न्यूज डेस्क, अमर उजाला, फिरोजाबाद
Published by: मुकेश कुमार
Updated Mon, 04 Mar 2019 11:57 AM IST
दिल्ली में बीएसएफ की 25वीं बटालियन में तैनात फिरोजाबाद निवासी हेड कांस्टेबल की हार्टअटैक से रविवार को मौत हो गई। उनका शव सेना की गाड़ी से पैतृक गांव नगला सदासुख लाया गया। सेना के जवानों ने सलामी देने के साथ एसडीएम सदर और सीओ सदर ने पुष्पांजलि अर्पित की।
थाना लाइनपार के नगला सदासुख निवासी सतीशचंद्र (55) पुत्र भंवर सिंह उर्फ रान सिंह यादव बीएसएफ 25वीं बटालियन में हेड कांस्टेबल के बद पर तैनात थे। 10 दिन पूर्व छुट्टी बिताने के बाद ड्यूटी पर दिल्ली के छाबड़ा क्षेत्र में पहुंचे थे। दो मार्च को ड्यूटी के दौरान दिल का दौरा पड़ा।
उन्हें उपचार के लिए मेट्रो अस्पताल दिल्ली में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान रविवार को सतीश चंद्र की मौत हो गई। परिवार के लोग भी दिल्ली पहुंच गए थे। सोमवार की सुबह उनका शव गांव नगला सदासुख लाया गया। यहां राजकीय सम्मान से उनका अंतिम संस्कार किया गया।
बीएसएफ के इंस्पेक्टर लाल सिंह ने सतीशचंद्र के बड़़े पुत्र ब्रजेश को तिरंगा भेंट किया। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी व 15 अगस्त को तिरंगे को घर पर फहराया करना। बीएसएफ जवान के अंतिम संस्कार में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और जिला के अफसर भी पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
बीएसएफ जवान सतीशचंद्र के दो बेटा एवं दो बेटी हैं। बड़े बेटे ब्रजेश कुमार (24) और बेटी विनीता की शादी हो गई। जबकि बेटा शैलेंद्र बीटीसी और छोटी बेटी प्रीती पढ़ाई कर रही है। पत्नी भूरी देवी का रो-रोकर बुर हाल था। सतीशचंद्र पिता के इकलौते बेटे थे।
दिल्ली में बीएसएफ की 25वीं बटालियन में तैनात फिरोजाबाद निवासी हेड कांस्टेबल की हार्टअटैक से रविवार को मौत हो गई। उनका शव सेना की गाड़ी से पैतृक गांव नगला सदासुख लाया गया। सेना के जवानों ने सलामी देने के साथ एसडीएम सदर और सीओ सदर ने पुष्पांजलि अर्पित की।
थाना लाइनपार के नगला सदासुख निवासी सतीशचंद्र (55) पुत्र भंवर सिंह उर्फ रान सिंह यादव बीएसएफ 25वीं बटालियन में हेड कांस्टेबल के बद पर तैनात थे। 10 दिन पूर्व छुट्टी बिताने के बाद ड्यूटी पर दिल्ली के छाबड़ा क्षेत्र में पहुंचे थे। दो मार्च को ड्यूटी के दौरान दिल का दौरा पड़ा।
उन्हें उपचार के लिए मेट्रो अस्पताल दिल्ली में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान रविवार को सतीश चंद्र की मौत हो गई। परिवार के लोग भी दिल्ली पहुंच गए थे। सोमवार की सुबह उनका शव गांव नगला सदासुख लाया गया। यहां राजकीय सम्मान से उनका अंतिम संस्कार किया गया।