हर कोई स्वस्थ और फिट रहना चाहता है लेकिन आज की भागदौड़ भरी जिंदगी, समय की कमी और मिलावटी खाद्य पदार्थों के कारण आपका शरीर कमजोर होता जा रहा है। कमजोर शरीर में बीमारियां भी जल्दी प्रवेश करती हैं। स्वस्थ और फिट शरीर के लिए रोजाना योगासन करना चाहिए। योग आपके शरीर के लिए तो फायदेमंद होता ही है, मन और मस्तिष्क को भी एकाग्र व शांत रखता है। योग से कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है। नियमित योगाभ्यास आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाता है। शरीर में अतिरिक्त वसा को कम करने के साथ ही योग आपको सुंदर व चमकदार त्वचा भी देता है। ऐसे में आप रोजाना योगाभ्यास से शरीर संबंधी कई तरह की समस्याओं का निवारण कर सकते हैं। चलिए जानते हैं चार महत्वपूर्ण योगासन के बारे में, जिनके रोजाना अभ्यास से आप बीमारियों से दूर रहने के साथ ही फिट और स्वस्थ शरीर बना सकते हैं।
ताड़ासन
ताड़ासन का नियमित अभ्यास आपके पैरों को मजबूती देता है। इस आसन को करने से पेट संबंधी बीमारियों से छुटकारा मिलता है। पाइल्स के मरीजों को नियमित ताड़ासन करना चाहिए। ताड़ासन का अभ्यास करने से बच्चों की लंबाई भी बढ़ती है।
भुजंगासन
नियमित भुजंगासन का अभ्यास करने से स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव देखने को मिलता है। इस आसान से फेफड़ों को फायदा होता है। जिन मरीजों को फेफड़ों संबंधित बीमारियां हों, उन्हें नियमित भुजंगासन करना चाहिए। भुजंगासन से पेट की चर्बी भी कम होती है।
गोमुखासन
गोमुखासन का नियमित रूप से अभ्यास करने से सांस संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिलता है। ये आसन फेफड़ों के लिए काफी फायदेमंद होता है। डायबिटीज के मरीजों को रोजाना गोमुखासन करना चाहिए। इस आसन को करने के लिए गाय के मुख के समान की आकृति बन जाती है इस वजह से ही इस आसन को गोमुखासन कहा जाता है।
शवासन
आसान योगासनों में से एक है शवासन। इस आसन को करने से अनिद्रा की समस्या से छुटकारा मिलता है। शवासन करने से मानसिक तनाव भी दूर होता है। स्वस्थ और फिट रहने के लिए रोजाना शवासन का करना चाहिए।
-----------------------------
नोट: यह लेख योग विशेषज्ञों के सुझावों के आधार पर तैयार किया गया है। आसन की सही स्थिति के बारे में जानने के लिए किसी योगगुरु से संपर्क कर सकते हैं।
अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।