हिंदी सिनेमा के दिग्गज कलाकार अरुण बाली के निधन का समाचार फिल्म जगत में फैलते ही हर तरफ लोग उन्हें श्रद्धांजलि देते नजर आ रहे हैं। लंबे समय से बीमार चल रहे बाली का निधन शुक्रवार तड़के हुआ। उनकी दो बेटियां अमेरिका में रहती हैं और उनके शनिवार सुबह तक मुंबई पहुंचने की उम्मीद की जा रही है। दोनों बेटियों के आने के बाद उनका अंतिम संस्कार शनिवार दोपहर करीब 12.30 बजे किया जाएगा। उनके निधन के ही दिन उनकी फिल्म 'गुडबाय' रिलीज हुई है जिसमें उन्होंने नीना गुप्ता के पिता और अमिताभ बच्चन के ससुर का किरदार निभाया है।
दिवंगत अभिनेता अरुण बाली के परिजनों के मुताबिक बाली का अंतिम संस्कार शनिवार दोपहर 12.30 बजे जोगेश्वरी पूर्व में जोगेश्वरी विखरोली लिंक रोड स्थित प्रताप नगर श्मशान भूमि में किया जाएगा। अरुण बाली के चार बेटे अंकुश, हिमांशु, सुधीर, तरुण और चार बेटियां दीप्ति, इतिश्री, प्रगति और स्तुति हैं। आठ बेटे बेटियों और इतने ही नाती पोतों वाला भरे पूरे बाली परिवार को शोक की इस घड़ी में सांत्वना देने लोग सुबह से ही पहुंचते रहे। देर शाम बाली परिवार ने अंतिम संस्कार की सूचना सार्वजनिक की है।
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उधर, अरुण बाली की एक फिल्म भी शुक्रवार को ही सिनेमाघरों तक पहुंची है। इस फिल्म 'गुड बाय' में अरुण बाली की बेटी की मृत्यु हो जाती है लेकिन वह खुद इसलिए नहीं आ पाते क्योंकि हार्ट अटैक की वजह से आईसीयू में भर्ती हैं। फिल्म में वह अपनी बेटी का दाह संस्कार मोबाइल पर देखते हैं। फिल्म का यह बहुत ही भावुक सीन था। फिल्म 'गुड बाय' में मौत से जंग जीत चुके अरुण बाली निजी जीवन में मौत से हार गए। अरुण बाली को भी वही बीमारी थी जो अमिताभ बच्चन को है यानी मायेसेथीनिया ग्रेविस। ये एक ऑटो इम्यून सिस्टम को प्रभावित करने वाली बीमारी है, जिसमें नर्व्स और मसल्स के बीच बैरियर हो जाता है।
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अरुण बाली के निधन पर कई सेलेब्स और फैंस उनके लिए सोशल मीडिया पर शोक जाहिर कर रहे हैं। 'गुड बाय' का एक सीन याद आता है। जब अरुण बाली कहते है, अभी मेरे राइट टर्न लेने का वक्त नहीं आया है इसलिए मैं बच गया। 'गुड बाय' में अरुण बाली जब ठीक होकर अपनी बेटी के घर आते हैं तो अमिताभ बच्चन दौड़कर उन्हें गले लगा लेते हैं और कहते हैं, 'आप ने तो गायत्री का हाथ देखकर कहा था कि वह 90 साल तक जीवित रहेंगी।' अरुण बाली कहते है, 'हर बाप चाहता है कि उसके बच्चे लंबी आयु तक जीवित रहे।' लेकिन किसे पता था कि फिल्म में मौत से जंग जीत चुके अरुण बाली निजी जीवन में मौत से जंग हार जाएंगे।
अरुण बाली लम्बे समय से बीमार थे और पिछले एक साल से वह ठीक से चल फिर या उठ बैठ नहीं पाते थे और उन्हें बोलने में भी थोड़ी दिक्कत होती थी, मगर इसके बावजूद उन्होंने फिल्मों और सीरियल्स में काम जारी रखा। आमिर खान की फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' में भी वह ट्रेन में बैठे एक यात्री के रूप में नजर आते हैं। पिछले एक साल में अरुण बाली का इलाज चल रहा था। पिछले कुछ दिनों से वह ठीक से खा पी भी नहीं रहे थे।