फर्रुखाबाद में एक एनजीओ में काम करने गई ब्यूटी पार्लर संचालिका की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। एनजीओ में काम करने वाले मौके से भाग गए। परिजनों ने एनजीओ में काम करने वाले चार लोगों पर संचालिका को जहर देकर मार डालने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। संचालिका के चाचा ने लोहिया अस्पताल में हंगामा कर दिया।
शहर कोतवाली के साईंधाम अमेठी कोहना निवासी संजय तिवारी एक नर्सिंग होम में सुरक्षा गार्ड हैं। उनकी पुत्री दिव्यांगी तिवारी (22) का घर के पास ही ब्यूटी पार्लर है। दिव्यांगी एक प्राइवेट स्कूल में बच्चों को पढ़ाती भी थी। पांच दिन पहले दिव्यांगी ने एक एनजीओ में काम करना शुरू किया था। बुधवार को दिव्यांगी एनजीओ में काम करने के लिए गई और लगभग एक बजे उसकी हालत बिगड़ गई।
उसको उल्टी हुई और मुंह से झाग निकलने लगा। एनजीओ में काम करने वाले युवक ने ब्यूटी पार्लर में मौजूद छोटी बहन अभी को दिव्यांगी के अचानक बीमार होने की जानकारी दी। इसके बाद एनजीओ में काम करने वाले सभी लोग मौके से भाग गए। अभी की सूचना पर परिजन मौके पर पहुंचे। परिजन दिव्यांगी को लेकर भोलेपुर के एक नर्सिंग होम में ले गए। वहां हालत गंभीर होने पर परिजन उसे लोहिया अस्पताल लेकर पहुंचे।
वहां डॉक्टर ने दिव्यांगी को मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी पर शहर कोतवाल वेद प्रकाश पांडेय व आवास विकास चौकी इंचार्ज विशेष कुमार मौके पर पहुंचे। मां पुष्पा देवी, पिता संजय व भाई गौतम ने एनजीओ में काम करने वाले चार लोगों पर दिव्यांगी को जहर देकर मार डालने का आरोप लगाया। पिता ने चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।