हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में सरोगा नाला सिंहा संपर्क मार्ग पर मंगलवार सुबह साढ़े 10 बजे एक पिकअप गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई, जबकि, 27 लोग घायल हो गए। इनमें से 10 घायलों को टांडा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। जबकि, 17 घायल सिविल अस्पताल चुवाड़ी में दाखिल हैं। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक चालक समेत 29 लोग गाड़ी में सवार होकर मृतक के घर अफसोस जताने के लिए सिंहा गांव जा रहे थे। गांव से कुछ ही दूरी पर पहुंचने पर चालक ने वाहन से नियंत्रण खो दिया और वाहन लुढ़क कर सरोगा नाले में जा गिरा।
वाहन को गिरता देखकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और हादसे की सूचना प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को दी। चुवाड़ी थाना और बकलोह चौकी से पुलिस टीमें मौके पर पहुंचीं। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से घायलों को नाले से बाहर निकाल कर निजी वाहनों और एंबुलेंस के जरिये सिविल अस्पताल चुवाड़ी पहुंचाया। यहां डॉक्टरों ने 31 वर्षीय आशा देवी पत्नी कुंज लाल निवासी फरोली और आरती देवी पत्नी संजीव कुमार फरोली को मृत घोषित कर दिया। चुवाड़ी अस्पताल में पुलिस की देखरेख में मृतकों का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपे गए।
सिविल अस्पताल में एसडीएम भटियात की अगुवाई में नायब तहसीलदार ने मृतकों को बीस-बीस हजार, रेफर किए गए घायलों को 5-5 और उपचाराधीन मरीजों को 2-2 हजार रुपये की फौरी राहत प्रदान की। वहीं, उपायुक्त डीसी राणा, एसडीएम भटियात बचन सिंह, डीएसपी डलहौजी विशाल वर्मा, भटियात के विधायक बिक्रम सिंह जरयाल ने मौके पर पहुंच कर घायलों का कुशलक्षेम जाना। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सरोगा नाला सिंहा संपर्क मार्ग पर पिकअप वाहन दुर्घटना में मारे गए लोगों और घायलों के प्रति संवेदनाएं प्रकट की है। पुलिस अधीक्षक अरुल कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए कम पड़ गईं एंबुलेंस
सड़क हादसे ने आपदा प्रबंधनों को पोल खोलकर रख दी। दुर्घटना के बाद जहां घायलों को लाने के लिए एंबुलेंस गाड़ियां कम पड़ गईं तो वहीं, दूसरी तरफ चुवाड़ी का सिविल अस्पताल भी छोटा पड़ गया। जब अन्य मरीज स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल में मौजूद थे तो उसी वक्त एंबुलेंस घायलों को लेकर पहुंच गई। इससे अस्पताल में काफी भीड़ हो गई। एंबुलेंस गाड़ियों की कमी होने पर स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत बनीखेत, समोट, सिहुंता और नूरपुर से एंबुलेंसों के लिए सहायता मांगी। उसके बाद इन क्षेत्रों से एंबुलेंस पहुंचीं। इन गाड़ियों से गंभीर मरीजों को टांडा भेजा गया। हादसे की खबर जैसे ही क्षेत्र के लोगों को लगी तो वे तुरंत घटना स्थल पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य में अपना हरसंभव सहयोग दिया। इसके अलावा सिविल अस्पताल चुवाड़ी में भी समाजसेवी घायलों की मदद करते नजर आए।
विस्तार
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में सरोगा नाला सिंहा संपर्क मार्ग पर मंगलवार सुबह साढ़े 10 बजे एक पिकअप गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई, जबकि, 27 लोग घायल हो गए। इनमें से 10 घायलों को टांडा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। जबकि, 17 घायल सिविल अस्पताल चुवाड़ी में दाखिल हैं। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक चालक समेत 29 लोग गाड़ी में सवार होकर मृतक के घर अफसोस जताने के लिए सिंहा गांव जा रहे थे। गांव से कुछ ही दूरी पर पहुंचने पर चालक ने वाहन से नियंत्रण खो दिया और वाहन लुढ़क कर सरोगा नाले में जा गिरा।
वाहन को गिरता देखकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और हादसे की सूचना प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को दी। चुवाड़ी थाना और बकलोह चौकी से पुलिस टीमें मौके पर पहुंचीं। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से घायलों को नाले से बाहर निकाल कर निजी वाहनों और एंबुलेंस के जरिये सिविल अस्पताल चुवाड़ी पहुंचाया। यहां डॉक्टरों ने 31 वर्षीय आशा देवी पत्नी कुंज लाल निवासी फरोली और आरती देवी पत्नी संजीव कुमार फरोली को मृत घोषित कर दिया। चुवाड़ी अस्पताल में पुलिस की देखरेख में मृतकों का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपे गए।
सिविल अस्पताल में एसडीएम भटियात की अगुवाई में नायब तहसीलदार ने मृतकों को बीस-बीस हजार, रेफर किए गए घायलों को 5-5 और उपचाराधीन मरीजों को 2-2 हजार रुपये की फौरी राहत प्रदान की। वहीं, उपायुक्त डीसी राणा, एसडीएम भटियात बचन सिंह, डीएसपी डलहौजी विशाल वर्मा, भटियात के विधायक बिक्रम सिंह जरयाल ने मौके पर पहुंच कर घायलों का कुशलक्षेम जाना। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सरोगा नाला सिंहा संपर्क मार्ग पर पिकअप वाहन दुर्घटना में मारे गए लोगों और घायलों के प्रति संवेदनाएं प्रकट की है। पुलिस अधीक्षक अरुल कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए कम पड़ गईं एंबुलेंस
सड़क हादसे ने आपदा प्रबंधनों को पोल खोलकर रख दी। दुर्घटना के बाद जहां घायलों को लाने के लिए एंबुलेंस गाड़ियां कम पड़ गईं तो वहीं, दूसरी तरफ चुवाड़ी का सिविल अस्पताल भी छोटा पड़ गया। जब अन्य मरीज स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल में मौजूद थे तो उसी वक्त एंबुलेंस घायलों को लेकर पहुंच गई। इससे अस्पताल में काफी भीड़ हो गई। एंबुलेंस गाड़ियों की कमी होने पर स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत बनीखेत, समोट, सिहुंता और नूरपुर से एंबुलेंसों के लिए सहायता मांगी। उसके बाद इन क्षेत्रों से एंबुलेंस पहुंचीं। इन गाड़ियों से गंभीर मरीजों को टांडा भेजा गया। हादसे की खबर जैसे ही क्षेत्र के लोगों को लगी तो वे तुरंत घटना स्थल पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य में अपना हरसंभव सहयोग दिया। इसके अलावा सिविल अस्पताल चुवाड़ी में भी समाजसेवी घायलों की मदद करते नजर आए।