।

27 जुलाई को डीएम ने जांच रेगुलर पुलिस को स्थानांतरित करने के आदेश दिए तो एसएसपी पीएन मीणा ने पुलिस क्षेत्राधिकारी वीर सिंह और कोतवाल हरेंद्र चौधरी की देखरेख में पुलिस टीम गठित कर दी। बृहस्पतिवार को एसएसपी पीएन मीणा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पंचायत चुनाव के समय से दोनों पक्षों के बीच रंजिश चल रही थी और 20 जुलाई को आरोपियों ने पूर्व नियोजित तरीके से पल्यू के पास एकत्र हुए और राजेंद्र सिंह पर लाठी डंडों से हमला करके हत्या कर दी।
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सेना के जवान के खाते से जालसाजों ने उड़ाई रकम, ब्लैंक चेक लगाकर हड़पे लोन के पांच लाख रुपये

जालसाजों ने अल्मोड़ा के ताड़ीखेत ब्लॉक के सरोली गांव निवासी सैनिक के व्यक्तिगत बैंक खाते से जालसाजी कर पर्सनल लोन में मिले पांच लाख रुपये हड़प लिए। उन्होंने लोन लेते समय बैंक के एजेंट को चार ब्लैंक चेक दिए थे। यहीं से जालसाजी शुरू हुई और खाते की पूरी राशि हड़प ली गई। राजस्व पुलिस ने आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 

ग्राम सरोली पिलखोली निवासी करन पांडे पुत्र तारा दत्त पांडे ने एक्सिस बैंक की बठिंडा शाखा पंजाब से पिछले दिनों पांच लाख का पर्सनल लोन लिया था। लोन की उक्त राशि उनके बैंक खाते में मिली। करन का कहना है लोन राशि मिलने के तुरंत बाद उनके खाते से 45 हजार की राशि अचानक निकल गई। उन्होंने बैंक से जानकारी ली तो बताया गया कि राशि चेक से निकाली गई है।

पूर्व में करन ने लोन स्वीकृत कराने के लिए चार ब्लैंक चेक एजेंट को दिए थे। एजेंट के खिलाफ शिकायत करने के लिए उन्होंने गूगल सर्च से एक्सिस बैंक के उपभोक्ता कस्टमर केयर का फोन नंबर लिया और कस्टमर केयर से बोल रहे व्यक्ति ने करन से कहा कि उनके 45 हजार रुपये खाते में वापस भेज दिए जाएंगे। इसके लिए कुछ प्रक्रियाएं हैं, उन्हें पूरा करना होगा। यहीं से ठगों ने झांसे में लिया और खाते संबंधी व्यक्तिगत जानकारी ले ली।

यहां तक मोबाइल में आए ओटीपी (कोड) पूछकर खाते से 4.77 लाख रुपये निकाल लिए। वहीं पिलखोली की आरएसआई ज्योति जोशी का कहना है कि जवान बठिंडा में तैनात है। शिकायत मिली हैं। लग रहा है कि गलत कस्टमर केयर नंबर से साइबर अपराधियों ने ठगी की है। अज्ञात आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर मामला साइबर सेल को भेजा गया है। मामले की जांच शुरू हो गई है।
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उत्तराखंड: दुष्कर्म और लैंगिक अपराध के मामलों में आरोपियों की जमानत याचिका खारिज, वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई सुनवाई

उत्तराखंड के अल्मोड़ा में  विशेष सत्र न्यायाधीश प्रदीप पंत की अदालत ने दुष्कर्म के मामले में नैनीताल जिले के निवासी आरोपी की जमानत खारिज कर दी है। मामले में वीडियो कांफ्रेंसिंग से बहस हुई। एक अन्य मामले में भी आरोपी को जमानत नहीं दी गई। नगर के एक मोहल्ले में किराए के कमरे में रहने वाली एक नाबालिग गत 14 फरवरी को घर से आईटीआई जाने के लिए निकली, लेकिन घर नहीं लौटी।

इसके बाद उसके पिता ने 18 फरवरी को नाबालिग पुत्री की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई। पुलिस ने एक माह बाद 18 मार्च को मिडल फील्ड गार्डन, सभरपुर सेक्टर गुरुग्राम हरियाणा से रवींद्र कुमार जीना के साथ नाबालिग को बरामद किया। आरोपी रवींद्र कुमार जीना ग्राम कूल पट्टी प्यूड़ा जिला नैनीताल का मूल निवासी है।
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छात्रवृति घोटाला: रानीखेत पुलिस ने की पहली गिरफ्तारी, हापुड़ की यूनिवर्सिटी का कर्मचारी गिरफ्तार

उत्तराखंड में एससी-एसटी ओबीसी दशमोत्तर छात्रवृत्ति अनियमित्ता मामले में रानीखेत पुलिस ने पहली गिरफ्तारी की है। 14,23080 रुपये के गबन मामले में एसआईटी की जांच के बाद इसी साल 10 जनवरी को मुकदमा दर्ज हुआ था।

रानीखेत क्षेत्र के विद्यालयों से 18 छात्र-छात्राओं के छात्रवृत्ति के फर्जी  फॉर्म भरवाए गए थे। इस मामले में उपनिबंधक मोनार्ड यूनिवर्सिटी हापुड़ के छात्रवृत्ति सेक्सन इंचार्ज को रानीखेत पुलिस ने हापुड़ से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, इसके बाद उसे जेल भेज दिया है।


विवेचना में जुटी एसएसआई बसंती आर्या ने बताया कि छात्रवृत्ति घोटाले की जांच एसआईटी टीम द्वारा की गई। 10 जनवरी 2020 को कोतवाली रानीखेत में उपनिबंधक मोनार्ड यूनिवर्सिटी हापुड़ व अज्ञात बिचौलियों के विरुद्ध, जिला समाज कल्याण कार्यालय अल्मोड़ा से प्राप्त छात्रवृत्ति की धनराशि 14,23080  रुपये के कूटरचित दस्तावेज तैयार कर आपराधिक षडयंत्र रचकर गबन करने के संबंध में अभियोग पंजीकृत किया गया था।
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अल्मोड़ा: पुरानी रंजिश में ग्रामीण ने युवक पर फेंका तेजाब, अस्पताल में भर्ती

उत्तराखंड के अल्मोड़ा में पुरानी रंजिश में अल्मोड़ा तहसील के गोविंदपुर रणखिला गांव में 18 वर्षीय युवक पर तेजाब से हमला किया गया है। घटना 25 जनवरी देर शाम की है। युवक जंगल से खच्चर चराकर घर लौट रहा था, इसी दौरान गांव के ही एक व्यक्ति ने पीछे से उसकी गर्दन पर एसिड फेंक दिया, जिससे युवक बुरी तरह झुलस गया। रानीखेत राजकीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद युवक को सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) हल्द्वानी रेफर किया गया है।

डॉक्टर के अनुसार युवक करीब 50 फीसदी तक झुलसा है। पिता की तहरीर परआरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इधर, हल्द्वानी एसटीएच के प्लास्टिक सर्जन डॉ. हिमांशु सक्सेना ने बताया कि युवक की हालत स्थिर बनी हुई है।

रणखिला के प्रमोद कुमार पुत्र भुवन राम 25 जनवरी की शाम जंगल से खच्चर लेकर लौट रहा था। आरोप है कि गांव के ही दुर्गा राम ने उसकी गर्दन पर तेजाब फेंक दिया और मौके से फरार हो गया। ग्रामीण प्रमोद को राजकीय अस्पताल ले गए। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर हल्द्वानी एसटीएच कर दिया। प्रमोद कुमार ने बताया कि उसके बड़े भाई का प्रेम विवाह दुर्गा राम की पुत्री से हुआ था, इसी बात से दुर्गा राम उनसे रंजिश पाले हुए है।

पीड़ित के पिता भुवन राम ने की तहरीर पर आरोपी दुर्गा राम के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। राजस्व उप निरीक्षक हेमंत कुमार ने बताया कि आईपीसी की धारा 326 ए में केस दर्ज किया गया है। सोमवार को वह पीड़ित के बयान लेने हल्द्वानी जाएंगे। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
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राष्ट्रीय जूनियर बैडमिंटन खिलाड़ी से अल्मोड़ा में दुष्कर्म, कोलकाता पुलिस पहुंची

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