गोरखपुर में रामगढ़ ताल की एक अलग पहचान बन चुकी है। यह सीएम योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। सीएम योगी इसे जुहू चौपाटी की तर्ज पर विकसित कर रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान यह स्थान विरान पड़ गया था लेकिन यह फिर से गुलजार हो गया है। आगे की स्लाइड्स में देखें रोचक तस्वीरें...
गोरखपुर के रामगढ़ ताल की वजह से शहर की एक अलग ही पहचान बन गई है। इसे मुख्यमंत्री के शहर का जुहू चौपाटी कहा जा रहा है। यहां आम दिनों में हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं हालांकि लॉकडाउन की वजह से लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा था। जिससे यहां पूरी तरह सन्नाटा छाया रहता था। वहीं अब अनलॉक होने के बाद यह फिर से गुलजार हो गया है।
इन दिनों रामगढ़ ताल के लहरों की अठखेलियां ताल की खूबसूरती को और बेहतर बना रही है। तापमान बढ़ने और लगातार सफाई होने की वजह से ताल में अब जलकुंभी काफी कम नजर आ रही है। सबसे खास बात यह है कि लॉकडाउन के दौरान लोगों की आवाजाही न होने से ताल में गंदगी कम नजर आ रही है।
रोजाना सैकड़ों की भीड़। खाने-पीने के 100 से ज्यादा ठेले खोमचे। भुट्टे से लेकर गोलगप्पों तक की दुकानों पर शाम का लुफ्त उठाते हुए लोगों से खचाखच भरे रहने वाला रामगढ़ ताल नाराज सबसे अलग होता है। यहां शाम का नजारा देखकर लगता है मानों रोज दशहरा मनाया जा रहा हो।
जलकुंभियों की बढ़ोतरी भी हो गई है कम
रामगढ़ ताल परियोजना प्रबंधन रतनसेन सिंह कहते हैं कि दरअसल ठंड के मौसम में जलकुंभियों बढ़ने की रफ्तार तेज होती है। उसे ‘‘एल्गी बूम’’ कहते हैं। जबकि गर्मियों में इनकी रफ्तार काफी हद तक कम हो जाती है। इस वजह से अभी ताल के पानी में जलकुंभियों की मात्रा थोड़ी कम है। हालांकि कुछ स्थानों पर ताल के किनारे जलकुंभियां हैं, लेकिन मशीन से उनकी सफाई लगातार की जा रही है।