रबी सीजन में हर साल खाद की किल्लत की खबरें देखने-सुनने को मिलती है। किसान खाद के लिए परेशान होते हैं और कालाबाजारी के आरोप लगते हैं। इस साल भी ऐसा ही कुछ हो रहा है लेकिन इस बार बात मारपीट तक पहुंच गई है। मध्यप्रदेश के उज्जैन में खाद लेने पहुंचे किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। आरोप है कि किसान खाद लूटकर ले जा रहे थे, जिस कारण पुलिस को लाठियां भांजना पड़ी।
मामला एक सप्ताह पुराना बताया जा रहा है जिसका वीडियो अब सामने आया है। उज्जैन जिले के तराना का यह वीडियो बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार तराना की कृषि उपज मंडी में कई किसान खाद के लिए पहुंचे थे। घंटों तक उनकी लाइन लगी थी। इसके बाद भी किसानों को खाद नहीं मिल पाई तो उनका सब्र टूट गया। यूरिया की बोरी देख किसान उन्हें लेने के लिए भागे और कंधे पर यूरिया उठाकर ले जाने लगे। इसी बीच पुलिस को खबर मिली। पुलिस पहुंची और यूरिया लेकर भागते किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज से अफरा तफरी मच गई। काफी देर तक गहमागहमी चलती रही।
सुबह से खड़े थे दोपहर तक नहीं मिली खाद
इधर मामले में किसान नाराज हैं। किसानों के आरोप हैं कि सोसायटी में खाद की किल्लत है। घंटों तक लाइन में लगने के बाद खाद मिलती है। कई बार तो जरुरत से बहुत कम मात्रा में खाद मिलती है। तराना सोसायटी में भी अलसुबह से किसान यूरिया के लिए खड़े थे लेकिन दोपहर तक उनको खाद नहीं मिली। इस कारण कुछ किसान परेशान होकर गोदाम में घुस गए और बोरियां लूटकर ले जाने लगे। बाहर के किसानों ने देखा तो उन्होंने भी यही राहस्ता अपनाया।
इसी बीच वहां तैनात पुलिसकर्मी ने स्थिति संभालने की कोशिश की और यूरिया लेकर भाग रहे किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया। इस मामले में कांग्रेस ने प्रदेश शासन को घेरा है। तराना के कांग्रेस विधायक महेश परमार का कहना है कि शासन-प्रशासन खाद की कालाबाजारी रोकने में नाकाम रहा है। जब रैक लगता है, तो किसानों को आवश्यकतानुसार पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिल पाता। ऊपर से पुलिस किसानों पर डंडे चला रही है। हम इसका विरोध करेंगे।
देवास में किसानों ने किया चक्काजाम
खाद की किल्लत की समस्या एक या नहीं बल्कि कई जगहों से सामने आ रही है। मंगलवार को देवास जिले की टोंकखुर्द तहसील में यूरिया को लेकर किसानों ने प्रदर्शन किया। किसान नेशनल हाईवे पर पहुंचे और चक्काजाम कर दिया। उनके साथ क्षेत्र के कुछ भाजपा नेता भी थे। किसानों का कहना था कि सोसायटी में खाद नहीं मिल रही है। फसल को खाद की जरुरत है लेकिन खाद नहीं मिल रही। कालाबाजारी के भी आरोप लगाए। उधर खाद की किल्लत को लेकर शासन-प्रशासन यही दावे कर रहे हैं कि खाद की कोई कमी नहीं है लेकिन अलग अलग जगहों से आ रही तस्वीरें और घटनाएं इन दावों की पोल खोल रहे हैं।
विस्तार
रबी सीजन में हर साल खाद की किल्लत की खबरें देखने-सुनने को मिलती है। किसान खाद के लिए परेशान होते हैं और कालाबाजारी के आरोप लगते हैं। इस साल भी ऐसा ही कुछ हो रहा है लेकिन इस बार बात मारपीट तक पहुंच गई है। मध्यप्रदेश के उज्जैन में खाद लेने पहुंचे किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। आरोप है कि किसान खाद लूटकर ले जा रहे थे, जिस कारण पुलिस को लाठियां भांजना पड़ी।
मामला एक सप्ताह पुराना बताया जा रहा है जिसका वीडियो अब सामने आया है। उज्जैन जिले के तराना का यह वीडियो बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार तराना की कृषि उपज मंडी में कई किसान खाद के लिए पहुंचे थे। घंटों तक उनकी लाइन लगी थी। इसके बाद भी किसानों को खाद नहीं मिल पाई तो उनका सब्र टूट गया। यूरिया की बोरी देख किसान उन्हें लेने के लिए भागे और कंधे पर यूरिया उठाकर ले जाने लगे। इसी बीच पुलिस को खबर मिली। पुलिस पहुंची और यूरिया लेकर भागते किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज से अफरा तफरी मच गई। काफी देर तक गहमागहमी चलती रही।
सुबह से खड़े थे दोपहर तक नहीं मिली खाद
इधर मामले में किसान नाराज हैं। किसानों के आरोप हैं कि सोसायटी में खाद की किल्लत है। घंटों तक लाइन में लगने के बाद खाद मिलती है। कई बार तो जरुरत से बहुत कम मात्रा में खाद मिलती है। तराना सोसायटी में भी अलसुबह से किसान यूरिया के लिए खड़े थे लेकिन दोपहर तक उनको खाद नहीं मिली। इस कारण कुछ किसान परेशान होकर गोदाम में घुस गए और बोरियां लूटकर ले जाने लगे। बाहर के किसानों ने देखा तो उन्होंने भी यही राहस्ता अपनाया।
इसी बीच वहां तैनात पुलिसकर्मी ने स्थिति संभालने की कोशिश की और यूरिया लेकर भाग रहे किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया। इस मामले में कांग्रेस ने प्रदेश शासन को घेरा है। तराना के कांग्रेस विधायक महेश परमार का कहना है कि शासन-प्रशासन खाद की कालाबाजारी रोकने में नाकाम रहा है। जब रैक लगता है, तो किसानों को आवश्यकतानुसार पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिल पाता। ऊपर से पुलिस किसानों पर डंडे चला रही है। हम इसका विरोध करेंगे।