अलीगढ़ के हाथरस कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में रविवार रात करीब डेढ़ बजे बरात चढ़त को देखने गई आठ वर्षीय मासूम बच्ची को एक दरिंदे ने अपनी हवस का शिकार बना लिया। आरोपी बच्ची का मुंह दबाकर सुनसान जगह पर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया।
घायल अवस्था में बच्ची रात को तो घर आकर सो गई। सुबह जब मां ने उसकी हालत देखी तो उसे तुरंत इलाज के लिए ले गई। बच्ची दो दिनों तक बेहोश पड़ी रही। दो दिन बाद होश आने पर उसने परिवार वालों को पूरी घटना बताई। बच्ची के पिता ने आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी है।
पुलिस ने पीड़ित बच्ची को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए भेजा है और आरोपी को दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक गौरव बंसवाल कोतवाली पहुंचे और वहां पर सीओ डॉ. राजीव कुमार सिंह से पूरे मामले की जानकारी ली।
परिवार वालों के मुताबिक 16 फरवरी की रात करीब डेढ़ बजे यह बच्ची गांव में निकल रही बरात को देख रही थी। तभी आरोपी कृष्णा यादव आया और बच्ची को मुंह दबाकर सुनसान जगह पर ले गया और वहां उसके साथ इस घिनौनी हरकत को अंजाम दिया।
रात को बच्ची घायल हालत में ही सो गई। सुबह जब बच्ची को कराहते हुए उसकी मां ने देखा तो उसके शरीर के नाजुक अंगों पर चोट के निशान थे। उसे इलाज के लिये ले जाया गया। दो दिन तक बच्ची अचेत हालत में रही। होश में आने पर उसने पूरी घटना परिवार वालों को बताई।
अलीगढ़ के हाथरस कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में रविवार रात करीब डेढ़ बजे बरात चढ़त को देखने गई आठ वर्षीय मासूम बच्ची को एक दरिंदे ने अपनी हवस का शिकार बना लिया। आरोपी बच्ची का मुंह दबाकर सुनसान जगह पर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया।
घायल अवस्था में बच्ची रात को तो घर आकर सो गई। सुबह जब मां ने उसकी हालत देखी तो उसे तुरंत इलाज के लिए ले गई। बच्ची दो दिनों तक बेहोश पड़ी रही। दो दिन बाद होश आने पर उसने परिवार वालों को पूरी घटना बताई। बच्ची के पिता ने आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी है।
पुलिस ने पीड़ित बच्ची को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए भेजा है और आरोपी को दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक गौरव बंसवाल कोतवाली पहुंचे और वहां पर सीओ डॉ. राजीव कुमार सिंह से पूरे मामले की जानकारी ली।
परिवार वालों के मुताबिक 16 फरवरी की रात करीब डेढ़ बजे यह बच्ची गांव में निकल रही बरात को देख रही थी। तभी आरोपी कृष्णा यादव आया और बच्ची को मुंह दबाकर सुनसान जगह पर ले गया और वहां उसके साथ इस घिनौनी हरकत को अंजाम दिया।
रात को बच्ची घायल हालत में ही सो गई। सुबह जब बच्ची को कराहते हुए उसकी मां ने देखा तो उसके शरीर के नाजुक अंगों पर चोट के निशान थे। उसे इलाज के लिये ले जाया गया। दो दिन तक बच्ची अचेत हालत में रही। होश में आने पर उसने पूरी घटना परिवार वालों को बताई।