अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के एबीके यूनियन स्कूल का तीन दिन से लापता दसवीं का छात्र सोमवार को मुंबई में मिल गया। वे परिजनों से नाराज होकर चला गया था। मुंबई में मौजूद छात्र के रिश्तेदारों ने उसे खोज लिया है। अब पिता उसे लेने के लिए रवाना हो गए हैं। गाजियाबाद मोदीनगर के गांव कालसीना निवासी मो.फईक मोहम्मद दसवीं का छात्र है।
वह यहां जेएन मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी पर्चा विभाग में कार्यरत अपने मौसा राहत अली खां के घर पर रहता है। मौसा के अनुसार शनिवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे वह दोदपुर में रहने वाले दोस्त के पास जाने की कहकर घर से निकला था। इसके बाद घर नहीं लौटा। जब परिवार ने तलाशा तो पता चला कि रास्ते में मोबाइल छीनने को लेकर झगड़ा हुआ था।
उसकी सूचना पर पीआरवी भी पहुंची थी। मगर वह सूचना फर्जी पाई गई थी। राहत अली ने अंदेशा जताया था कि मोबाइल छीनने वाले लोग ही उसे अगवा कर ले गए हैं। इसे लेकर थाने में छात्र की गुमशुदगी दर्ज करा दी गई। पुलिस ने बताए गए छात्र के दोस्त के घर दबिश दी और दोस्त से पूछताछ की, मगर वह पुलिस के जवाबों का सही जवाब नहीं दे सका।
सिविल लाइंस इंस्पेक्टर अरविंद राठी ने बताया कि छात्र अपने घर से 700 रुपये लेकर गया था। उन्होंने बताया कि सोमवार को छात्र मुंबई पहुंच गया। जहां से छात्र ने अपने पिता को फोन पर यह जानकारी दी। छात्र के कुछ रिश्तेदार मुंबई में रहते हैं। इस पर उन्हें सूचित कर दिया गया। देर शाम उन्हें छात्र बताए गए स्थान पर मिल गया।
छात्र ने बताया कि वह नाराज होकर घर से निकल आया था। छात्र ने अपने एक दोस्त से भी 500 रुपये उधार मांगे थे। लेकिन दोस्त ने देने से इंकार कर दिया था। उन्होंने बताया कि छात्र को लेने के लिए उसके पिता मुंबई रवाना हो गए हैं। छात्र के वापस आने और पूछताछ के बाद ही सही बात की जानकारी मिल सकेगी।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के एबीके यूनियन स्कूल का तीन दिन से लापता दसवीं का छात्र सोमवार को मुंबई में मिल गया। वे परिजनों से नाराज होकर चला गया था। मुंबई में मौजूद छात्र के रिश्तेदारों ने उसे खोज लिया है। अब पिता उसे लेने के लिए रवाना हो गए हैं। गाजियाबाद मोदीनगर के गांव कालसीना निवासी मो.फईक मोहम्मद दसवीं का छात्र है।
वह यहां जेएन मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी पर्चा विभाग में कार्यरत अपने मौसा राहत अली खां के घर पर रहता है। मौसा के अनुसार शनिवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे वह दोदपुर में रहने वाले दोस्त के पास जाने की कहकर घर से निकला था। इसके बाद घर नहीं लौटा। जब परिवार ने तलाशा तो पता चला कि रास्ते में मोबाइल छीनने को लेकर झगड़ा हुआ था।
उसकी सूचना पर पीआरवी भी पहुंची थी। मगर वह सूचना फर्जी पाई गई थी। राहत अली ने अंदेशा जताया था कि मोबाइल छीनने वाले लोग ही उसे अगवा कर ले गए हैं। इसे लेकर थाने में छात्र की गुमशुदगी दर्ज करा दी गई। पुलिस ने बताए गए छात्र के दोस्त के घर दबिश दी और दोस्त से पूछताछ की, मगर वह पुलिस के जवाबों का सही जवाब नहीं दे सका।
सिविल लाइंस इंस्पेक्टर अरविंद राठी ने बताया कि छात्र अपने घर से 700 रुपये लेकर गया था। उन्होंने बताया कि सोमवार को छात्र मुंबई पहुंच गया। जहां से छात्र ने अपने पिता को फोन पर यह जानकारी दी। छात्र के कुछ रिश्तेदार मुंबई में रहते हैं। इस पर उन्हें सूचित कर दिया गया। देर शाम उन्हें छात्र बताए गए स्थान पर मिल गया।
छात्र ने बताया कि वह नाराज होकर घर से निकल आया था। छात्र ने अपने एक दोस्त से भी 500 रुपये उधार मांगे थे। लेकिन दोस्त ने देने से इंकार कर दिया था। उन्होंने बताया कि छात्र को लेने के लिए उसके पिता मुंबई रवाना हो गए हैं। छात्र के वापस आने और पूछताछ के बाद ही सही बात की जानकारी मिल सकेगी।