इटावा। शहर के पक्का तालाब में एक बार फिर सैकड़ों मछलियां मर गईं। तालाब की साफ सफाई के लिए जिम्मेदार पालिका प्रशासन ने शाम तक न ही तालाब में सफाई की कोई व्यवस्था की और न ही मृत मछलियों को पानी से बाहर निकाला। मछलियों की सड़ांध से तालाब के आसपास सैर करने आने वाले परेशान हैं। यह पहला मौका नहीं जब पक्का तालाब में भारी संख्या में एक साथ मछलियां मरीं हैं। जीवजंतु विशेषज्ञ मछलियों की मौत का कारण पानी दूषित होना मान रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के शासनकाल में करोड़ों रुपए की लागत से शहर के प्राचीन पक्का तालाब का सौंदर्यीकरण कराया गया था। तालाब में मछलियों के साथ कछुओं को भी छोड़ गया, लेकिन देखरेख के अभाव में दुर्दशा का शिकार यह तालाब आए दिन मछलियों व कछुओं के लिए मौत का तालाब बनता जा रहा है। बीते एक-डेढ़ वर्ष में भारी संख्या में एक साथ मछलियां मरने की यह तीसरी घटना है। जीवजंतु विशेष राजीव चौहान मछलियों की मौत का कारण तालाब में फैली गंदगी मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि मौत की सही जानकारी तो मछलियों का पोस्टमार्टम होने के बाद ही पता चल सकती है।
पक्का तालाब पर सुबह की सैर करने आए सती मोहल्ला निवासी लाखन सिंह कुशवाह एक साथ भारी संख्या में मछलियों के शव उतराते देखकर बताया कि महीनों से तालाब में साफ सफाई नहीं हुई और न ही पानी के शुद्धि करण के कोई उपाय हुए। यही कारण है एक साथ सैकड़ों मछलियाें की मौत हो गई। इस संबंध में अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका जनार्दन राय ने तालाब में साफ सफाई कराने की बात कही।