अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने जा रहे हैं। इसको लेकर पूरे देश में जगह-जगह विभिन्न आयोजन हो रहे हैं। मिर्जापुर के प्रसिद्ध देवरहा बाबा के शिष्य देवरहा हंस बाबा के आश्रम में भी इसकी तैयारियां जोर शोर से की जा रही हैं। एक लाख 11 हजार देशी घी के लड्डू बनाए जा रहे हैं।
वहीं इसके प्रथम भाग को लेकर आश्रम का एक जत्था अयोध्या स्थित श्रीराम जन्मभूमि के लिए रवाना हो गया है। वहां मंदिर में लड्डू को चढ़ाने के बाद उसे वापस लाया जाएगा और उसे संपूर्ण लड्डुओं में मिला दिया जाएगा। बाद में पूरे देश के धर्मस्थलों में प्रसाद स्वरूप भेजा जाएगा।
एक लाख 11 हजार देशी घी से लड्डू बनाए जा रहे हैं। भगवान के भोग के बाद उसे देश के कोने-कोने धार्मिक स्थलों से लेकर अन्य राम भक्तों तक पहुंचाया जाएगा। यह लड्डू बाबा के आश्रम में रह रही गायों के घी से ही बनाया जा रहा है। आश्रम में 8000 से ज्यादा गाय हैं।
आश्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, आरएसएस के सर संघ चालक मोहन भागवत, विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष रहे स्वर्गीय अशोक सिंघल समेत कई बड़ी हतिस्तयां आ चुकी हैं। राम मंदिर निर्माण आदोंलन के शुरुआती दिनों में कई बार यहां महत्वपूर्ण लोगों की बैठकें भी हुई हैं। देवरहा हंस बाबा देवरहा बाबा के उत्तराधिकारी हैं।
देवरहा बाबा ने वर्ष 1952 में भगवान राम के जन्म स्थान को सही ठहराया था। उन्होंने कहा था कि कोई कुछ भी कहे, लेकिन भगवान राम का जन्मस्थल अयोध्या में ही है। राम जन्मभूमि राम की है राम की होगी उसको नकारा नहीं जा सकता।
वहीं देवरहा बाबा के उत्तराधिकारी देवरहा हंस बाबा ने भी 1989 में इसी बात को दोहराया था। देवरहा हंस बाबा ने कहा कि राम मंदिर निर्माण से महाआध्यात्मिक शक्ति के प्रभाव के द्वारा भारत एक महाशक्तिमान बनकर रहेगा। देश विदेश में भारत का नाम होगा, विश्व में गुरु हो जाएगा।
अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने जा रहे हैं। इसको लेकर पूरे देश में जगह-जगह विभिन्न आयोजन हो रहे हैं। मिर्जापुर के प्रसिद्ध देवरहा बाबा के शिष्य देवरहा हंस बाबा के आश्रम में भी इसकी तैयारियां जोर शोर से की जा रही हैं। एक लाख 11 हजार देशी घी के लड्डू बनाए जा रहे हैं।
वहीं इसके प्रथम भाग को लेकर आश्रम का एक जत्था अयोध्या स्थित श्रीराम जन्मभूमि के लिए रवाना हो गया है। वहां मंदिर में लड्डू को चढ़ाने के बाद उसे वापस लाया जाएगा और उसे संपूर्ण लड्डुओं में मिला दिया जाएगा। बाद में पूरे देश के धर्मस्थलों में प्रसाद स्वरूप भेजा जाएगा।
एक लाख 11 हजार देशी घी से लड्डू बनाए जा रहे हैं। भगवान के भोग के बाद उसे देश के कोने-कोने धार्मिक स्थलों से लेकर अन्य राम भक्तों तक पहुंचाया जाएगा। यह लड्डू बाबा के आश्रम में रह रही गायों के घी से ही बनाया जा रहा है। आश्रम में 8000 से ज्यादा गाय हैं।
आश्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, आरएसएस के सर संघ चालक मोहन भागवत, विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष रहे स्वर्गीय अशोक सिंघल समेत कई बड़ी हतिस्तयां आ चुकी हैं। राम मंदिर निर्माण आदोंलन के शुरुआती दिनों में कई बार यहां महत्वपूर्ण लोगों की बैठकें भी हुई हैं। देवरहा हंस बाबा देवरहा बाबा के उत्तराधिकारी हैं।
देवरहा बाबा ने वर्ष 1952 में भगवान राम के जन्म स्थान को सही ठहराया था। उन्होंने कहा था कि कोई कुछ भी कहे, लेकिन भगवान राम का जन्मस्थल अयोध्या में ही है। राम जन्मभूमि राम की है राम की होगी उसको नकारा नहीं जा सकता।
वहीं देवरहा बाबा के उत्तराधिकारी देवरहा हंस बाबा ने भी 1989 में इसी बात को दोहराया था। देवरहा हंस बाबा ने कहा कि राम मंदिर निर्माण से महाआध्यात्मिक शक्ति के प्रभाव के द्वारा भारत एक महाशक्तिमान बनकर रहेगा। देश विदेश में भारत का नाम होगा, विश्व में गुरु हो जाएगा।