मऊ। शहर कोतवाली अंतर्गत सहादतपुरा में आभूषण व्यापारी को गोली मारने की घटना की जांच में मंगलवार को भी पुलिस के हाथ कोई खास सुराग नहीं लगा है। पुलिस प्रथमदृष्टया व्यापारी के साथ किसी का रार तो नहीं था, इसी को जांच बिंदु मानकर आगे बढ़ रही है। बदमाशोें को पकड़ने के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने घटना स्थल पर जाकर हालात का जायजा लिया। घटना से परिजन पूरी तरह से दहशत मेें हैं। हालांकि व्यापारी खतरे से बाहर है।
सहादतपुरा निवासी और आपूर्ति लिपिक का पुत्र आभूषण व्यवसायी मनोज कुमार गुप्त को बदमाशोें के द्वारा सोमवार की रात आठ बजे गोली मारकर घायल करने की घटना के कारणों का पता नहीं चल सका है। लेेकिन पुलिस यह मानकर जांच कर रही है कि व्यापारी को बदमाश लूट की नियत से गोली नहीं मारे थे। ऐसे मेें व्यापारी का किसी से रार तो नहीं था। इसी विंदु पर पुलिस जांच कर रही है। पुलिस ने सोमवार की रात शहर के कई स्थानोें पर छापेमारी की। लेकिन कुछ खास सुराग हाथ नहीं लगा। बदमाशोें को दबोचने के लिए सीओ सिटी, एसओजी और एसएसआई के नेतृत्व मेें टीमोें का गठन किया गया है। पुलिस अधीक्षक जोगेंद्र कुमार घटना का जायजा लेने के लिए पीड़ित परिजनोें से मिले। घटना के बाबत एसपी ने पूछताछ भी की। परिजन इस कदर खौफजदा हैं कि कुछ भी बोल नहीं पा रहे हैं। घटना को लेकर लोगों में दहशत व्याप्त है। बदमाशों के द्वारा दिए गए अंजाम को लोग नहीं भुला पा रहे हैं।
मऊ। शहर कोतवाली अंतर्गत सहादतपुरा में आभूषण व्यापारी को गोली मारने की घटना की जांच में मंगलवार को भी पुलिस के हाथ कोई खास सुराग नहीं लगा है। पुलिस प्रथमदृष्टया व्यापारी के साथ किसी का रार तो नहीं था, इसी को जांच बिंदु मानकर आगे बढ़ रही है। बदमाशोें को पकड़ने के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने घटना स्थल पर जाकर हालात का जायजा लिया। घटना से परिजन पूरी तरह से दहशत मेें हैं। हालांकि व्यापारी खतरे से बाहर है।
सहादतपुरा निवासी और आपूर्ति लिपिक का पुत्र आभूषण व्यवसायी मनोज कुमार गुप्त को बदमाशोें के द्वारा सोमवार की रात आठ बजे गोली मारकर घायल करने की घटना के कारणों का पता नहीं चल सका है। लेेकिन पुलिस यह मानकर जांच कर रही है कि व्यापारी को बदमाश लूट की नियत से गोली नहीं मारे थे। ऐसे मेें व्यापारी का किसी से रार तो नहीं था। इसी विंदु पर पुलिस जांच कर रही है। पुलिस ने सोमवार की रात शहर के कई स्थानोें पर छापेमारी की। लेकिन कुछ खास सुराग हाथ नहीं लगा। बदमाशोें को दबोचने के लिए सीओ सिटी, एसओजी और एसएसआई के नेतृत्व मेें टीमोें का गठन किया गया है। पुलिस अधीक्षक जोगेंद्र कुमार घटना का जायजा लेने के लिए पीड़ित परिजनोें से मिले। घटना के बाबत एसपी ने पूछताछ भी की। परिजन इस कदर खौफजदा हैं कि कुछ भी बोल नहीं पा रहे हैं। घटना को लेकर लोगों में दहशत व्याप्त है। बदमाशों के द्वारा दिए गए अंजाम को लोग नहीं भुला पा रहे हैं।