सीसीएसयू की परीक्षा में शुक्रवार को बीबीनगर क्षेत्र के गांव निसुर्खा में स्थित बाबा बंशीधर कन्या महाविद्यालय में सामूहिक नकल का मामला सामने आया है। इस केंद्र पर 80 छात्राओं को बोलकर नकल कराई जा रही थी। विश्वविद्यालय के उड़नदस्ते ने छापा मारा तो उत्तर पुस्तिका में अधिकतर छात्राओं के जवाब एक ही मिले। अब 14 मई की परीक्षा इस केंद्र पर विवि की टीम की निगरानी में होगी। कुलपति के निर्देश पर 17 मई से इस केंद्र की सारी परीक्षाएं अमर सिंह महाविद्यालय लखावटी में होंगी। केंद्र को डिबार किया जा सकता है।
सीसीएसयू से संबद्ध कॉलेजों में यूजी-पीजी रेगुलर-प्राइवेट के वार्षिक कोर्सों की परीक्षाएं चल रही हैं। तीन पालियों में परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। बीबीनगर के गांव निसुर्खा स्थित बाबा बंशीधर बालिका महाविद्यालय को भी केंद्र बनाया गया है। शुक्रवार को द्वितीय पाली में 11 से 2 बजे तक बीए द्वितीय वर्ष संस्कृत विषय का पेपर था। विवि प्रशासन को सूचना मिली कि बुलंदशहर के बाबा बंशीधर कन्या महाविद्यालय में सामूहिक नकल कराई जा रही है। विश्वविद्यालय के उड़नदस्ते की दो टीमों ने 11 बजे से एक बजे की पाली में छापा मारा तो 80 छात्राएं एक ही हॉल में परीक्षा दे रहीं थी। इनमें से आठ पेपर देकर जा चुकी थीं। जांच की गई तो अधिकतर की उत्तर पुस्तिकाओं में एक जैसे उत्तर लिखे मिले। विवि प्रशासन के मुताबिक छात्राओं को बोलकर नकल कराई गई। इन छात्राओं का कॉलेज में सेल्फ सेंटर था। सभी छात्राओं को उत्तर पुस्तिकाएं सील कर विवि को कार्रवाई के लिए भेज दी गई हैं।
शनिवार को बाबा बंशीधर कन्या महाविद्यालय में विवि की टीम की निगरानी में परीक्षा होगी। कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने उड़नदस्ते की रिपोर्ट पर केंद्र को रद कर दिया है। 17 मई से यहां होने वाली सारी परीक्षाएं एएस लखावटी कॉलेज में होंगी।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. अश्वनी कुमार ने बताया कि बीए फाउंडेशन कोर्स 012 और 013 (हिंदी और संस्कृत) की परीक्षा थी। परीक्षा में बेहद अव्यवस्था मिली है। उड़नदस्ते की रिपोर्ट के आधार पर परीक्षा समिति कार्रवाई करेगी। वहीं, जिस तरह से केंद्र पर अव्यवस्था थी, उसको देखकर डिबार किया जा सकता है।
कक्ष में लगे सीसीटीवी कैमरे भी नहीं कर रहे काम
उड़नदस्ते के सदस्यों ने बताया कि किसी भी कक्ष में सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे। जिस हॉल में छात्राएं परीक्षाएं दे रहीं थीं, उनके कैमरे भी बंद थे। नियम के अनुसार परीक्षा केंद्र भी तभी बनाया जाता है, जब उस पर सभी सुविधाएं मौजूद हों। सवाल ये है कि जब बाबा बंशीधर बालिका महाविद्यालय को परीक्षा केंद्र बनाया गया था, तब इन बिंदुओं पर जांच की गई थी या नहीं? उड़नदस्ते के सदस्यों ने बताया कि बाबा बंशीधर कन्या महाविद्यालय में गड़बड़ी एवं स्टॉफ की शिकायतें पूर्व में भी मिलती रहीं हैं।
नकल का ठेका लेते हैं कई कॉलेज
विश्वविद्यालय की यूजी और पीजी की परीक्षा में जिले में देहात क्षेत्रों के महाविद्यालय छात्र-छात्राओं को परीक्षा में नकल कराने का ठेका लेते हैं। सीसीटीवी कैमरे लगने से पहले महाविद्यालय में नकल कराने के लिए एक छात्र से सात से 10 हजार रुपये लिए जाते थे। सख्ती बढ़ने के बाद नकल कम हुई, लेकिन कुछ महाविद्यालयों ने फिर से उसका तोड़ निकाल लिया। कहीं सीसीटीवी कैमरे खराब बता दिए तो कहीं नेटवर्किंग की समस्या बताकर सीसीटीवी को बंद कर दिया। इस खेल के माध्यम से कुछ छात्र-छात्राओं को लाभ पहुंचाने का काम किया जा रहा है। इसके लिए उनसे रकम भी वसूली जा रही है। विश्वविद्यालय ऐसे महाविद्यालयों की जांच कराएगा, जिनके सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे हैं।
अन्य केंद्रों पर पकड़े गए 14 नकलची
सीसीएसयू की परीक्षा में उड़नदस्ते ने अन्य केंद्रों पर 14 नकलची पकड़े हैं। इनमें एक केंद्र पर छात्रा अपने दुपट्टे पर ही नकल लिखकर लाई थी। समन्वयक प्रो. शिवराज सिंह के नेतृत्व में उड़नदस्ते की टीमों ने ये कार्रवाई की। उड़नदस्ते में डॉ. स्नेहवीर सिंह, डॉ. अंशु, डॉ. अंशु अग्रवाल, डॉ. कविता, डॉ. छाया, डॉ. अनामिका, डॉ. राधिका, तथा डॉ. भूपेन्द्र, डॉ. मिथलेश, डॉ. शरत शामिल रहे। जिन केंद्रों ने सीसीटीवी का लिंक नहीं दिया हुआ था, उनको विवि के कंट्रोल रूम से लिंक कराया गया।
विस्तार
सीसीएसयू की परीक्षा में शुक्रवार को बीबीनगर क्षेत्र के गांव निसुर्खा में स्थित बाबा बंशीधर कन्या महाविद्यालय में सामूहिक नकल का मामला सामने आया है। इस केंद्र पर 80 छात्राओं को बोलकर नकल कराई जा रही थी। विश्वविद्यालय के उड़नदस्ते ने छापा मारा तो उत्तर पुस्तिका में अधिकतर छात्राओं के जवाब एक ही मिले। अब 14 मई की परीक्षा इस केंद्र पर विवि की टीम की निगरानी में होगी। कुलपति के निर्देश पर 17 मई से इस केंद्र की सारी परीक्षाएं अमर सिंह महाविद्यालय लखावटी में होंगी। केंद्र को डिबार किया जा सकता है।
सीसीएसयू से संबद्ध कॉलेजों में यूजी-पीजी रेगुलर-प्राइवेट के वार्षिक कोर्सों की परीक्षाएं चल रही हैं। तीन पालियों में परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। बीबीनगर के गांव निसुर्खा स्थित बाबा बंशीधर बालिका महाविद्यालय को भी केंद्र बनाया गया है। शुक्रवार को द्वितीय पाली में 11 से 2 बजे तक बीए द्वितीय वर्ष संस्कृत विषय का पेपर था। विवि प्रशासन को सूचना मिली कि बुलंदशहर के बाबा बंशीधर कन्या महाविद्यालय में सामूहिक नकल कराई जा रही है। विश्वविद्यालय के उड़नदस्ते की दो टीमों ने 11 बजे से एक बजे की पाली में छापा मारा तो 80 छात्राएं एक ही हॉल में परीक्षा दे रहीं थी। इनमें से आठ पेपर देकर जा चुकी थीं। जांच की गई तो अधिकतर की उत्तर पुस्तिकाओं में एक जैसे उत्तर लिखे मिले। विवि प्रशासन के मुताबिक छात्राओं को बोलकर नकल कराई गई। इन छात्राओं का कॉलेज में सेल्फ सेंटर था। सभी छात्राओं को उत्तर पुस्तिकाएं सील कर विवि को कार्रवाई के लिए भेज दी गई हैं।
शनिवार को बाबा बंशीधर कन्या महाविद्यालय में विवि की टीम की निगरानी में परीक्षा होगी। कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने उड़नदस्ते की रिपोर्ट पर केंद्र को रद कर दिया है। 17 मई से यहां होने वाली सारी परीक्षाएं एएस लखावटी कॉलेज में होंगी।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. अश्वनी कुमार ने बताया कि बीए फाउंडेशन कोर्स 012 और 013 (हिंदी और संस्कृत) की परीक्षा थी। परीक्षा में बेहद अव्यवस्था मिली है। उड़नदस्ते की रिपोर्ट के आधार पर परीक्षा समिति कार्रवाई करेगी। वहीं, जिस तरह से केंद्र पर अव्यवस्था थी, उसको देखकर डिबार किया जा सकता है।
कक्ष में लगे सीसीटीवी कैमरे भी नहीं कर रहे काम
उड़नदस्ते के सदस्यों ने बताया कि किसी भी कक्ष में सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे। जिस हॉल में छात्राएं परीक्षाएं दे रहीं थीं, उनके कैमरे भी बंद थे। नियम के अनुसार परीक्षा केंद्र भी तभी बनाया जाता है, जब उस पर सभी सुविधाएं मौजूद हों। सवाल ये है कि जब बाबा बंशीधर बालिका महाविद्यालय को परीक्षा केंद्र बनाया गया था, तब इन बिंदुओं पर जांच की गई थी या नहीं? उड़नदस्ते के सदस्यों ने बताया कि बाबा बंशीधर कन्या महाविद्यालय में गड़बड़ी एवं स्टॉफ की शिकायतें पूर्व में भी मिलती रहीं हैं।
नकल का ठेका लेते हैं कई कॉलेज
विश्वविद्यालय की यूजी और पीजी की परीक्षा में जिले में देहात क्षेत्रों के महाविद्यालय छात्र-छात्राओं को परीक्षा में नकल कराने का ठेका लेते हैं। सीसीटीवी कैमरे लगने से पहले महाविद्यालय में नकल कराने के लिए एक छात्र से सात से 10 हजार रुपये लिए जाते थे। सख्ती बढ़ने के बाद नकल कम हुई, लेकिन कुछ महाविद्यालयों ने फिर से उसका तोड़ निकाल लिया। कहीं सीसीटीवी कैमरे खराब बता दिए तो कहीं नेटवर्किंग की समस्या बताकर सीसीटीवी को बंद कर दिया। इस खेल के माध्यम से कुछ छात्र-छात्राओं को लाभ पहुंचाने का काम किया जा रहा है। इसके लिए उनसे रकम भी वसूली जा रही है। विश्वविद्यालय ऐसे महाविद्यालयों की जांच कराएगा, जिनके सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे हैं।
अन्य केंद्रों पर पकड़े गए 14 नकलची
सीसीएसयू की परीक्षा में उड़नदस्ते ने अन्य केंद्रों पर 14 नकलची पकड़े हैं। इनमें एक केंद्र पर छात्रा अपने दुपट्टे पर ही नकल लिखकर लाई थी। समन्वयक प्रो. शिवराज सिंह के नेतृत्व में उड़नदस्ते की टीमों ने ये कार्रवाई की। उड़नदस्ते में डॉ. स्नेहवीर सिंह, डॉ. अंशु, डॉ. अंशु अग्रवाल, डॉ. कविता, डॉ. छाया, डॉ. अनामिका, डॉ. राधिका, तथा डॉ. भूपेन्द्र, डॉ. मिथलेश, डॉ. शरत शामिल रहे। जिन केंद्रों ने सीसीटीवी का लिंक नहीं दिया हुआ था, उनको विवि के कंट्रोल रूम से लिंक कराया गया।