न्यूज डेस्क, अमर उजाला, अलीगढ़
Published by: Vikas Kumar
Updated Thu, 08 Apr 2021 10:08 PM IST
सुसराल जाने के लिए रुपये नहीं होने पर युवक को फर्जी टीटीई बनकर ट्रेन में वसूली करना भारी पड़ गया। शक होने पर यात्रियों की सूचना पर दिल्ली निवासी युवक को दबोच लिया गया। सीआईटी की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर जीआरपी ने आरोपी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।
जीआरपी इंस्पेक्टर यशपाल सिंह के मुताबिक, आरोपी की पहचान 28 वर्षीय दीप शुभम पुत्र रामनारायण निवासी कौशिक एन्क्लेव, बुरारी, उत्तरी दिल्ली के तौर पर हुई है। वह टीटीई की वर्दी वाला कोट पहने था। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसकी ससुराल बिहार के समस्तीपुर जिले में हैं। ससुराल जाने को दिल्ली से ट्रेन में सवार हुआ था। मगर, उसके पास न तो टिकट थी और न ही ससुराल जाने लायक पैसे थे। इस पर वह कोच संख्या एस-10 में पहुंचा। वहां यात्रियों के टिकट जांचने लगा और कुछ यात्रियों से पैसे मांगे।
शक होने पर यात्रियों ने इसकी सूचना ट्रेन में तैनात सीआईटी राकेश कौरी को दी। उन्होंने स्क्वायड पार्टी के साथ पहुंचकर उसे दबोच लिया। ट्रेन सुबह करीब 10 बजे अलीगढ़ जंक्शन पहुंची। यहां दीप शुभम को उतारा गया। सीआईटी की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है। पिता निजी कंपनी में नौकरी करते हैं। परिवार ने बताया कि दीप शुभम कोई काम नहीं करता है, पैसों की जुगत में फ्रॉड करता रहता है।
जीआरपी ने दबोचा शातिर चोर, भेजा जेल
राजकीय रेलवे पुलिस अलीगढ़ जंक्शन ने गुरुवार को एक शातिर चोर को मीनाक्षी पुल के पास से गिरफ्तार किया। आरोपी दिल्ली-कानपुर लाइन की यात्री ट्रेनों में चोरी की वारदात को अंजाम देता था। उसके पास से चोरी का माल व एक चाकू भी बरामद हुआ है। आरोपी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है।
जीआरपी इंस्पेक्टर यशपाल सिंह ने बताया कि शातिर चोर की पहचान बलविंदर उर्फ राजवीर पुत्र निर्भय सिंह निवासी प्रताप चौक-6, लुधियाना, पंजाब के तौर पर हुई है। उसके पास से एक चाकू , एक लेडीज पर्स, मेकअप का सामान व 2500 रुपये बरामद हुए हैं।
पूछताछ में उसने बताया कि वह रेलवे स्टेशन व ट्रेनों में यात्रियों का बैग व अन्य कीमती सामान चोरी कर उसे बाजार में सस्ते मूल्य पर बेचता था। लुधियाना और जीआरपी नई दिल्ली थाने में उसके खिलाफ कई अन्य मुकदमे भी दर्ज हैं। गिरफ्तारी करने वाली टीम में अब्दुल मोईज खां, एसआई देवेंद्र सिंह, कांस्टेबल ललित कुमार, अमित मोतला शामिल रहे।
विस्तार
सुसराल जाने के लिए रुपये नहीं होने पर युवक को फर्जी टीटीई बनकर ट्रेन में वसूली करना भारी पड़ गया। शक होने पर यात्रियों की सूचना पर दिल्ली निवासी युवक को दबोच लिया गया। सीआईटी की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर जीआरपी ने आरोपी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।
जीआरपी इंस्पेक्टर यशपाल सिंह के मुताबिक, आरोपी की पहचान 28 वर्षीय दीप शुभम पुत्र रामनारायण निवासी कौशिक एन्क्लेव, बुरारी, उत्तरी दिल्ली के तौर पर हुई है। वह टीटीई की वर्दी वाला कोट पहने था। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसकी ससुराल बिहार के समस्तीपुर जिले में हैं। ससुराल जाने को दिल्ली से ट्रेन में सवार हुआ था। मगर, उसके पास न तो टिकट थी और न ही ससुराल जाने लायक पैसे थे। इस पर वह कोच संख्या एस-10 में पहुंचा। वहां यात्रियों के टिकट जांचने लगा और कुछ यात्रियों से पैसे मांगे।
शक होने पर यात्रियों ने इसकी सूचना ट्रेन में तैनात सीआईटी राकेश कौरी को दी। उन्होंने स्क्वायड पार्टी के साथ पहुंचकर उसे दबोच लिया। ट्रेन सुबह करीब 10 बजे अलीगढ़ जंक्शन पहुंची। यहां दीप शुभम को उतारा गया। सीआईटी की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है। पिता निजी कंपनी में नौकरी करते हैं। परिवार ने बताया कि दीप शुभम कोई काम नहीं करता है, पैसों की जुगत में फ्रॉड करता रहता है।
जीआरपी ने दबोचा शातिर चोर, भेजा जेल
राजकीय रेलवे पुलिस अलीगढ़ जंक्शन ने गुरुवार को एक शातिर चोर को मीनाक्षी पुल के पास से गिरफ्तार किया। आरोपी दिल्ली-कानपुर लाइन की यात्री ट्रेनों में चोरी की वारदात को अंजाम देता था। उसके पास से चोरी का माल व एक चाकू भी बरामद हुआ है। आरोपी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है।
जीआरपी इंस्पेक्टर यशपाल सिंह ने बताया कि शातिर चोर की पहचान बलविंदर उर्फ राजवीर पुत्र निर्भय सिंह निवासी प्रताप चौक-6, लुधियाना, पंजाब के तौर पर हुई है। उसके पास से एक चाकू , एक लेडीज पर्स, मेकअप का सामान व 2500 रुपये बरामद हुए हैं।
पूछताछ में उसने बताया कि वह रेलवे स्टेशन व ट्रेनों में यात्रियों का बैग व अन्य कीमती सामान चोरी कर उसे बाजार में सस्ते मूल्य पर बेचता था। लुधियाना और जीआरपी नई दिल्ली थाने में उसके खिलाफ कई अन्य मुकदमे भी दर्ज हैं। गिरफ्तारी करने वाली टीम में अब्दुल मोईज खां, एसआई देवेंद्र सिंह, कांस्टेबल ललित कुमार, अमित मोतला शामिल रहे।