आगरा के खंदारी निवासी ट्रक चालक जयप्रकाश का शव शुक्रवार की रात एटा के मलावन थाना क्षेत्र में सड़क किनारे पड़ा मिला। शनिवार शाम को शव घर पहुंचने पर परिजनों ने हंगामा कर दिया। परिजनों के अनुसार, शुक्रवार को उसे ट्रक मालिक बुलाकर ले गया था। उसने ही हत्या की है।
विधायक हेमलता दिवाकर और पुरुषोत्तम खंडेलवाल के समझाने पर रात तकरीबन आठ बजे शव को उठवाया जा सका। इसके बाद ही जाम खुल सका। परिजनों की तहरीर पर मलावन थाने में मामले में तीन लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
खंदारी स्थित पोस्ट ऑफिस वाली गली निवासी जयप्रकाश (34) के पास से मिले ड्राइविंग लाइसेंस से उसकी पहचान हुई थी। सूचना पर भाई सत्यप्रकाश और मानिक चंद्र पहुंच गए। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। शनिवार शाम को पांच बजे शव पहुंचा।
खंदारी चुंगी चौराहे पर हंगामा
इसके बाद परिजनों ने शव को खंदारी चुंगी चौराहे पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इससे जाम लग गया। परिजन व्हाट्स एप पर मुकदमे की कॉपी आने के बाद ही शव का अंतिम संस्कार करने की कहने लगे। अधिकारियों ने एटा पुलिस से बात की। हालांकि रात आठ बजे शव सड़क से हटा लिया गया।
भाई सत्यप्रकाश ने पुलिस को बताया कि मोहल्ले का ही ट्रक मालिक फररू शुक्रवार सुबह जयप्रकाश को घर से बुलाकर ट्रक पर ले गया था। फररू से दो साल पहले एक बाइक खरीदने को लेकर विवाद हुआ था। इसी रंजिश में फररू ने भाई की गला रेतकर हत्या कर दी। सिर में भी गहरे घाव हैं। हत्या के बाद वह ट्रक सहित फरार हो गया। उसके साथ दूसरे समुदाय के युवक भी थे। एटा पुलिस ने उनकी सुनवाई नहीं की।
पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि परिजनों ने समझाने पर रात को शव सड़क से हटा लिया। घटना की जांच की जा रही है। परिजनों की तहरीर के आधार पर फररू, छिंगा और मुमताज के खिलाफ हत्या का मुकदमा एटा के थाना मलावन में दर्ज किया गया है।
उधर, मलावन थाना के प्रभारी निरीक्षक सीताराम सरोज ने बताया कि सेंथरी के पास हादसे की सूचना पर डायल 112 की पीआरवी पहुंची थी। प्रथम दृष्टया मामला हादसे का प्रतीत हो रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर तस्वीर और साफ होगी। जिस ट्रक स्वामी की बात कही जा रही है, वह फरार क्यों हुआ यह पता किया जा रहा है।
विस्तार
आगरा के खंदारी निवासी ट्रक चालक जयप्रकाश का शव शुक्रवार की रात एटा के मलावन थाना क्षेत्र में सड़क किनारे पड़ा मिला। शनिवार शाम को शव घर पहुंचने पर परिजनों ने हंगामा कर दिया। परिजनों के अनुसार, शुक्रवार को उसे ट्रक मालिक बुलाकर ले गया था। उसने ही हत्या की है।
विधायक हेमलता दिवाकर और पुरुषोत्तम खंडेलवाल के समझाने पर रात तकरीबन आठ बजे शव को उठवाया जा सका। इसके बाद ही जाम खुल सका। परिजनों की तहरीर पर मलावन थाने में मामले में तीन लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
खंदारी स्थित पोस्ट ऑफिस वाली गली निवासी जयप्रकाश (34) के पास से मिले ड्राइविंग लाइसेंस से उसकी पहचान हुई थी। सूचना पर भाई सत्यप्रकाश और मानिक चंद्र पहुंच गए। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। शनिवार शाम को पांच बजे शव पहुंचा।