पुलवामा में हुए आतंकी हमले में बृहस्पतिवार को पड़ाव क्षेत्र के बहादुरपुर गांव निवासी अवधेश यादव उर्फ दीपू शहीद हो गए। वह तीन दिन पहले मंगलवार को घर से ड्यूटी पर गए थे।
गुरुवार देर रात तक घर वालों को उनके शहीद होने की सूचना नहीं दी गयी थी। हालांकि घटना की जानकारी होने के बाद से ही ग्रामीणों का उनके घर पर जमावड़ा होने लगा था।
बहादुरपुर गांव के हरिकेश यादव के चार बेटे बेटियों में अवधेश सबसे बड़े थे। वर्ष 2006 में वह सीआरपीएफ की 145वीं बटालियन में भर्ती हुए थे। परिवार में पिता के अलावा मां मालती देवी हैं जो कैंसर से पीड़ित हैं। दो बहनों की शादी हो चुकी है।
छोटा भाई बृजेश यादव पढ़ाई कर रहा है। अवधेश की शादी तीन साल पहले सैयदराजा के पूरवा गांव निवासी जनार्दन यादव की बेटी शिल्पी के साथ हुई थी। उन्हें 3 साल का एक बेटा निखिल है।
बृहस्पतिवार को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में वह शहीद हो गए। उनके शहीद होने की सूचना पर सहसा लोगों को भरोसा नहीं हुआ। लोग एक दूसरे से जानकारी लेने लगे। देर रात तक लोगों का जमावड़ा हो गया।