उत्तर प्रदेश पुलिस की ऑनलाइन दरोगा भर्ती परीक्षा के दौरान बुधवार को मिर्जापुर स्थित केआईटी में दूसरे की जगह बैठा मुन्ना भाई हस्ताक्षर मिलान के दौरान पकड़ा गया। गिरफ्त में आए आरोपी की शिनाख्त इलाहाबाद के शिवकुटी निवासी राघवेंद्र यादव के तौर पर हुई है।
वहीं, जिसकी जगह राघवेंद्र परीक्षा दे रहा था उसकी तस्दीक उसके दोस्त इलाहाबाद के झूंसी निवासी पवन यादव के तौर पर हुई है। मिर्जामुराद पुलिस ने राघवेंद्र को गिरफ्तार कर उसके और पवन के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज किया है।
मिर्जामुराद थाना अंतर्गत केआईटी में बुधवार को यूपी दरोगा भर्ती के अभ्यर्थियों की ऑनलाइन परीक्षा आयोजित थी। अभ्यर्थियों के हस्ताक्षर मिलान के दौरान राघवेंद्र यादव की पोल खुली। दरअसल, परीक्षा के प्रवेश पत्र पर पवन की जगह राघवेंद्र ने अपनी फोटो चिपका ली थी।
राघवेंद्र को लेकर पवन परीक्षा केंद्र के भीतर गया और फिर प्रवेश पत्र भूल जाने की बात कह कर बाहर निकल गया। परीक्षकों ने परीक्षा के दौरान जब राघवेंद्र के हस्ताक्षर का मिलान कराया तो वह आवेदन फार्म से नहीं मिला। हस्ताक्षर को लेकर कक्ष निरीक्षकों को शक हुआ तो उससे पूछताछ शुरू की गई।
राघवेंद्र ने अपनी पहचान के लिए आधार कार्ड प्रस्तुत किया तो उसमें भी छेड़छाड़ पाई गई। राघवेंद्र के पास पवन का आधार कार्ड था लेकिन छेड़छाड़ कर फोटो खुद की लगा रखा था। कड़ाई से पूछताछ के दौरान ही उसने स्वीकार किया कि वह अपने दोस्त पवन की जगह परीक्षा दे रहा है।
इस संबंध में थानाध्यक्ष मिर्जामुराद संतोष कुमार सिंह ने बताया कि परीक्षा के पर्यवेक्षक और क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर बृजेश कुमार मिश्र की तहरीर पर राघवेंद्र यादव और पवन यादव धोखाधड़ी, कूटरचना सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस की ऑनलाइन दरोगा भर्ती परीक्षा के दौरान बुधवार को मिर्जापुर स्थित केआईटी में दूसरे की जगह बैठा मुन्ना भाई हस्ताक्षर मिलान के दौरान पकड़ा गया। गिरफ्त में आए आरोपी की शिनाख्त इलाहाबाद के शिवकुटी निवासी राघवेंद्र यादव के तौर पर हुई है।
वहीं, जिसकी जगह राघवेंद्र परीक्षा दे रहा था उसकी तस्दीक उसके दोस्त इलाहाबाद के झूंसी निवासी पवन यादव के तौर पर हुई है। मिर्जामुराद पुलिस ने राघवेंद्र को गिरफ्तार कर उसके और पवन के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज किया है।
मिर्जामुराद थाना अंतर्गत केआईटी में बुधवार को यूपी दरोगा भर्ती के अभ्यर्थियों की ऑनलाइन परीक्षा आयोजित थी। अभ्यर्थियों के हस्ताक्षर मिलान के दौरान राघवेंद्र यादव की पोल खुली। दरअसल, परीक्षा के प्रवेश पत्र पर पवन की जगह राघवेंद्र ने अपनी फोटो चिपका ली थी।
राघवेंद्र को लेकर पवन परीक्षा केंद्र के भीतर गया और फिर प्रवेश पत्र भूल जाने की बात कह कर बाहर निकल गया। परीक्षकों ने परीक्षा के दौरान जब राघवेंद्र के हस्ताक्षर का मिलान कराया तो वह आवेदन फार्म से नहीं मिला। हस्ताक्षर को लेकर कक्ष निरीक्षकों को शक हुआ तो उससे पूछताछ शुरू की गई।
राघवेंद्र ने अपनी पहचान के लिए आधार कार्ड प्रस्तुत किया तो उसमें भी छेड़छाड़ पाई गई। राघवेंद्र के पास पवन का आधार कार्ड था लेकिन छेड़छाड़ कर फोटो खुद की लगा रखा था। कड़ाई से पूछताछ के दौरान ही उसने स्वीकार किया कि वह अपने दोस्त पवन की जगह परीक्षा दे रहा है।
इस संबंध में थानाध्यक्ष मिर्जामुराद संतोष कुमार सिंह ने बताया कि परीक्षा के पर्यवेक्षक और क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर बृजेश कुमार मिश्र की तहरीर पर राघवेंद्र यादव और पवन यादव धोखाधड़ी, कूटरचना सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया है।