झांसी-कानपुर रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण के चलते इस रास्ते से चलने वाली दस गाड़ियां वैकल्पिक रास्ते से आगे बढ़ाई गईं। साथ ही चार सवारी गाड़ियों को निरस्त कर दिया गया। इससे यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। उधर, रेल अफसरों का कहना है 14 जुलाई तक इस ट्रैक पर काम चलने से गाड़ियों का संचालन प्रभावित रहेगा।
शनिवार को ग्वालियर-बरौनी मेल को ग्वालियर-भिंड-इटावा के रास्ते कानपुर सेंट्रल भेजा गया। इसी तरह पनवेल गोरखपुर (15066), पुणे-गोरखपुर (15030), गोरखपुर यशंवतपुर (12591) को झांसी से ग्वालियर से इटावा के रास्ते कानपुर सेंट्रल भेजा गया।
लोकमान्य तिलक-सीतापुर (12107), लोकमान्य तिलक- गोरखपुर (11079), गोरखपुर-लोकमान्य तिलक (11080), गोरखपुर- कोचुवेल्ली (12511) समेत अन्य गाड़ियों को भी आगरा कैंट से इटावा होते हुए कानपुर भेजा गया। इससे इनको कानपुर तक सफर करने में करीब दो घंटे अतिरिक्त समय लगा। इसके अलावा मऊ-लोकमान्य तिलक (01252) शनिवार को निरस्त कर दी गई। शुक्रवार से अहमदाबाद-दरभंगा (09465), हैदराबाद-गोरखपुर (02575), डॉ.आंबेडकर नगर-कामाख्या (19305) समेत अन्य गाड़ियां निरस्त की जा चुकी।
आज से ये गाड़ियां रहेंगी निरस्त
रविवार को गोरखपुर हैदराबाद 02576, कामाख्या- डॉ आंबेडकर नगर 19306 निरस्त रहेंगी जबकि गाड़ी संख्या 12143, 12174, 12511 समेत अन्य कई को वैकल्पिक रास्तों के सहारे आगे बढ़ाया जाएगा।
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झांसी-कानपुर रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण के चलते इस रास्ते से चलने वाली दस गाड़ियां वैकल्पिक रास्ते से आगे बढ़ाई गईं। साथ ही चार सवारी गाड़ियों को निरस्त कर दिया गया। इससे यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। उधर, रेल अफसरों का कहना है 14 जुलाई तक इस ट्रैक पर काम चलने से गाड़ियों का संचालन प्रभावित रहेगा।
शनिवार को ग्वालियर-बरौनी मेल को ग्वालियर-भिंड-इटावा के रास्ते कानपुर सेंट्रल भेजा गया। इसी तरह पनवेल गोरखपुर (15066), पुणे-गोरखपुर (15030), गोरखपुर यशंवतपुर (12591) को झांसी से ग्वालियर से इटावा के रास्ते कानपुर सेंट्रल भेजा गया।