मध्यप्रदेश में बाघों के लिए प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में शीतकालीन वन्य प्राणी गणना शुरू हो गई। इसमें शाकाहारी, मांसाहारी और गिद्धों की गणना की जाएगी। इस काम के लिए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के 139 बीट में करीब 500 कर्मचारियों को तैनात कर दिया है। एप से ये डाटा सुरक्षित किया जाएगा। गणना के दौरान सफारी के समय में भी परिवर्तन किया गया है।
जानकारी के अनुसार 20 जनवरी से 22 जनवरी तक मांसाहारी वन्य प्राणियों की और 23 से 25 जनवरी शाकाहारी वन्य प्राणियों की गणना की जाएगी और एक दिन गिद्ध गणना की जाएगी। इस बार की गणना अहम मानी जा रही है, क्योंकि बाघों की संख्या में वृद्धि हुई है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के लगभग 500 कर्मचारी गणना करेंगे। बिहार के वन विभाग के प्रशिक्षु वनरक्षक और वनपाल स्तर के लगभग 50 कर्मचारी भी गणना में सहयोग करेंगे।
ऐसे होगी गणना
मांसाहारी वन्य प्राणियों की गणना के लिए कर्मचारियों को पांच-पांच किलोमीटर जंगल में घूम कर पग मार्क और चिन्हों के साथ साक्ष्यों को एप में एकत्रित करना होगा और शाकाहारी वन्य प्राणियों की गणना के लिए ट्रांजिट लाइन में घूमना होगा। साथ ही वन्य प्राणियों की फोटो लेना होगा और इसके बाद एक दिन गिद्ध गणना होगी।
सफारी के समय में हुआ बदलाव
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व शीतकालीन वन्य प्राणी आकलन के लिए तीन दिन के लिए सुबह की पर्यटन सफारी का समय में बदलाव हुआ है। 20 जनवरी से 22 जनवरी तक 7:30 से 11:30 तक सफारी होगी। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के सहायक संचालक सुधीर मिश्रा ने बताया कि गणना शीतकालीन वन्य प्राणी आंकलन किया जाएगा और एप में डाटा एकत्रित किया जाएगा। गणना के बाद डाटा का एनालिसिस बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की टीम करेगी। उसके बाद डाटा को एसएफआरआई भेजा जाएगा।