टीम डिजिटल, अमर उजाला, कानपुर
Updated Sat, 06 May 2017 05:14 PM IST
यूपी में सपा की करारी हार के बाद आखिरका समाजवादी पार्टी टूट गई। शिवपाल सिंह यादव ने नई पार्टी का ऐलान कर दिया है। चौंकाने वाली बात ये है कि इस नई पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव होंगे।
शिवपाल यादव शुक्रवार को पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव से मुलाकात करने इटावा पहुंचे। शिवपाल ने अपने बहनोई डॉ. अजंट सिंह के घर मीडिया से मुलाकात कर अपना एक और बड़ा बयान दे दिया। यहां उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय के लिए सेक्युलर मोर्चा बनाया जा रहा है। इसके अध्यक्ष नेताजी मुलायम सिंह यादव ही होंगे। नेताजी को सम्मान दिलाने और समाजवादियों को एक जुट करने के लिए ये मोर्चा बनाया जा रहा है।
यादव परिवार में बात बनने के बजाय बिगड़ती जा रही है। दो दिन पहले ही शिवपाल ने इटावा में अपने चचेरे भाई रामगोपाल यादव पर हमला बोला और उन्हें शकुनि तक कह डाला था। इससे ठीक चार दिन पहले मीडिया के सवालों और शिवपाल के बयानों से भड़क कर रामगोपाल ने कहा था कि शिवपाल यादव बेकार की बातें करते हैं। उन्होंने पार्टी का संविधान नहीं पढ़ा है। पार्टी का सदस्यता अभियान चल रहा है. शिवपाल तो अभी सदस्य तक भी नहीं बने हैं।
अखिलेश यादव ने यूपी विधानसभा चुनावों के वक्त मुलायम सिंह को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष पद से हटाकर खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे। उन्होंने मीडिया से कहा था कि वह सिर्फ तीन महीने के लिए अध्यक्ष बने हैं और चुनाव के बाद वह नेताजी को राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद लौटा देंगे।
मुलायम के परिवार में इसे लेकर दो फाड़ है। अपर्णा यादव भी कह चुकी हैं कि मुलायम सिंह को अध्यक्ष पद लौटा दिया जाना चाहिए। उनके परिवार में मुलायम सिंह यादव उनकी दूसरी पत्नी साधन यादव और छोटे बेटे प्रतीक यादव, बहू अपर्णा यादव और शिवपाल एक तरफ हैं जबकि रामगोपाल यादव परिवार के इस विवाद में शुरू से ही मुलायम और शिवपाल के खिलाफ अखिलेश के साथ खड़े हैं। मुलायम को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद हटवाने में भी रामगोपाल यादव का बड़ा रोल था।
शिवपाल ने 15 जून को सेक्युलर पार्टी बनाने की बात कही है। पूर्व केबिनेट मंत्री और जसवंतनगर विधायक शिवपाल सिंह ने कहा कि हमने पार्टी का संविधान पढ़ा हो या न पढ़ा हो लेकिन पार्टी के जो शकुनि और कथित संविधान रचियता हैं।
उन्होंने चुनाव में टिकट बांटे जिससे हमारी सीटें 47 पर ही रह गयी और पूर्व सीएम से मेरा कहना है कि वो नेताजी को राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद दें, पार्टी नेताजी ने बनायीं है, हमने संविधान पढ़ा हो या न पढ़ा हो लेकिन शकुनि ने जरूर पढ़ा है हमने गीता पढ़ी है, अब शकुनि भी गीता पढ़ें।
हमने सेक्युलर पार्टी बनाने के लिए 3 महीने का समय दिया था पूर्व सीएम को मेरा कहना है की पूर्व में किया गया वादा निभाएं और राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद नेताजी को सौंपे। अगर ऐसा नहीं हुआ तो 15 जून तक सेक्युलर पार्टी बना लेंगे।
यूपी में सपा की करारी हार के बाद आखिरका समाजवादी पार्टी टूट गई। शिवपाल सिंह यादव ने नई पार्टी का ऐलान कर दिया है। चौंकाने वाली बात ये है कि इस नई पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव होंगे।
शिवपाल यादव शुक्रवार को पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव से मुलाकात करने इटावा पहुंचे। शिवपाल ने अपने बहनोई डॉ. अजंट सिंह के घर मीडिया से मुलाकात कर अपना एक और बड़ा बयान दे दिया। यहां उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय के लिए सेक्युलर मोर्चा बनाया जा रहा है। इसके अध्यक्ष नेताजी मुलायम सिंह यादव ही होंगे। नेताजी को सम्मान दिलाने और समाजवादियों को एक जुट करने के लिए ये मोर्चा बनाया जा रहा है।
यादव परिवार में बात बनने के बजाय बिगड़ती जा रही है। दो दिन पहले ही शिवपाल ने इटावा में अपने चचेरे भाई रामगोपाल यादव पर हमला बोला और उन्हें शकुनि तक कह डाला था। इससे ठीक चार दिन पहले मीडिया के सवालों और शिवपाल के बयानों से भड़क कर रामगोपाल ने कहा था कि शिवपाल यादव बेकार की बातें करते हैं। उन्होंने पार्टी का संविधान नहीं पढ़ा है। पार्टी का सदस्यता अभियान चल रहा है. शिवपाल तो अभी सदस्य तक भी नहीं बने हैं।