अपराध की राह पर चलते हुए वक्त के साथ हिस्ट्रीशीटर पंकज सिंह के दोस्त और दुश्मन बदलते चले गए। शुरू में जो दोस्त थे, वही दुश्मन बनते गए। कई साल पहले सार्वजनिक तौर पर अपराध का चोला उतारकर पंकज सिंह कारोबारी तो बन गया, लेकिन अपराधियों से खुद को अलग नहीं कर पाया। कत्ल में जिनके नाम सामने आए हैं, वे कभी पंकज के साथ साए की तरह चलते थे।