सावले रंग की वजह से 14 साल की सावना को आस-पड़ोस से ताने सुनने को मिलते थे। सांवले रंग की वजह से ही उसकी बड़ी बहन की शादी भी नहीं हो पा रही थी। इससे परेशान होकर किशोरी ने फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा दिया है। मामला बांदा जिले के काजीटोला गांव का है।
संतशरण आरख की बेटी कुमारी सावना रविवार सुबह घर से हसिया लेकर खेत जाने की बात कहकर गई। दोपहर को संतशरण के खेत में ही पेड़ पर उसकी लाश दुपट्टे से लटकती हुई मिली। गले में दुपट्टे का फंदा कसा हुआ था। चाचा राजू आरख ने पुलिस को सूचना दी।
उन्होंने बताया कि पांच दिन पूर्व बड़ी बहन को देखने के लिए कुछ लोग आए थे। लेकिन रंग सांवला होने पर शादी से इनकार कर दिया। छोटी बहन सावना भी सांवली थी। शायद उसे यह सदमा बर्दाश्त नहीं हुआ। उस दिन के बाद से ही सावना उदास रहने लगी थी। संभवत: इसी वजह से क्षुब्ध होकर उसने फांसी लगा ली। मृतका के पिता और भाई अहमदाबाद में मजदूरी करते हैं।
थानाध्यक्ष चिंरजीव मोहन ने बताया कि परिजनों ने आत्महत्या की तहरीर दी है। लाश का पोस्टमार्टम कराया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण गले में फंदा कसना बताया गया है।
सावले रंग की वजह से 14 साल की सावना को आस-पड़ोस से ताने सुनने को मिलते थे। सांवले रंग की वजह से ही उसकी बड़ी बहन की शादी भी नहीं हो पा रही थी। इससे परेशान होकर किशोरी ने फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा दिया है। मामला बांदा जिले के काजीटोला गांव का है।
संतशरण आरख की बेटी कुमारी सावना रविवार सुबह घर से हसिया लेकर खेत जाने की बात कहकर गई। दोपहर को संतशरण के खेत में ही पेड़ पर उसकी लाश दुपट्टे से लटकती हुई मिली। गले में दुपट्टे का फंदा कसा हुआ था। चाचा राजू आरख ने पुलिस को सूचना दी।
उन्होंने बताया कि पांच दिन पूर्व बड़ी बहन को देखने के लिए कुछ लोग आए थे। लेकिन रंग सांवला होने पर शादी से इनकार कर दिया। छोटी बहन सावना भी सांवली थी। शायद उसे यह सदमा बर्दाश्त नहीं हुआ। उस दिन के बाद से ही सावना उदास रहने लगी थी। संभवत: इसी वजह से क्षुब्ध होकर उसने फांसी लगा ली। मृतका के पिता और भाई अहमदाबाद में मजदूरी करते हैं।
थानाध्यक्ष चिंरजीव मोहन ने बताया कि परिजनों ने आत्महत्या की तहरीर दी है। लाश का पोस्टमार्टम कराया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण गले में फंदा कसना बताया गया है।