ब्रज की होली पर भी कोरोनावायरस का खौफ देखा जा रहा है। रंगभरनी एकादशी पर शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर होली महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसमें देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु शामिल होंगे। कोरोनावायरस के मद्देनजर श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान ने अपील की है कि बीमार लोग होली महोत्सव में शामिल होने के लिए न आएं।
बरसाना और नंदगांव के बाद रंगभरनी एकादशी के बाद शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्मस्थान प्रांगण में होली महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। रावल के हुरियारे और हुरियारिनें यहां लठामार होली खेलेंगे। श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर होली का रंग और गुलाल उड़ेगा। प्रांगण में भक्त रंग गुलाल के साथ फूलों से भी होली खेलेंगे। श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर लठामार होली के कार्यक्रम होंगे।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि परंपरागत आयोजन की तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं। इस अलौकिक होली के लिए ढाल, बारहसिंहा, ढोल, नगाड़े तैयार हैं। ढप और बंब पर होली के उत्सव का शुभारंभ दोपहर 2 बजे से होगा। इस उत्सव में फूलों की होली के बाद पहली बार सुगंधित द्रव्य की होली होगी। इस दौरान कलाकार गीत और नृत्य के बीच होली की प्रस्तुति देंगे।
मंदिर में बरस रहा होली का रंग
ठाकुर द्वारिकाधीश महाराज ने अपने भक्तों संग रंगों की होली खेली। सुबह होली के रसिया और होली गायन के साथ सेवायतों ने मंदिर में दर्शनार्थ आए ठाकुर द्वारिकाधीश महाराज के भक्तों पर स्वर्ण रजत पिचाकारियों से रंग बरसाया। भक्त भी अपने आराध्य के दर्शन कर कृतार्थ किया। ठाकुर द्वारिकाधीश रंगभरनी एकादशी को कुंज में विराजकर होली खेलेंगे। मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी ने बताया कि शुक्रवार को ठाकुर जी के लिए कुंज बनाई गई है। जहां भक्त ठाकुर जी से होली खेलेंगे।
ठाकुर केशवदेव मंदिर में लठामार हुरंगा एवं शोभायात्रा आज
प्राचीन केशव देव मंदिर में 6 मार्च को लठामार हुरंगा एवं भव्य शोभायात्रा का आयोजन होगा। मंदिर के मीडिया प्रभारी नारायण प्रसाद शर्मा ने बताया कि शोभायात्रा दोपहर 1 बजे से गताश्रम नारायण मंदिर विश्राम घाट से द्वारिकाधीश, नया बाजार, चौक बाजार, मंडी रामदास, डीग गेट, जन्मभूमि गोविंद नगर होती हुई प्राचीन मंदिर ठाकुर श्री केशव देव के सिंहद्वार पर पहुंचेगी। सायंकाल 5 बजे से विशाल हुरंगा प्रारंभ होगा। इसमें खेलने के लिए गोस्वामी परिवार सहित नंदगांव बरसाना से भी होली खेलने के लिए गोस्वामी परिवार हुरंगा में भाग लेंगे।
जुकाम, खांसी और बुखार से ग्रसित लोगों को होली में न आने की अपील
रंगभरनी एकादशी पर श्रीकृष्ण जन्म स्थान परिसर में आयोजित होने वाली होली में भी कोरोनावायरस का असर दिखेगा। श्रीकृष्ण जन्म स्थान सेवा संस्थान के पदाधिकारियों ने जुकाम, खांसी और वायरल आदि संबंधी परेशानी से पीड़ित लोगों को आयोजन में न आने की अपील की है।
संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने कहा कि संपूर्ण विश्व में लोगों को भयभीत करने वाली कोरोनावायरस को देखते हुए लोगों से अपील की गई है। उन्होंने कहा कि इस महामारी से रोगमुक्त-भयमुक्त करने के लिए केशवदेव के श्रीचरणों में प्रार्थना की जाएगी।
नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर में होली महोत्सव स्थगित
नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर में आठ मार्च को आयोजित होने वाला होली महोत्सव स्थगित कर दिया गया है। यह फैसला कोरोनावायरस के बढ़ते प्रभाव के दृष्टिगत लिया गया है। यह जानकारी आयोजन समिति अध्यक्ष अजय सक्सेना ने दी।
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ब्रज की होली पर भी कोरोनावायरस का खौफ देखा जा रहा है। रंगभरनी एकादशी पर शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर होली महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसमें देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु शामिल होंगे। कोरोनावायरस के मद्देनजर श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान ने अपील की है कि बीमार लोग होली महोत्सव में शामिल होने के लिए न आएं।
बरसाना और नंदगांव के बाद रंगभरनी एकादशी के बाद शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्मस्थान प्रांगण में होली महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। रावल के हुरियारे और हुरियारिनें यहां लठामार होली खेलेंगे। श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर होली का रंग और गुलाल उड़ेगा। प्रांगण में भक्त रंग गुलाल के साथ फूलों से भी होली खेलेंगे। श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर लठामार होली के कार्यक्रम होंगे।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि परंपरागत आयोजन की तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं। इस अलौकिक होली के लिए ढाल, बारहसिंहा, ढोल, नगाड़े तैयार हैं। ढप और बंब पर होली के उत्सव का शुभारंभ दोपहर 2 बजे से होगा। इस उत्सव में फूलों की होली के बाद पहली बार सुगंधित द्रव्य की होली होगी। इस दौरान कलाकार गीत और नृत्य के बीच होली की प्रस्तुति देंगे।