पटियाला अदालत के आदेश पर सोमवार को रोडरेज मामले में जेल में बंद नवजोत सिंह सिद्धू को कड़ी सुरक्षा के बीच मेडिकल जांच के लिए सरकारी राजिंदरा अस्पताल में लाया गया। इस दौरान राजिंदरा के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. एचएस रेखी की निगरानी में मेडिसिन के डॉ. आशीष भगत, कार्डियोलोजिस्ट डॉ. सौरभ शर्मा व डायटीशियन डॉ. रमनजीत कौर के बोर्ड ने सिद्धू के स्वास्थ्य की विस्तार से जांच की।
सोमवार को सुबह करीब दस बजे अस्पताल पहुंचे सिद्धू को दोपहर ढाई बजे तक करीब साढ़े चार घंटे अस्पताल में बिठाया गया। इस दौरान उनके कई तरह के खून के टेस्ट व अन्य जांच की गई। बाद में इन टेस्टों की जांच रिपोर्ट के आधार पर बोर्ड ने सिद्धू को दिए जाने वाले विशेष आहार व जेल में उनको दिए जाने वाले उपचार संबंधी रिपोर्ट बनाकर जेल अधीक्षक मनजीत सिंह टिवाणा को भेज दी। आगे जेल अधीक्षक यह रिपोर्ट कोर्ट में पेश करेंगे।
जांच के आधार पर सिद्धू के लिए की विशेष आहार की सिफारिश
डॉक्टरों के बोर्ड में शामिल डॉ. सौरभ शर्मा ने बताया कि सिद्धू के कई तरह के खून के टेस्ट करने के अलावा उनका पेट का अल्ट्रासाउंड, छाती का एक्स-रे, टांगों का रंगीन एक्स-रे, सीटी स्कैन, लिवर की बीमारी संबंधी फिवरोस्कैन, ईको टेस्ट भी किया गया है। डॉ. शर्मा ने बताया कि इस दौरान सिद्धू ने डॉक्टरों के बोर्ड के आगे अपने सभी मेडिकल रिकॉर्ड पेश किया और बताया कि वह लिवर की बीमारी के अलावा एम्बोलिज्म की दवा ले रहे हैं।
डॉ. सौरभ ने बताया कि सिद्धू की सभी जांच रिपोर्ट के आधार पर उन्हें जेल में किस तरह का विशेष आहार मिलना चाहिए, इस संबंध में कोर्ट को बोर्ड ने सिफारिश कर दी है। साथ ही सिद्धू को जेल में किस तरह की दवाएं मिलनी चाहिए, इसकी सिफारिश के साथ-साथ बोर्ड ने उपचार में कुछ अपनी तरफ से बदलाव भी किए हैं।
सिद्धू ने की सांस चढ़ने की शिकायत: वकील वर्मा
सिद्धू के वकील एचपीएस वर्मा ने बताया कि सिद्धू को जेल में सांस चढ़ने की काफी शिकायत हो रही है। डॉक्टरों के बोर्ड के सामने भी उन्होंने अपनी यह समस्या रखी है। वकील वर्मा ने बताया कि सिद्धू को खून गाढ़ा होने की बीमारी है, जिसके लिए उन्हें खून पतला रखने के लिए दवाएं लेनी पड़ती हैं। गौरतलब है कि सिद्धू को जेल में दाल व रोटी खाने में मिल रही थी लेकिन डॉक्टरों की तरफ से यह खाना मना है। इसलिए सिद्धू के वकील ने पटियाला में चीफ जुडिशियल मजिस्ट्रेट की अदालत में याचिका दायर कर जेल में सिद्धू को विशेष आहार देने की मांग की थी। इस पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने डॉक्टरों का बोर्ड बनाकर सिद्धू की मेडिकल जांच का आदेश दिया था।