सुर्खियों में एक जेल: पहली बार एक साथ आए फांसी के 7 कैदी
रोहतक जिला जेल में ये पहला मौका है कि यहां पर गैंगरेप के मामले में लाए गए विचाराधीन कैदियों में सात को फांसी की सजा दी गई। वह भी एक साथ। देखिए, तस्वीरें।
सुर्खियों में एक जेल: पहली बार एक साथ आए फांसी के 7 कैदी
सोमवार देर शाम सातों कैदियों को जेल लाया गया। वहीं 68 वर्षों में 191 फांसी की सजा पाए कैदियों को लाया गया। अब इन सात कैदियों को फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद ये संख्या बढ़कर 198 हो गई। जबकि 31 अपराधियों को इसी जेल में फांसी दी गई। ये फांसी पुरानी जेल में दी गई थी।
सुर्खियों में एक जेल: पहली बार एक साथ आए फांसी के 7 कैदी
इन सात के अलावा फांसी की सजा वाले दो और कैदी बंद हैं। इनमें कबूलपुर गांव की सोनम और उसका प्रेमी शामिल है। दोनों को मार्च 2014 में फांसी की सजा सुनाई गई थी। हवस में अंधे दोनों दोषियों ने सोनम के पूरे परिवार की हत्या कर उनके शवों पर संबंध बनाए थे।
सुर्खियों में एक जेल: पहली बार एक साथ आए फांसी के 7 कैदी
जेल अधीक्षक दयानंद मंडोला ने बताया कि जिला जेल में अंतिम बार 25 मई 1979 को फांसी दी गई थी। यह फांसी हत्या के जुर्म में सोनीपत के गांव मंडोरा निवासी रामफल पुत्र छोटेराम को दी गई थी। इसके बाद से आज तक जिला जेल में कोई फांसी नहीं दी गई है।
सुर्खियों में एक जेल: पहली बार एक साथ आए फांसी के 7 कैदी
कब-कब सुनाई गई फांसी की सजाः अंबाला कैंट की जिला अदालत ने वर्ष 2010 में नाबालिग से दुष्कर्म और हत्या के दोषी एक युवक को फांसी और एक युवक को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। बाद में हाई कोर्ट ने फांसी की सजा पाए युवक की सजा को उम्रकैद में परिवर्तित कर दिया था।
हिसार: रेप के बाद कुल्हाड़ी से हमला कर हत्या के मामले में 2007 में दोषी राजेश को एडीजे ने फांसी की सजा सुनाई।