सरयू नदी में दूसरे दिन मिला अजय और अविनाश का शव, एसडीआरएफ और गोताखोर कर रहे विकास की तलाश
बरहज। पैना पश्चिम पट्टी स्थित सरयू नदी में मंगलवार को स्नान के दौरान लापता तीन युवकों में दूसरे दिन घटनास्थल से करीब 100 मीटर की दूरी पर अजय प्रसाद (20) पुत्र तेजनारायन और अविनाश (19) पुत्र लालबहादुर का शव बरामद हुआ। दोनों के घर कोहराम मच गया। एसडीआरएफ और स्थानीय गोताखोर एक अन्य युवक की तलाश में जुटे हुए हैं।
बुधवार को पैना पश्चिम टोला स्थित सरयू नदी में घटना स्थल से 100 मीटर की दूरी पर अजय और कुछ घंटों बाद अविनाश का शव मिला। तट पर गांव के लोगों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अजय का शव देख मां प्रमिला देवी दहाड़ें मारने लगीं। जबकि दो अन्य भाई विजय और आनंद का रो-रो कर बुरा हाल था। वहीं अविनाश के परिजन भी दहाड़ें मारने लगे। लोगों का कहना है कि गांव की दलित बस्ती निवासी मनोज के पिता गोपी का निधन हो गया था। दशगात्र पर सभी बाल बनवाकर नदी में नहाने गए थे। इसी बीच गहरे पानी में चले जाने से चार युवक डूबने लगे थे। इस संबंध में इंस्पेक्टर टीजे सिंह ने बताया कि दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। एक अन्य विकास की तलाश कराई जा रही है।
पैना दलित बस्ती में नहीं जले घरों के चूल्हे
बरहज। पैना पश्चिम पट्टी के दलित बस्ती निवासी अजय, विकास और अविनाश नदी में नहाने के दौरान लापता हो गए थे। बुधवार को पुलिस ने अजय और अविनाश का शव बरामद कर लिया। जबकि एसडीआरएफ, स्थानीय गोताखोर और पुलिस विकास की तलाश में जुटी हुई है। घटना को लेकर मंगलवार की रात दलित बस्ती में किसी के घर चूल्हा नहीं जला। गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। डूबे युवकों के घरों से रोने की चीत्कार से लोग द्रवित हो जा रहे हैं।
पैना पश्चिम पट्टी के दलित बस्ती निवासी और नगालैंड पुलिस में तैनात तेजनारायन के तीन पुत्रों विजय और आनंद से अजय बड़ा था। वह बीआरडीबीडी पीजी कालेज में बीए का छात्र था। तेजनारायन बेटे को अच्छा मुकाम हासिल करते हुए देखना चाहते थे। लेकिन उन्हें क्या पता था कि ईश्वर को कुछ और ही मंजूर है। अविनाश तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। उसका शव बरामद होने पर मां प्रमिला का रो-रो कर बुरा हाल था।
किसे राखी बांधेंगी बहनें
बरहज। पैना दलित बस्ती निवासी विकास पुत्र मन्नू का सरयू नदी में दूसरे दिन भी कहीं सुराग नहीं लग सका। अनहोनी की आशंका में परिजन भयभीत हैं। मां टुनटुन का रो-रो कर बुरा हाल है। जबकि भाई विकास के न मिलने से बहनें कंचन और अर्चना सदमे में हैं। वह पल-पल पर भाई के आने की बात कहकर चिल्लाने लग रही हैं और कुछ देर बाद गुमसुम हो जा रही हैं। दोनों का कहना है कि अब वह किसकी कलाई पर राखी बांधेंगी। विकास दो बहनों का इकलौता भाई है। किसी अनहोनी से भयभीत मन्नू और टुनटुन अपने बुढ़ापे की लाठी विकास को कातर नजरों से नदी तट पर ढूंढ रहे थे।
पूर्व सांसद ने पीड़ित परिवारों को बंधाया ढांढस
बरहज। बुधवार को कनकलता सिंह अपने समर्थकों के साथ पैना गांव की दलित बस्ती में पहुंची। उन्होंने अजय, अविनाश और विकास के परिजनों से दुख जताया। उन्होंने फोन पर एसडीएम ध्रुव शुक्ल से तीसरे युवक की तलाश कराने पर जोर दिया। जबकि शासन से मिलने वाली मदद मुहैया कराने को कहा। मौके पर अब्दुल खालिक, हरेेराम चौधरी, रामेश्वर यादव, तेजप्रताप यादव, अंगेश, लवकुश सोनकर, आलिम अंसारी, घरभरन, बृजेश पासवान, उमेश राजभर आदि मौजूद रहे।
सरयू नदी में दूसरे दिन मिला अजय और अविनाश का शव, एसडीआरएफ और गोताखोर कर रहे विकास की तलाश
बरहज। पैना पश्चिम पट्टी स्थित सरयू नदी में मंगलवार को स्नान के दौरान लापता तीन युवकों में दूसरे दिन घटनास्थल से करीब 100 मीटर की दूरी पर अजय प्रसाद (20) पुत्र तेजनारायन और अविनाश (19) पुत्र लालबहादुर का शव बरामद हुआ। दोनों के घर कोहराम मच गया। एसडीआरएफ और स्थानीय गोताखोर एक अन्य युवक की तलाश में जुटे हुए हैं।
बुधवार को पैना पश्चिम टोला स्थित सरयू नदी में घटना स्थल से 100 मीटर की दूरी पर अजय और कुछ घंटों बाद अविनाश का शव मिला। तट पर गांव के लोगों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अजय का शव देख मां प्रमिला देवी दहाड़ें मारने लगीं। जबकि दो अन्य भाई विजय और आनंद का रो-रो कर बुरा हाल था। वहीं अविनाश के परिजन भी दहाड़ें मारने लगे। लोगों का कहना है कि गांव की दलित बस्ती निवासी मनोज के पिता गोपी का निधन हो गया था। दशगात्र पर सभी बाल बनवाकर नदी में नहाने गए थे। इसी बीच गहरे पानी में चले जाने से चार युवक डूबने लगे थे। इस संबंध में इंस्पेक्टर टीजे सिंह ने बताया कि दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। एक अन्य विकास की तलाश कराई जा रही है।
पैना दलित बस्ती में नहीं जले घरों के चूल्हे
बरहज। पैना पश्चिम पट्टी के दलित बस्ती निवासी अजय, विकास और अविनाश नदी में नहाने के दौरान लापता हो गए थे। बुधवार को पुलिस ने अजय और अविनाश का शव बरामद कर लिया। जबकि एसडीआरएफ, स्थानीय गोताखोर और पुलिस विकास की तलाश में जुटी हुई है। घटना को लेकर मंगलवार की रात दलित बस्ती में किसी के घर चूल्हा नहीं जला। गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। डूबे युवकों के घरों से रोने की चीत्कार से लोग द्रवित हो जा रहे हैं।
पैना पश्चिम पट्टी के दलित बस्ती निवासी और नगालैंड पुलिस में तैनात तेजनारायन के तीन पुत्रों विजय और आनंद से अजय बड़ा था। वह बीआरडीबीडी पीजी कालेज में बीए का छात्र था। तेजनारायन बेटे को अच्छा मुकाम हासिल करते हुए देखना चाहते थे। लेकिन उन्हें क्या पता था कि ईश्वर को कुछ और ही मंजूर है। अविनाश तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। उसका शव बरामद होने पर मां प्रमिला का रो-रो कर बुरा हाल था।
किसे राखी बांधेंगी बहनें
बरहज। पैना दलित बस्ती निवासी विकास पुत्र मन्नू का सरयू नदी में दूसरे दिन भी कहीं सुराग नहीं लग सका। अनहोनी की आशंका में परिजन भयभीत हैं। मां टुनटुन का रो-रो कर बुरा हाल है। जबकि भाई विकास के न मिलने से बहनें कंचन और अर्चना सदमे में हैं। वह पल-पल पर भाई के आने की बात कहकर चिल्लाने लग रही हैं और कुछ देर बाद गुमसुम हो जा रही हैं। दोनों का कहना है कि अब वह किसकी कलाई पर राखी बांधेंगी। विकास दो बहनों का इकलौता भाई है। किसी अनहोनी से भयभीत मन्नू और टुनटुन अपने बुढ़ापे की लाठी विकास को कातर नजरों से नदी तट पर ढूंढ रहे थे।
पूर्व सांसद ने पीड़ित परिवारों को बंधाया ढांढस
बरहज। बुधवार को कनकलता सिंह अपने समर्थकों के साथ पैना गांव की दलित बस्ती में पहुंची। उन्होंने अजय, अविनाश और विकास के परिजनों से दुख जताया। उन्होंने फोन पर एसडीएम ध्रुव शुक्ल से तीसरे युवक की तलाश कराने पर जोर दिया। जबकि शासन से मिलने वाली मदद मुहैया कराने को कहा। मौके पर अब्दुल खालिक, हरेेराम चौधरी, रामेश्वर यादव, तेजप्रताप यादव, अंगेश, लवकुश सोनकर, आलिम अंसारी, घरभरन, बृजेश पासवान, उमेश राजभर आदि मौजूद रहे।