बाराबंकी। फतेहपुर कोतवाली क्षेत्र के नाउहार गांव से 24 दिन पहले संदिग्ध हालात में लापता हुए युवक का शव पांच दिन पहले लखनऊ के बीबीडी थाना क्षेत्र में मिला था। वहां अज्ञात के रूप में मिले शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस ने अंतिम संस्कार भी करा दिया था। लेकिन रविवार को युवक के परिजनों ने फोटो व कपड़े देखकर उसकी शिनाख्त कर ली। पुलिस ने अपहरण का केस हत्या में परिवर्तित कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या मछली के तालाब के पट्टे को लेकर हुई।
फतेहपुर कोतवाली क्षेत्र के नाउहार गांव निवासी लवकुश (30) बीती पांच जनवरी को लापता हो गया था। नौ जनवरी को पत्नी किरन की तहरीर पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की थी। शनिवार को किरन ने पुलिस को बताया कि उसे पता लगा है कि बिहुुुरा चौराहे के पास स्थित शराब भट्ठी से ग्राम खपुरवा निवासी नरेंद्र कश्यप व राजेंद्र उसके पति लवकुश को बाइक पर बैठाने के बाद कहीं लेकर चले गए हैं।। आरोप है कि मछली के तालाब के पट्टे के विवाद को लेकर इन दोनों ने पहले भी लवकुश को धमकाया था।
इस पर शनिवार रात पुलिस ने नरेंद्र, राजेंद्र व पवन के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कर जांच शुरु की थी। जांच में जुटी पुलिस को पता लगा कि 24 जनवरी को लखनऊ के बीबीडी थाना क्षेत्र मेें माइनर में एक अज्ञात युवक का शव मिला था। तीन दिन बाद पुलिस ने शव का अंतिम संस्कार भी करा दिया था। फतेहपुर पुलिस ने बीबीडी पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद वहां की पुलिस ने शव के फोटो व कपड़े दिखाए। इसके बाद परिजनों ने टैटू व कपड़ों के आधार पर शव की शिनाख्त लवकुश के रूप में कर ली।
पहले गुमशुदगी फिर अपहरण व अब मामला हत्या में तब्दील देख फतेहपुर पुलिस हरकत में आ गई। रविवार को पुलिस ने अपहरण के तीनों आरोपियों नरेंद्र, राजेंद्र व पवन को गिरफ्तार कर लिया। फतेहपुर के कोतवाल अनिल कुमार पांडेय ने बताया कि, अपहरण का केस हत्या में तरमीम कर दिया गया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। प्रथमदृष्टया मछली के तालाब के पट्टे व समिति में पद पर कब्जे को लेकर हत्या की बात सामने आ रही है। पूरी जांच के बाद ही सब कुछ स्पष्ट होगा।