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चित्रकूट। समय से पहले जन्मे बच्चे और एक किलो 700 ग्राम से कम वजन वाले बच्चों में आंख संबंधी बीमारियों की आशंका ज्यादा रहती है। ऐसे शिशुओं का नेत्र विशेषज्ञ से इलाज कराकर बीमारियों की रोकथाम की जा सकती है। ये बातें अमेरिका से आए अमेरिकन एकेडमी आफ पीडियाट्रिक आप्थाल्मोलाजी के अध्यक्ष डा.डेविट राबिन टिन ने कहीं।
श्री टिन ने मुख्य नेत्र चिकित्सक डा.शोभी पांडेय (कानपुर) के साथ सदगुरु नेत्र चिकित्सालय द्वारा अंधत्व के क्षेत्र में की जा रही सेवाओं का निरीक्षण किया। चिकित्सालय के कार्यों का सराहा। उन्होंने चिकित्सालय में भर्ती बच्चों की आंखों की जांच कर भैंगेपन की शल्य चिकित्सा और इलाज के बारे में बताया। डा.प्रद्यन्ना, डा.इलेश जैन, डा.रीतेश पाटीदार और डा.महेंद्र पी चौधरी ने अमेरिका में प्रयोग की जाने वाली नई तकनीकों की जानकारी दी। डा. डेविट टिन ने कहा कि अभिभावकों की जागरूकता से आंखों की बीमारियों पर काफी हद तक रोक लगाई जा सकती है। चिकित्सालय के मुख्य चिकित्साधिकारी डा.आलोक जैन ने सभी का आभार जताया। उधर, अंधत्व निवारण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट निदेशक डा.बीके जैन को अखिल भारतीय नेत्र चिकित्सा समिति ने पुरस्कृत किया। उन्हें यह पुरस्कार एशिया पैसेफिक एकेडमिक आफ आप्थाल्मोलाजी के चेयरमैन डा.जे मार्टिन ने दिया। डा.जैन इस क्षेत्र में लगभग 37 वर्षों से काम कर रहे हैं। अब अब तक 10 लाख से ज्यादा लोगों के मोतियाबिंद के आपरेशन कर चुके हैं।
चित्रकूट। समय से पहले जन्मे बच्चे और एक किलो 700 ग्राम से कम वजन वाले बच्चों में आंख संबंधी बीमारियों की आशंका ज्यादा रहती है। ऐसे शिशुओं का नेत्र विशेषज्ञ से इलाज कराकर बीमारियों की रोकथाम की जा सकती है। ये बातें अमेरिका से आए अमेरिकन एकेडमी आफ पीडियाट्रिक आप्थाल्मोलाजी के अध्यक्ष डा.डेविट राबिन टिन ने कहीं।
श्री टिन ने मुख्य नेत्र चिकित्सक डा.शोभी पांडेय (कानपुर) के साथ सदगुरु नेत्र चिकित्सालय द्वारा अंधत्व के क्षेत्र में की जा रही सेवाओं का निरीक्षण किया। चिकित्सालय के कार्यों का सराहा। उन्होंने चिकित्सालय में भर्ती बच्चों की आंखों की जांच कर भैंगेपन की शल्य चिकित्सा और इलाज के बारे में बताया। डा.प्रद्यन्ना, डा.इलेश जैन, डा.रीतेश पाटीदार और डा.महेंद्र पी चौधरी ने अमेरिका में प्रयोग की जाने वाली नई तकनीकों की जानकारी दी। डा. डेविट टिन ने कहा कि अभिभावकों की जागरूकता से आंखों की बीमारियों पर काफी हद तक रोक लगाई जा सकती है। चिकित्सालय के मुख्य चिकित्साधिकारी डा.आलोक जैन ने सभी का आभार जताया। उधर, अंधत्व निवारण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट निदेशक डा.बीके जैन को अखिल भारतीय नेत्र चिकित्सा समिति ने पुरस्कृत किया। उन्हें यह पुरस्कार एशिया पैसेफिक एकेडमिक आफ आप्थाल्मोलाजी के चेयरमैन डा.जे मार्टिन ने दिया। डा.जैन इस क्षेत्र में लगभग 37 वर्षों से काम कर रहे हैं। अब अब तक 10 लाख से ज्यादा लोगों के मोतियाबिंद के आपरेशन कर चुके हैं।