इस बार यदि आप अपनी पुत्री या पुत्र की शादी का मन बना रहे हैं तो जल्दी करें। कहीं ऐसा न हो कि देर होने पर यह शुभ मुहूर्त का मौका हाथ से निकल जाए, क्योंकि इस बार मात्र 18 दिन ही शहनाई बज सकेगी। इतना ही नहीं मुंडन संस्कार और यज्ञोपवीत के लिए भी महज 12 मुहूर्त हैं।
पंडित नरेश कुमार शर्मा ने बताया कि इस साल के शुरूआत से ही शुक्र ग्रह के अस्त होने के कारण जनवरी महीना बीत गया। इसी के चलते विवाह व अन्य मांगलिक कार्यों के लिए शुभ दिन माना जाने वाला वसंत पंचमी का पर्व भी सन्नाटे में गुजर गया है।
वसंत पंचमी के दिन से ही मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं, लेकिन इस बार पूरी जनवरी में एक भी शुभ मुहूर्त नहीं रहा। उन्होंने बताया कि फरवरी माह में भी केवल तीन दिन ही शादी के मुहूर्त हैं। इसके बाद 15 मार्च से 16 अप्रैल तक एक माह का खरमास रहेगा। इस दौरान सूर्य ग्रह के मीन राशि में होने से विवाह मुहूर्त नहीं हैं। इसके बाद 16 मई से 13 जून तक अधिक मास होने के कारण शादी का मुहूर्त नहीं है। अगस्त से दिसंबर माह तक विवाह का एक भी मुहूर्त नहीं है।
इन मुहूर्तों को बजेगी शहनाई
- इस साल फरवरी से जुलाई माह के मध्य ही विवाह के मात्र 18 मुहूर्त हैं। इनमें से फरवरी की 18, 19 व 20, मार्च की दो, तीन, पांच व छह, अप्रैल की 18, 20, 27, 28, 30, मई की 11 व 12, जून की 21 व 25 और जुलाई माह की छह व 10 तारीख को ही विवाह मुहूर्त हैं।
मुंडन और यज्ञोपवीत के मुहूर्त
- इस साल मुंडन संस्कार और यज्ञोपवीत के महज 12-12 मुहूर्त ही हैं। यह सभी मुहूर्त फरवरी से जून माह के बीच हैं। मुंडन के सर्वाधिक मुहूर्त फरवरी माह में हैं। यह इस माह की 10, 17, 20 और 25 तारीख को पड़ रहे हैं। मार्च में चार, छह व 13, अप्रैल में 20 व 27, मई में 10 और जून में 22 व 25 तारीख को ही मुंडन संस्कार हो सकेगा। इसी तरह यज्ञोपवीत संस्कार के लिए फरवरी माह की 17, 18 व 20, मार्च की तीन व चार, अप्रैल की दो व 20, मई की चार, जून की 17, 18 व 22 और जुलाई की 15 तारीख को शुभ मुहूर्त हैं।