जोखिम कम होने के साथ गांव में बैंकिंग की सुविधा
तीन गांवों में बैंक शाखा, 17 में अति सूक्ष्म बैंक खोले
सप्ताह में 2500 रुपये का लेन-देन
अमित गुप्ता
लखीमपुर खीरी। ग्रामीणों को गांव में ही बैंकिंग की सुविधा का सपना साकार होने जा रहा है। दो हजार से अधिक आबादी वाले तीन गांवों में बैंक शाखा खोलने की योजना पर अमल होने लगा है, वहीं 17 गांवों में अति सूक्ष्म शाखा खोलने का मसौदा विभागीय अफसरों ने तैयार कर लिया है। इससे लूट जैसी घटनाओं का जोखिम कम होगा और गांव में बैंकिंग की सुविधा का घर बैठे लाभ ग्रामीणों को मिलेगा। तो बैंकों के चक्कर काटने से निजात मिल जाएगी।
बता दें कि दो हजार से अधिक आबादी वाले गांवों में बैंक सुविधा मुहैया कराने का लक्ष्य सरकार ने रखा है। इस योजना पर बैंकों को अमल करना है। ताकि ग्रामीणों को गांव में ही लेनदेन की सुविधा मुहैया कराई जा सके। इसी क्रम में जिले की अग्रणी बैंक में शुमार इलाहाबाद बैंक ने विस्तार शुरू कर दिया है। अन्य शाखाओं की प्रगति अभी शून्य है। मानकों की कसौटी पर खरे उतरने वाले तीन गांवों में बिजनेस की संभावनाओं के चलते बैंक शाखा खोली गई हैं। सदर ब्लाक के गांव खम्हौल, मितौली के ब्लाक इनायतचीफ ग्रंट और निघासन ब्लाक के गांव छेदुई पतिया में बैंक शाखाएं खोली गई हैं, जो कस्बों में स्थापित बैंकों की भांति कार्य करेंगी। इसके अलावा 17 गांवों में अति सूक्ष्म शाखा खोलने का मसौदा तैयार हो चुका है। इन गांवों में बैंकिंग सुविधा के संचालन में सहयोग का जिम्मा पुणे की विजन इंडिया एक्सपोर्ट लिमिटेड को मिला है, जिसने चिन्हित 17 गांवों में एफबीसी (फील्ड बिजनेस करेस्पांडेंट) तैनात कर दिए हैं। वहीं बैंक ने संबंधित ब्रांच के मैनेजर/आफिसर/फील्ड आफिसर को नामित कर दिया है, जो इच्छुक ग्रामीणों के बैंक खाते खोलेंगे।
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बेस ब्रांच से जुड़ी रहेंगी यूएसबी
अति सूक्ष्म ब्रांच (यूएसबी) नजदीकी बेस ब्रांच से जुड़ी रहेंगी। एलडीएम एचएस गिल ने बताया कि बेस ब्रांच धौरहरा से गांव महाराजनगर व कुंबैहा, जेबीगंज से सल्लिया, भीरा से गरहिया, ईसानगर से बीरसिंहपुर, महेवागंज से ओदरहना, ममरी से परेली, निघासन से बल्लीपुर, पलिया से सरखना पूरब, ढखेरवा से रमियाबेहड़, तिकुनिया से बनवीरपुर, ओयल से बरतेर, अटकोहना से बेरिहाडीह, सुंदरवल से देवरिया, नकहा से सकेथू, फरधान से गनेशपुर व अमृतागंज से भीरा घासी को जोड़ा गया है। इन सूक्ष्म शाखाओं वाले गांवों में एक दिन बुधवार का नियत किया गया है। इस दिन खाताधारक एफबीसी से 2500 रुपये तक लेन-देन कर सकता है। भविष्य में किसान क्रेडिट धारकों को भी गांव में ही लेन-देन की सुविधा मिल सकेगी। यानी बैंकों तक चक्कर काटने से निजात मिल सकेगी।
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अति सूक्ष्म शाखाओं को अभी सप्ताह में एक दिन ही संचालित किया जा रहा है। बिजनेस बढ़ने पर सूक्ष्म शाखाओं को कस्बे में संचालित बैंकों की तरह बैंक शाखाओं में तब्दील किया जा सकता है।
एचएस गिल, एलडीएम