न्यूज डेस्क, अमर उजाला, आगरा
Published by: Abhishek Saxena
Updated Wed, 25 Dec 2019 06:37 PM IST
उत्तर प्रदेश के आगरा में खंदौली थाना क्षेत्र में बुधवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। खंदौली थाना क्षेत्र के ग्राम बेलोठ में मंगलवार की देर रात घर में बनी दुकान के बाहर टिन शेड के नीचे सो रहे मां-बेटे पर बदमाशों ने धारदार हथियार से हमला बोल दिया। हमले में महिला की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि बेटे की भी हालत गंभीर बनी हुई है।
बदमाश दोनों को मृत समझकर वहां से भाग गए। सूचना पर एसएसपी बबलू कुमार मौके पर पहुंचे। डाग स्क्वैड की टीम भी बुलाई गई। हत्या का कोई कारण घरवाले भी नहीं बता पा रहे हैं। मृतका के दूसरे बेटे ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ थाना खंदौली में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
बेलोठ निवासी रामकली (65) पत्नी स्व. नहार सिंह के तीन पुत्र थे। इनमें बडे़ बेटे सुरेंद्र कुमार की नौ वर्ष पूर्व सड़क हादसे में मौत हो गई थी। दूसरे नंबर का बेटा सतीश ऑटो चलाता है। वह पत्नी के साथ दूसरे मकान में अलग रहता है। सुरेंद्र की मौत के बाद उसकी पत्नी मंजू गांव में ही स्कूल में रसोइया का काम करती है। वह भी दूसरे मकान में अलग रहती है।
सबसे छोटा लड़का उमेश उर्फ बनिया (30) जो अवविवाहित है। वह मां रामकली के साथ रहता है। घर पर ही परचून की दुकान खोल रखी है। दोनों मां-बेटे दुकान के बाहर टिन शेड के नीचे चारपाई पर सोते हैं।
मंगलवार की देर रात उमेश और उसकी मां रामकली सो रहे थे। रात करीब एक बजे बदमाशों ने धारदार हथियार से दोनों पर हमला कर दिया। बदमाशों ने रामकली के सिर पर ताबड़तोड़ वार किए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। उमेश पर भी हमला कर दिया। दोनों को मृत जानकर हमलावर मौके से फरार हो गए।
उमेश की कराहने की आवाज पर दुकान के सामने बने मकान से पड़ोसी मुन्नी देवी निकल कर आई तो दोनों को लहूलुहान देख चीखने लगी। शोर पर आसपास के लोग जुट गए। प्रधान वीरेश चौहान ने बताया कि पुलिस कंट्रोल रूम पर फोन लगाया लेकिन वह नहीं मिला। इस पर ग्रामीण रामकली और घायल उमेश को टेंपो से लेकर थाना खंदौली पहुंचे।
पुलिस ने मृतक को पोस्टमार्टम के लिए भेज घायल उमेश को अस्पताल में भर्ती कराया। घटना की सूचना पर बुधवार की सुबह एसएसपी बबलू कुमार, सीओ एत्मादपुर अतुल कुमार सोनकर भी पहुंचे। इस दौरान खोजी कुत्ता मृतक के घर के सामने से गुजर रही गली से घुमकर सरकारी स्कूल पर जाकर रुक गया। वहीं परचून की दुकान से भी कोई सामान या पैसा नहीं लूटा गया है।
बाड़े में भैंस भी बंधी थी। इससे साफ है कि बदमाश सिर्फ हत्या करने ही आए थे। सीओ एत्मादपुर का कहना है की हत्याकांड का अभी कोई कारण स्पष्ट नहीं है। वहीं एसएसपी ने खुलासे के लिए तीन टीमें गठित की है। मामले की जांच की जा रही है।
दो लोगों ने हाथ पकडे़ तीसरे ने किए प्रहार
धारदार हथियार से घायल हुए उमेश उर्फ बनिया का अस्पताल में इलाज चल रहा है। उमेश ने पुलिस को बताया कि हमलावर तीन लोग थे। उन्होंने पहले मां रामकली पर ताबड़तोड़ प्रहार किए। फिर दो बदमाशो ने उसके हाथ पैरों को पकड़ा और तीसरे ने उसके ऊपर प्रहार किए। उमेश ने हमलावरों को पहचानने से इंकार किया है।
हमलावरों का इरादा केवल हत्या करना था। हमलावर उसे भी मृत जान कर मौके से भागे है। वहीं घटना के बाद विधायक रामप्रताप सिंह चौहान और पूर्व विधायक धर्मपाल सिंह भी घायल से मिलने अस्पताल पहुंचे। उन्होंने जल्द ही घटना के खुलासे की मांग की है।
उत्तर प्रदेश के आगरा में खंदौली थाना क्षेत्र में बुधवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। खंदौली थाना क्षेत्र के ग्राम बेलोठ में मंगलवार की देर रात घर में बनी दुकान के बाहर टिन शेड के नीचे सो रहे मां-बेटे पर बदमाशों ने धारदार हथियार से हमला बोल दिया। हमले में महिला की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि बेटे की भी हालत गंभीर बनी हुई है।
बदमाश दोनों को मृत समझकर वहां से भाग गए। सूचना पर एसएसपी बबलू कुमार मौके पर पहुंचे। डाग स्क्वैड की टीम भी बुलाई गई। हत्या का कोई कारण घरवाले भी नहीं बता पा रहे हैं। मृतका के दूसरे बेटे ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ थाना खंदौली में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
बेलोठ निवासी रामकली (65) पत्नी स्व. नहार सिंह के तीन पुत्र थे। इनमें बडे़ बेटे सुरेंद्र कुमार की नौ वर्ष पूर्व सड़क हादसे में मौत हो गई थी। दूसरे नंबर का बेटा सतीश ऑटो चलाता है। वह पत्नी के साथ दूसरे मकान में अलग रहता है। सुरेंद्र की मौत के बाद उसकी पत्नी मंजू गांव में ही स्कूल में रसोइया का काम करती है। वह भी दूसरे मकान में अलग रहती है।