अपने जमाने की इस खूबसूरत अभिनेत्री ने जब अपना अधूरा सपना साझा किया तो उनकी आंखें भर आई। जानिए कौन है वो अदाकारा। रिपोर्टः दीपक शाही, चंडीगढ़
...और अधूरा सपना बताते-बताते भर आईं अभिनेत्री की आंखें
बात हो रही है 80 के दशक की एक्ट्रेस पूनम ढिल्लों की। वे थियेटर के सिलसिले में चंडीगढ़ आईं। यहां उन्होंने सेक्टर 18 के टैगोर थिएटर में द परफेक्ट वाइफ नाटक का मंचन किया।
...और अधूरा सपना बताते-बताते भर आईं अभिनेत्री की आंखें
इससे पहले अमर उजाला पत्रकार से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि वे डॉक्टर बनकर समाजसेवा करना चाहती थीं, लेकिन उनका यह सपना अधूरा रह गया। शायद भगवान को कुछ और ही मंजूर था।
...और अधूरा सपना बताते-बताते भर आईं अभिनेत्री की आंखें
पूनम ने बताया कि उन्होंने 1977 में अखिल भारतीय सौंदर्य प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और पहले स्थान पर रहीं। उसके बाद निर्माता निर्देशक यश चोपड़ा ने अपनी फिल्म ‘त्रिशूल’ में उनसे काम करने की पेशकश की, लेकिन पहले तो उन्होंने इस पेशकश को अस्वीकार कर दिया।
...और अधूरा सपना बताते-बताते भर आईं अभिनेत्री की आंखें
बाद में उनकी एक पारिवारिक मित्र गार्गी ने उन्हें समझाया कि फिल्मों में काम करना कोई बुरी बात नही है। इसके बाद परिजनों ने उन्हें इस शर्त पर फिल्मों में काम करने की इजाजत दी कि वह स्कूल की छुट्टियों के दौरान ही शूटिंग में हिस्सा ले सकेंगी।