मुरादगंज (औरैया)। उच्च प्राथमिक स्कूल सेंगनपुट्ठा में प्रधानाध्यापक के न पहुंचने से सोमवार को स्कूल के कमरे बंद रहे। स्कूल पहुंचे छात्र-छात्राओं को शिक्षकों ने मैदान में बैठाकर शिक्षण कार्य कराया। इस पर गांव के लोगों ने नाराजगी जाहिर करते हुए बीएसए से शिकायत की है।
सोमवार सुबह स्कूल के शिक्षक और बच्चे समय से स्कूल पहुंचे, लेकिन स्कूल की प्रधानाध्यापक के न आने पर अध्ययन कक्ष बंद रहे। काफी देर तक प्रधानाध्यापक सुशीला देवी के आने का शिक्षक व छात्र इंतजार करते रहे। जब वह स्कूल नहीं पहुंची तो शिक्षकों ने परिसर में ही जमीन पर बैठाकर बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया। इसकी जानकारी पर गांव के कुछ लोगों ने मौसम ठंडा होने का हवाला देते हुए नाराजगी जताई।
सहायक अध्यापक सुनीता श्रीवास्तव ने गांव के लोगों को बताया कि प्रधानाध्यापक का स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण वह स्कूल नहीं आईं। स्कूल की चाबी उन्हीं के पास रहती है। इसलिए कमरे नहीं खुले। उन्होंने ऑनलाइन छुट्टी ली है। बीएसए चंदना राम इकबाल ने बताया कि स्कूल के कक्ष बंद रहने की जानकारी नहीं हैं, जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
मुरादगंज (औरैया)। उच्च प्राथमिक स्कूल सेंगनपुट्ठा में प्रधानाध्यापक के न पहुंचने से सोमवार को स्कूल के कमरे बंद रहे। स्कूल पहुंचे छात्र-छात्राओं को शिक्षकों ने मैदान में बैठाकर शिक्षण कार्य कराया। इस पर गांव के लोगों ने नाराजगी जाहिर करते हुए बीएसए से शिकायत की है।
सोमवार सुबह स्कूल के शिक्षक और बच्चे समय से स्कूल पहुंचे, लेकिन स्कूल की प्रधानाध्यापक के न आने पर अध्ययन कक्ष बंद रहे। काफी देर तक प्रधानाध्यापक सुशीला देवी के आने का शिक्षक व छात्र इंतजार करते रहे। जब वह स्कूल नहीं पहुंची तो शिक्षकों ने परिसर में ही जमीन पर बैठाकर बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया। इसकी जानकारी पर गांव के कुछ लोगों ने मौसम ठंडा होने का हवाला देते हुए नाराजगी जताई।
सहायक अध्यापक सुनीता श्रीवास्तव ने गांव के लोगों को बताया कि प्रधानाध्यापक का स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण वह स्कूल नहीं आईं। स्कूल की चाबी उन्हीं के पास रहती है। इसलिए कमरे नहीं खुले। उन्होंने ऑनलाइन छुट्टी ली है। बीएसए चंदना राम इकबाल ने बताया कि स्कूल के कक्ष बंद रहने की जानकारी नहीं हैं, जांच कर कार्रवाई की जाएगी।