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69 हजार शिक्षक भर्ती के चयनित अभ्यर्थी त्रुटि संशोधन की मांग को लेकर तीसरे दिन बुधवार को भी बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय में धरने पर बैठे रहे। अभ्यर्थियों का कहना है कि अब तो शासन ने भी नियुक्ति पत्र जारी करने की तिथि घोषित कर दी है। अगर अब भी त्रुटि संशोधन नहीं किया गया तो उच्च मेरिट वाले अभ्यर्थी चयन से वंचित रह जाएंगे। अभ्यर्थियों ने अपना आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया। धरने में शामिल होने वाराणसी से आईं शालिनी पांडेय इस मुद्दे पर बात करते-करते अचानक रो पड़ीं। उनकी गलती इतनी थी कि उन्होंने गलती से अपने प्राप्तांक 835 अंक लिख दिया था, जबकि प्राप्तांक 825 था।
शालिनी को वाराणसी में स्कूल भी आवंटित कर दिया गया था, लेकिन त्रुटि सामने आने के बाद अब हाथ आई नौकरी जा रही है। अभ्यर्थियों का कहना है कि जब 68500 शिक्षक भर्ती में त्रुटि संशोधन का अवसर दिया गया था तो 69 शिक्षक भर्ती में अभ्यर्थियों को इससे क्यों वंचित किया जा रहा है। जबकि, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का आदेश भी अभ्यर्थियों के पक्ष में आया है। अभ्यर्थियों ने विरोध स्वरूप बेसिक शिक्षा परिषद में झाड़ू लगाई और गांधीगीरी भी की।
अभ्यर्थियों ने कहा कि मंगलवार को एक प्रतिनिधिमंडल लखनऊ में महानिदेशक स्कूली शिक्षा विजय किरन आनंद से मिलने गया था। उन्होंने आश्वासन भी दिया था, लेकिन जब तक बेसिक शिक्षा परिषद त्रुटि संशोधन की प्रक्रिया शुरू नहीं करता है, उनका आंदोलन जारी रहेगा। धरना अब रोज सुबह दस से शाम पांच बजे तक चलेगा। धरने में प्रयागराज से रोहित तवारी, तुषसार सिंह, लखनऊ से रेखा वर्मा, बबली पाली, कौशंबी से आशुतोष श्रीवास्तव अन्य जिलों से कई अभ्यर्थी शामिल रहे।
असिस्टेंट प्रोफेसर अभ्यर्थियों की नियुक्ति का रास्ता साफ
प्रदेश के अशासकीय महाविद्यालयों में विज्ञापन संख्या 47 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर समाजशास्त्र के 273 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। यह बात उच्च शिक्षा निदेशालय के अफसरों ने बुधवार को निदेशालय में प्रदर्शन करने पहुंचे अभ्यर्थियों को बताई।
समाजशास्त्र के 273 पदों की भर्ती काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी फंसी हुई है। एनआईसी के सॉफ्टवेय में तकनीकी अड़चन के कारण अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी नहीं किए जा सके हैं। उच्च शिक्षा निदेशालय में प्रदर्शन करने पहुंचे अभ्यर्थियों के मुताबिक निदेशालय के अफसरों ने बताया कि असिस्टेंट प्रोफेसर समाजशास्त्र के चयनित अभ्यर्थियों की काउंसलिंग में आई तकनीकी अड़चन को दूर कर लिया गया है और शासन से भी हरी झंडी मिल गई है।
प्रयास किए जा रहे हैं कि शुक्रवार शाम तक असिस्टेंट प्रोफेसर समाजशास्त्र के चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी कर दिए जाएं। वार्ता के दौरान सहायक निदेशक संजय सिंह ने कहा कि चयनित अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र जल्द ही ऑनलाइन अपलोड कर दिए जाएंगे। इस दौरान चयनित अभ्यर्थी राकेश सिंह, समरजीत सिंह, राकेश वर्मा, विजय सिंह, अरुण वर्मा, सुनील यादव, दीपक मिश्र, अशोक चौरसिया, प्रशांत सिंह, यदुवंश, शिव पांडेय आदि मौजूद रहे।
एपीएस भर्ती पूरी कराने के लिए आयोग में प्रदर्शन
सात साल पुरानी अपर निजी सचिव (एपीएस)-2019 की भती प्रक्रिया पूरी किए जाने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने बुधवार को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में धरना-प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों को आयोग में अध्यक्ष को संबोधित ज्ञापन भी सौंपा। अभ्यर्थियों ने कहा कि सात साल पुरानी भर्ती के कई चरण पूरे हो चुके हैं, लेकिन कंप्यूटर ज्ञान की परीक्षा अब तक नहीं कराई गई। इसी वजह से भर्ती फंसी है और बेरोजगार अभ्यर्थी नौकरी के लिए भटक रहे हैं। अभ्यर्थियों ने मांग की कि कंप्यूटर ज्ञान की परीक्षा शीघ्र कराई जाए और अंतिम चयन परिणाम जारी किया जाएगा। प्रदर्शन करने एवं ज्ञापन देने वालों में आशुतोष कुमार पंाडेय, कौशलेंद्र सिंह, विनोद कुमार भारतीय, जगदीश प्रसाद आदि शामिल रहे।
69 हजार शिक्षक भर्ती के चयनित अभ्यर्थी त्रुटि संशोधन की मांग को लेकर तीसरे दिन बुधवार को भी बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय में धरने पर बैठे रहे। अभ्यर्थियों का कहना है कि अब तो शासन ने भी नियुक्ति पत्र जारी करने की तिथि घोषित कर दी है। अगर अब भी त्रुटि संशोधन नहीं किया गया तो उच्च मेरिट वाले अभ्यर्थी चयन से वंचित रह जाएंगे। अभ्यर्थियों ने अपना आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया। धरने में शामिल होने वाराणसी से आईं शालिनी पांडेय इस मुद्दे पर बात करते-करते अचानक रो पड़ीं। उनकी गलती इतनी थी कि उन्होंने गलती से अपने प्राप्तांक 835 अंक लिख दिया था, जबकि प्राप्तांक 825 था।
शालिनी को वाराणसी में स्कूल भी आवंटित कर दिया गया था, लेकिन त्रुटि सामने आने के बाद अब हाथ आई नौकरी जा रही है। अभ्यर्थियों का कहना है कि जब 68500 शिक्षक भर्ती में त्रुटि संशोधन का अवसर दिया गया था तो 69 शिक्षक भर्ती में अभ्यर्थियों को इससे क्यों वंचित किया जा रहा है। जबकि, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का आदेश भी अभ्यर्थियों के पक्ष में आया है। अभ्यर्थियों ने विरोध स्वरूप बेसिक शिक्षा परिषद में झाड़ू लगाई और गांधीगीरी भी की।
अभ्यर्थियों ने कहा कि मंगलवार को एक प्रतिनिधिमंडल लखनऊ में महानिदेशक स्कूली शिक्षा विजय किरन आनंद से मिलने गया था। उन्होंने आश्वासन भी दिया था, लेकिन जब तक बेसिक शिक्षा परिषद त्रुटि संशोधन की प्रक्रिया शुरू नहीं करता है, उनका आंदोलन जारी रहेगा। धरना अब रोज सुबह दस से शाम पांच बजे तक चलेगा। धरने में प्रयागराज से रोहित तवारी, तुषसार सिंह, लखनऊ से रेखा वर्मा, बबली पाली, कौशंबी से आशुतोष श्रीवास्तव अन्य जिलों से कई अभ्यर्थी शामिल रहे।
असिस्टेंट प्रोफेसर अभ्यर्थियों की नियुक्ति का रास्ता साफ
प्रदेश के अशासकीय महाविद्यालयों में विज्ञापन संख्या 47 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर समाजशास्त्र के 273 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। यह बात उच्च शिक्षा निदेशालय के अफसरों ने बुधवार को निदेशालय में प्रदर्शन करने पहुंचे अभ्यर्थियों को बताई।
समाजशास्त्र के 273 पदों की भर्ती काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी फंसी हुई है। एनआईसी के सॉफ्टवेय में तकनीकी अड़चन के कारण अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी नहीं किए जा सके हैं। उच्च शिक्षा निदेशालय में प्रदर्शन करने पहुंचे अभ्यर्थियों के मुताबिक निदेशालय के अफसरों ने बताया कि असिस्टेंट प्रोफेसर समाजशास्त्र के चयनित अभ्यर्थियों की काउंसलिंग में आई तकनीकी अड़चन को दूर कर लिया गया है और शासन से भी हरी झंडी मिल गई है।
प्रयास किए जा रहे हैं कि शुक्रवार शाम तक असिस्टेंट प्रोफेसर समाजशास्त्र के चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी कर दिए जाएं। वार्ता के दौरान सहायक निदेशक संजय सिंह ने कहा कि चयनित अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र जल्द ही ऑनलाइन अपलोड कर दिए जाएंगे। इस दौरान चयनित अभ्यर्थी राकेश सिंह, समरजीत सिंह, राकेश वर्मा, विजय सिंह, अरुण वर्मा, सुनील यादव, दीपक मिश्र, अशोक चौरसिया, प्रशांत सिंह, यदुवंश, शिव पांडेय आदि मौजूद रहे।
एपीएस भर्ती पूरी कराने के लिए आयोग में प्रदर्शन
सात साल पुरानी अपर निजी सचिव (एपीएस)-2019 की भती प्रक्रिया पूरी किए जाने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने बुधवार को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में धरना-प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों को आयोग में अध्यक्ष को संबोधित ज्ञापन भी सौंपा। अभ्यर्थियों ने कहा कि सात साल पुरानी भर्ती के कई चरण पूरे हो चुके हैं, लेकिन कंप्यूटर ज्ञान की परीक्षा अब तक नहीं कराई गई। इसी वजह से भर्ती फंसी है और बेरोजगार अभ्यर्थी नौकरी के लिए भटक रहे हैं। अभ्यर्थियों ने मांग की कि कंप्यूटर ज्ञान की परीक्षा शीघ्र कराई जाए और अंतिम चयन परिणाम जारी किया जाएगा। प्रदर्शन करने एवं ज्ञापन देने वालों में आशुतोष कुमार पंाडेय, कौशलेंद्र सिंह, विनोद कुमार भारतीय, जगदीश प्रसाद आदि शामिल रहे।