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#Gorakhpur: सोशल मीडिया के जरिए हैंडीक्राफ्ट को नई उड़ान दे रही हैं कात्यायिनी, घरों को बना रही सुंदर
विवेक शुक्ला, गोरखपुर। Published by: vivek shukla Updated Thu, 16 Feb 2023 12:57 PM IST
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कात्यायिनी पांडेय द्वारा बनाई गई घड़ी।
- फोटो : अमर उजाला।
गोरखपुर की एक युवा लड़की कात्यायिनी पांडेय अपने काम का लोहा सोशल मीडिया पर मनवा रही हैं। वह अपने हाथों से कलाकारी कर फोटो, पोर्ट्रेट, प्रेम पत्र, लकड़ी की घड़ियां, रंगोली, वॉलेट कार्ड, फोटो फ्रेम, दीवार पर लगाने के लिए पट्टी व घर के अंदर-बाहर की सज्जा के लिए डिजाइन बनाती हैं। 26 साल की कात्यायिनी गोरखपुर जैसे छोटे शहर में अपने लिए बड़ी संभावना ढ़ूंढ रही हैं। वह इस काम में बहुत सफल भी हो रही हैं। जून 2021 में हैंडीक्राफ्ट का शुरू किया गया काम, अब रफ्तार पकड़ रहा है।
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कात्यायिनी पांडेय।
- फोटो : अमर उजाला।
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गोरखपुर शहर के नरसिंहपुर इलाहीबाग की रहने वाली कात्यायिनी अपने मां-बाप की एकलौती संतान हैं। इनके पिता देशबंधु पांडेय भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हुए हैं। कात्यायिनी गोरखपुर विश्वविद्यालय से इकोनॉमिक्स में मास्टर की हुई हैं। कात्यायिनी को बचपन से ही कला से प्रेम था लेकिन उन्होंने कभी इसे लेकर अपने भविष्य के बारे में नहीं सोचा था।
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कात्यायिनी पांडेय द्वारा बनाया गया हैंडीक्राफ्ट।
- फोटो : अमर उजाला।
वह बताती हैं कि लॉकडाउन के दौरान उन्होंने अपने हैंडीक्राफ्ट कला को निखारा। लकड़ी पर बने रंग बिरंगी कलाकृतियों की आसपास के लोगों ने बड़ी तारीफ की। ऐसे में कुछ दोस्तों ने इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की सलाह दी। सोशल मीडिया पर फोटो पोस्ट करने के बाद लोगों ने कमेंट बॉक्स और मैसेंजर पर इसकी तारीफ की। इसके बाद कई लोगों ने अपने लिए कुछ न कुछ बनवाने के लिए संपर्क करना शुरू कर दिया। यह देखकर लगा कि क्यों न इसे बिजनेस के लिहाज से किया जाए।
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कात्यायिनी पांडेय द्वारा बनाया गया हैंडीक्राफ्ट।
- फोटो : अमर उजाला।
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इसके बाद लगातार अपने हाथों से बनाए सामान को इंस्टाग्राम पर पोस्ट करने लगी। इस बीच लोग अपने घरों के नेम प्लेट, चाभी का गुच्छा, वॉल पेटिंग, लकड़ी की घड़ी, ग्रीटिंग कार्ड, गुलदस्ता व अन्य सामान के लिए ऑर्डर करने लगे।
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कात्यायिनी पांडेय।
- फोटो : अमर उजाला।
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सोशल मीडिया की मदद से मिलने लगा ऑर्डर
कात्यायिनी बताती हैं कि हैंडीक्राफ्ट के काम में सोशल मीडिया उनका बड़ा हथियार साबित हुआ। शुरू-शुरू में गोरखपुर के आसपास के लोग ऑर्डर करते थे। लेकिन जैसे-जैसे उनके पोस्ट की रीच बढ़ी, वैसे ही लखनऊ, हैदराबाद, बैंगलोर जैसे बड़ें शहरों से ऑर्डर आने लगे हैं। सारे प्रोडक्ट 25 रुपये से दो हजार तक के हैं।
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